Fact Check : गुजरात के CM के पुराने वीडियो को अब किया गया कोरोना के नाम पर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट झूठी साबित हुई। गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपानी के 2019 के एक वीडियो को अब कुछ लोग कोरोना से जोड़कर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपानी का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्‍हें स्‍पीड बोट चलाते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स इसे कोरोना काल से जोड़कर वायरल कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि मुख्‍यमंत्री बिना मास्‍क के स्‍पीड बोट चला रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमें पता चला कि वीडियो सितंबर 2019 का है। उस वक्‍त भारत में कोरोना ने दस्‍तक नहीं दी थी। मुख्‍यमंत्री के पुराने वीडियो को अब कुछ लोग झूठे दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Dinesh Patar ने 8 जनवरी को गुजरात के मुख्‍यमंत्री का स्‍पीड बोट चलाते हुए एक वीडियो अपलोड करते हुए इसे कोरोना से जोड़ा। यूजर का कहना है कि बिना मास्‍क के कितना ठीक है?

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन देखें। फेसबुक पर दूसरे यूजर भी इसे कोरोना काल से जोड़कर वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। इसमें गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपानी को एक स्‍पीड बोट चलाते हुए देखा जा सकता है। अब हमें यह जानना था कि जिस वीडियो को अभी कोरोना काल से जोड़कर वायरल किया जा रहा है, वह कब का है।

सच जानने के लिए हमने रिवर्स इमेज टूल की मदद से खोज शुरू की। वायरल वीडियो में से कई स्‍क्रीनशॉट लेकर जब हमने गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया तो हमें अमरेली के कलेक्‍टर ट्विटर हैंडल पर एक तस्‍वीर मिली, जिसमें सीएम रूपानी को स्‍पीड बोट चलाते हुए देखा जा सकता है। 9 सितंबर 2019 को किए गए इस ट्वीट में लिखा गया कि नारन सरोवर के शुभारंभ के मौके पर मुख्‍यमंत्री और उप मुख्‍यमंत्री शामिल रहे।

पड़ताल के दौरान हमें एक वीडियो मिला। इसे 13 सितंबर 2019 को अपलोड किया गया। इसमें हमें वही क्लिप दिखाई दी, जिसे अब फर्जी दावों के साथ वायरल किया जा रहा है। ओरिजनल वीडियो 8 नवंबर 2019 है। उस दिन नारन सरोवर के शुभारंभ पर गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजयभाई रूपानी भी मौजूद थे। उन्‍होंने स्‍पीड बोट भी चलाई थी। यह आप इस वीडियो में देख सकते हैं।

पड़ताल के दौरान हमें आजतक की वेबसाइट पर एक खबर मिली। 8 सितंबर 2019 को अपलोड इस खबर में बताया गया कि सूरत के डायमंड किंग सावजी ढोलकिया ने अपने गांव अमरेली जिले के दुधाला के तालाब को अपने खर्च पर गहरा किया। इसके उद्घाटन समारोह में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी पहुंच थे। उन्‍होंने सावजी ढोलकिया के साथ उसी तालाब में स्पीड बोट का भी मजा लिया था। पूरी खबर पढ़ें।

इसके बाद हमने गुजरात में संपर्क किया। अहमदाबाद के वरिष्‍ठ पत्रकार प्रशांत नेमा ने विश्‍वास न्‍यूज से बातचीत में बताया कि मुख्‍यमंत्री का वायरल वीडियो कोरोना से पहले का है। वायरल पोस्‍ट में कोई सच्‍चाई नहीं है।

जांच के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फेसबुक यूजर दिनेश की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि यूजर गुजरात के राजकोट का रहने वाला है। इनका संबंध एक राजनीतिक दल से है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट झूठी साबित हुई। गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपानी के 2019 के एक वीडियो को अब कुछ लोग कोरोना से जोड़कर वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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