Fact Check: यह वीडियो उत्तराखंड के चमोली के ग्लेशियर हादसे का नहीं, नेपाल के कापुचे लेक में हुई हिमस्खलन की घटना का है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के हादसे के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पहाड़ों के बीच हो रहे हिमस्खलन को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि हिमस्खलन का यह वीडियो चमोली में रविवार को घटित ग्लेशियर टूटने की घटना से संबंधित है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार (सात फरवरी) को ग्लेशियर टूटने की घटना के दावे के साथ वायरल हो रहा यह वीडियो नेपाल में हुए हिमस्खलन का वीडियो है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप चैटबॉट पर यूजर्स ने इस वीडियो को साझा कर उसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

पड़ताल

वायरल हो रहे वीडियो में पहाड़ों के बीच तीव्र हिमस्खलन को देखा जा सकता है। वीडियो के साथ किए गए दावे की पड़ताल के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च में हमें यह वीडियो ‘This is happening‘ नाम के वेरिफाइड फेसबुक हैंडल पर मिला, जिसे दो फरवरी को अपलोड किया गया है,  जबकि उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना रविवार यानी 7 फरवरी को हुई थी। 

इस पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट कर इसे नेपाल के कापुचे लेक की घटना बताया है, जो नेपाल का सबसे निचला ग्लेशियर झील है। एक अन्य यूजर्स ने इस घटना की तस्वीर को अपने प्रोफाइल से 14 जनवरी को शेयर करते हुए इसे कापुचे लेक का ही बताया है।

इस की-वर्ड से सर्च करने पर हमें यह वीडियो ‘Everest Base Camp Trek‘ नाम के फेसबुक हैंडल पर लगा मिला, जिसे 13 जनवरी को अपलोड किया गया है। वीडियो के साथ दी गई जानकारी में इसे कापुचे झील का बताया गया है।

हमें सर्च में ‘Facts of Nepal‘ नाम के फेसबुक पेज से 17 जनवरी को इस झील की शेयर की गई एक तस्वीर मिली। तस्वीर में नजर आ रहा दृश्य दोनों वीडियो में नजर आ रहे पर्वतीय आकृति से मेल खा रहा है, जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि वायरल हो रहा वीडियो नेपाल के कापुचे ग्लेशियर लेक (झील) में हुई हिमस्खलन की घटना से संबंधित है।

Facts of Nepal नाम के फेसबुक पेज पर लगी कापुचे लेक की तस्वीर

सर्च में हमें यूट्यूब पर एक और वीडियो मिला, जिसमें हिमस्खलन की इस घटना को नेपाल के कापुचे ग्लेशियर लेक का बताया गया है। 6 फरवरी 2020 को अपलोड किया गया 4 मिनट 12 सेकेंड का यह वीडियो अन्य वीडियो के मुकाबले बड़ा है, जिसमें लॉन्ग फ्रेम में झील और हिमस्खलन के नजारे को एक साथ देखा जा सकता है।

इसके बाद हमने इस वायरल वीडियो को हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के चमोली के ब्यूरो चीफ देविंदर रावत से साझा किया। ग्लेशियर टूटने की घटना कवर कर रहे रावत ने बताया, ‘यह चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना का वीडियो नहीं है।’

गौरतलब है कि रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के कारण ऋषिगंगा घाटी में भयानक बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 202 लोग लापता है, जिनकी खोज के लिए राहत और बचाव अभियान जारी है।

निष्कर्ष: उत्तराखंड के चमोली में हुए ग्लेशियर हादसे के नाम पर वायरल हो रहा वीडियो नेपाल के कापुचे लेक में हुई हिमस्खलन की घटना का पुरानी वीडियो है।

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