रूस और यूक्रेन सैन्य संघर्ष के नाम पर वायरल हो रहा यह वीडियो वास्तव में इराक के मोसुल का है, जहां 2017 में अमेरिकी सैनिकों और आईएस आतंकी संगठन के आतंकियों की लड़ाई के बीच एक अमेरिकी राहत कर्मचारी ने अपनी जान पर खेलकर जंग के मैदान में फंसी बच्ची को सुरक्षित निकाला था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में सैनिकों को एक बच्ची को भारी गोलीबारी के बीच बचाते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो रूस-यूक्रेन युद्ध का है और यूक्रेनी सैनिकों ने युद्ध के बावजूद जंग के मैदान में फंसी बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालने का साहस दिखाया। वहीं, कुछ यूजर्स ने इस वीडियो को रूसी सैनिकों के बच्ची को बचाने के दावे के साथ शेयर किया है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो कहीं से भी रूस-यूक्रेन युद्ध से संबंधित नहीं है। यह वीडियो जून 2017 का है, जब इराक के मोसुल में अमेरिकी सैनिक ने भारी गोलीबारी के बीच अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए बच्ची को बचाने का काम किया।
फेसबुक यूजर ‘Virendra Kumar’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”यह कोई फिल्म की शूटिंग नहीं है असली युद्ध का वीडियो है। यूक्रेन के एक जांबाज सेना के जवान ने एक बच्ची की जान बचाई अपने जान की परवाह किए बिना। एक तानाशाह के सनक के खिलाफ पूरा देश लड़ रहा है।”
फेसबुक यूजर ‘सियासी गलियारा’ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ”रूस यूक्रेन हमले के बीच रूसी सैनिकों की एक खूबसूरत विडीयो सामने आई है जिसमे रूसी सैनिक एक नन्ही बच्ची को बचाते हुए नजर आए।” सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को रूस-यूक्रेन युद्ध से जोड़कर अलग-अलग दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल हो रहे वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें cbsnews.com की वेबसाइट पर 21 जून 2017 को प्रकाशित रिपोर्ट का लिंक मिला, जिसमें वायरल वीडियो को देखा जा सकता है।रिपोर्ट के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो इराक के मोसुल का है, जहां आतंकी संगठन आईएस के आतंकियों की गोलीबारी में फंसी बच्ची को अमेरिकी राहत कर्मचारी डेविड यूबंक ने अपनी जान पर खेलकर उसे बचा लिया।
यह वीडियो हमें सीबीएस मॉर्निंग के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया हुआ मिला। 22 जून 2017 को अपलोड किए गए वीडियो बुलेटिन के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ”हाल ही में जारी किए गए वीडियो में एक अमेरिकी सहायता कर्मी को इराक में एक छोटी लड़की को बचाने के लिए गोलियों के बीच भागते हुए दिखाया गया है। खतरनाक बचाव डेविड यूबैंक द्वारा किया गया था, जो मानवीय समूह, फ्री बर्मा रेंजर्स का संचालन करते हैं। उन्होंने पिछले नौ महीने इराकी बलों के साथ बिताए, जो मोसुल के आईएसआईएस के गढ़ पर हमला कर रहे हैं।’
फ्री बर्मा रेंजर्स के यूट्यूब चैनल पर भी इस वीडियो को अपलोड किया गया है। 18 जून 2018 को अपलोड किए गए इस वीडियो में डेविड यूबंक को उस घटना के बारे में बताते हुए देखा और सुना जा सकता है।
इससे पहले भी सोशल मीडिया पर रूस-यूक्रेन युद्ध से जोड़कर ऐसी ही तस्वीरें और वीडियो को साझा किया गया है, जो पुरानी घटनाओं से संबंधित हैं। विश्वास न्यूज पर रूस-यूक्रेन युद्ध से संबंधित सभी फैक्ट चेक कवरेज को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
पिछले गुरुवार को रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत हुई थी और न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी सैनिक अब यूक्रेन के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर खेरसन को अपने कब्जे में ले चुके हैं।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि रूस और यूक्रेन सैन्य संघर्ष के नाम पर वायरल हो रहा यह वीडियो वास्तव में इराक के मोसुल का है, जहां 2017 में अमेरिकी सैनिकों और आईएस आतंकी संगठन के आतंकियों की लड़ाई के बीच एक अमेरिकी राहत कर्मचारी ने अपनी जान पर खेलकर जंग के मैदान में फंसी बच्ची को सुरक्षित निकाला था।
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