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Fact Check: 2016 में अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच तनातनी के वीडियो को हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा वायरल

वर्ष 2016 में एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच हुई तनातनी के वीडियो को हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

  • By: Abhishek Parashar
  • Published: Dec 1, 2021 at 12:26 PM
  • Updated: Jan 20, 2022 at 01:40 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक मंच पर अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव नजर आ रहे हैं। वीडियो में अखिलेश यादव गुस्से में नजर आ रहे हैं और उनके साथ मंच पर समाजवादी पार्टी के अन्य नेताओं के साथ शिवपाल यादव को भी देखा जा सकता है।

दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो हाल की घटना से संबंधित है, जिसमें अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव से झगड़ते हुए दिख रहे हैं। विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो वर्ष 2016 की घटना से संबंधित है, जब मुलायम सिंह यादव परिवार में सत्ता को लेकर संघर्ष की स्थिति में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव आमने-सामने थे और संबंधित वीडियो एक कार्यक्रम के दौरान शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच हुई गरमा गरम बातचीत का है, जिसे हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल वीडियो में?

सोशल मीडिया यूजर ‘Bittu Varshney’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”अखिलेश यादव जी का असली रूप कभी मीडिया ने नहीं दिखाया।”

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के मंच पर अखिलेश यादव को गुस्से में देखा जा सकता है और मंच से नीचे मौजूद समर्थक अखिलेश यादव जिंदाबाद का नारा लगा रहे हैं। वायरल वीडियो वास्तव में समाजवादी पार्टी के भीतर वर्चस्व की जंग को लेकर अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच हुई अदावत का है और जब पार्टी के भीतर यह जंग चल रही थी, तब मतभेदों को सुलझाने के लिए बुलाई गई एक बैठक के दौरान मामला सुलझने की बजाए और उलझ ही गया था।

2016 की इस घटना का जिक्र कई न्यूज रिपोर्ट्स में है। सर्च में हमें ऐसी कई रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना का विस्तार से विवरण दिया गया है। 24 अक्टूबर 2016 की एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, ‘सपा सुप्रीमो के परिवार में मची कलह को सुलझाने के लिए सोमवार को बुलाई गई बैठक गहरे मतभेदों और हाथापाई पर जाकर खत्म हुई। शिवपाल यादव और अखिलेश के बीच खिंची तलवारें तन गई है और इसका नजारा मुलायम सिंह यादव के भाषण के बाद दिखा। भाषण के बाद मंच पर ही शिवपाल यादव और अखिलेश भिड़ गए। खबरों के मुताबिक, अखिलेश यादव एक लेख को लेकर नाराज थे, जिसमें उन्हें औरंगजेब बताया गया था।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की दलील थी कि इस लेख को छपवाने में अमर सिंह ने सहयोग किया था। इस पर शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव से कहा कि क्यों झूठ बोलते हो। इसके बाद दोनों नेताओं में माइक छीनने को लेकर स्थिति हाथापाई तक आ पहुंची।’

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी समान तारीख (24 अक्टूबर 2016) को प्रकाशित रिपोर्ट से इसकी पुष्टि होती है, जिसके मुताबिक एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश और शिवपाल यादव के बीच नोंकझोंक हुई थी।

दैनिक जागरण में संबंधित घटना से जुड़ी अक्टूबर 2016 को प्रकाशित रिपोर्ट

सर्च में हमें 24 अक्टूबर 2016 को NDTV के यूट्यूब पर अपलोड किया गया वीडियो बुलेटिन मिला, जिसमें इस पूरी घटना को देखा जा सकता है।

अब तक की पड़ताल से यह साफ है कि अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच हुई तनातनी का वीडियो वर्ष 2016 का है और इसी वीडियो को हालिया बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के लखनऊ ब्यूरो चीफ अजय श्रीवास्तव ने बताया कि यह काफी पुराना वीडियो है, जब समाजवादी पार्टी के भीतर शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच सियासी संघर्ष की स्थिति बनी हुई थी।

वायरल वीडियो को शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में स्वयं को अलीगढ़ का रहने वाला बताया है।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ सोशल मीडिया पर राजनीतिक दलों और नेताओं से जुड़ी भ्रामक और गलत खबरें वायरल होने लगी हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़ी अन्य फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: वर्ष 2016 में एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच हुई तनातनी के वीडियो को हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : अखिलेश यादव का असली रूप कभी मीडिया ने नहीं दिखाया
  • Claimed By : FB User-Bittu Varshney
  • Fact Check : भ्रामक
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