उत्तर प्रदेश के कन्नौज में बस हादसे में घायल मरीजों से अखिलेश यादव की बातचीत की पुरानी घटना को गलत दावे के साथ जातिवादी रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अस्पताल में किसी व्यक्ति को डांटते हुए नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि अखिलेश यादव ने ब्राह्मण जाति की वजह से डॉक्टर डीएस मिश्रा का अपमान करते हुए उन्हें लताड़ लगाई।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। अखिलेश यादव ने न तो डॉक्टर का नाम पूछा और न ही कोई जातिवादी टिप्पणी की। साल 2020 में कन्नौज में बस हादसे में घायल मरीजों से अखिलेश यादव ने छिबरामऊ के अस्पताल में जाकर मुलाकात की थी और उन्हें मिले मुआवजे के बारे पूछा था। इसी बातचीत के दौरान डॉक्टर डीएस मिश्रा ने बीच में बोलना शुरू कर दिया था, जिसकी वजह से नाराज होकर अखिलेश यादव ने उन्हें फटकारते हुए बाहर जाने को कह दिया था। इसी पुरानी घटना के वीडियो को जातिवादी रंग देकर गलत दावे से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘Jitendra Pratap Singh’ जितेंद्र प्रताप सिंह ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ”अखिलेश यादव जी से झाड़ रहा है वह व्यक्ति मैनपुरी का सीएमओ डॉक्टर मिश्रा जी हैं..अखिलेश यादव ने बुजुर्ग डॉ मिश्रा जी से की बदतमीजी उनको कहा तुम एक छोटे कर्मचारी हो छोटे व्यक्ति हो भाग जाओ यहां से, तुम आर एस एस के हो ,तुम बीजेपी के हो, राजनीति में इतने नीचे गिर गए अखिलेश यादव की उन्होंने डॉक्टरों को भी राजनीति में खींच लिया कम से कम उनकी उम्र का लिहाज कर लेते लेकिन जो व्यक्ति अपने बाप का नहीं हुआ वह किसी बुजुर्ग किसी डॉक्टर जनता के बारे में ऐसे सोच सकता है…आज ब्राह्मणों के प्रति प्रेम दिखाने वाले अखिलेश यादव समय ब्राह्मण डॉक्टर से कितनी बदतमीजी किया था।”
फेसबुक पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर यूजर ‘SW shukla’ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ”कन्नौज में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ डी एस मिश्रा के साथ अखिलेश जी का ये बर्ताव उनकी मानसिकता को प्रदर्शित करता है , नाम पूंछने के बाद और ब्राह्मण होने के कारण अखिलेश जी ने जिस प्रकार से एक चिकित्सक को दुत्कारा है,
क्या सपा मुखिया के लिए ब्राह्मण होना पाप है ??”
वायरल वीडियो में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को एक अस्पताल में मरीजों के बीच देखा जा सकता है। वायरल वीडियो में उन्हें एक डॉक्टर से यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘इसलिए मत बोलो की तुम सरकार के आदमी हो…तुम सरकार का पक्ष नहीं ले सकते…बहुत छोटे अधिकारी हो…बहुत छोटे कर्मचारी हो। तुम आरएसएस के हो सकते हो…बीजेपी के हो सकते हो…तुम यह नहीं कह सकते तो कि वह क्या कह रहा है…एकदम दूर हो जाओ…एकदम हट जाइए यहां से…भाग जाइए यहां से..बाहर भागो यहां से।’
वीडियो को शेयर किए जाने के समय से यह भी प्रतीत हो रहा है कि यह हाल की किसी घटना का वीडियो है और यह भी दावा किया गया है कि अखिलेश यादव ने ब्राह्मण होने की वजह से डॉक्टर का अपमान हुआ।
सर्च में हमें यह वीडियो कई पुरानी न्यूज रिपोर्ट्स में लगा मिला। 14 जनवरी 2020 को jagrantv.com की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में इस वीडियो का इस्तेमाल किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कन्नौज के एक सरकारी अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद एक डॉक्टर पर भड़कते हुए कैमरे में कैद हो गए। अखिलेश ने डॉक्टर से ये तक कहा है कि, ‘तुम मत बोलो, तुम सरकारी आदमी हो, तुम बीजेपी, आरएसएस के आदमी हो सकते हो। वीडियो में देखा जा सकता है कि अखिलेश यादव परिजनों से बात कर रहे हैं और तभी इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डीएस मिश्रा उनकी बातचीत के बीच में बोलते हैं तो अखिलेश भड़क उठते हैं।’
एबीपी लाइव डॉट कॉम की वेबसाइट पर समान तारीख को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अखिलेश यादव कन्नौज बस हादसे में घायलों से मिलने पहुंचे थे। इस बीच जब एक घायल सरकार पर आरोप लगा रहा था तो डॉक्टर सफाई देने लगे। जिस पर अखिलेश यादव इस कदर भड़के कि उसको सरकार और आरएसएस का आदमी कहकर भगाया।’
हमें न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्विटर हैंडल पर इस घटना का वीडियो और डॉक्टर डीएस मिश्रा का बयान भी मिला, जिसमें उन्होंने बताया है कि वे अस्पताल में मौजूद थे, क्योंकि वह मरीजों का इलाज कर रहे थे। ‘इस दौरान एक मरीज ने कहा कि उसे मुआवजे का चेक नहीं मिला है तो मैंने यह स्पष्ट करने की कोशिश की। इसी पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश जी भड़क गए और मुझे कमरे से बाहर जाने के लिए कह दिया।’
हमारी अब तक की पड़ताल से स्पष्ट है कि वर्ष 2020 की कन्नौज की पुरानी घटना को हालिया बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इस घटना को लेकर हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के कन्नौज ब्यूरो चीफ प्रशांत कुमार से संपर्क किया। घटनास्थल पर मौजूद रहे कुमार ने बताया, ‘इसमें जाति का कोई एंगल नहीं था। अखिलेश यादव कन्नौज हादसे में घायल हुए मरीजों से मुआवजे के बारे में पूछ रहे थे और इसी दौरान एक मरीज ने मुआवजा नहीं मिलने की बात बताई। इसी दौरान डॉक्टर मिश्रा ने बीच में बोलना शुरू कर दिया, जिससे अखिलेश यादव नाराज हो गए, क्योंकि वह मरीजों से उनकी समस्या पूछ रहे थे।’
वायरल वीडियो में भी उन्हें यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है, ‘तुम सरकार के आदमी हो और सरकार का पक्ष नहीं ले सकते हो और यह बात नहीं कह सकते कि वह क्या कह रहा है।’ पूरे वीडियो में उन्हें कहीं भी डॉक्टर की जाति के बारे में पूछते हुए नहीं देखा या सुना जा सकता है और न ही उन्हें कोई जातीय टिप्पणी करते हुए सुना जा सकता है।
वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 32 हजार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में बस हादसे में घायल मरीजों से अखिलेश यादव की बातचीत की पुरानी घटना को गलत दावे के साथ जातिवादी रंग देकर वायरल किया जा रहा है। अखिलेश यादव 2020 में कन्नौज बस हादसे में घायलों से अस्पताल मिलने पहुंचे थे और इस दौरान जब एक मरीज सरकार पर आरोप लगा रहा था, तब डॉक्टर ने बीच में सफाई देना शुरू कर दिया था। इसी वजह से अखिलेश यादव डॉक्टर पर भड़क गए थे और उन्हें वहां से बाहर जाने को कह दिया था।
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