पाकिस्तान के लाहौर में साल 2021 में तहरीक-ए-लब्बैक के प्रमुख खादिम हुसैन रिजवी के देहांत के बाद आयोजित चालीसवें (चेहल्लुम) के वीडियो जयपुर में रामभक्तों के हनुमान चालीसा के पाठ किए जाने के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि जयपुर में नमाज का जवाब देते हुए रामभक्तों ने बड़ी तादाद में सड़कों पर उतरकर हनुमान चालीसा का पाठ किया।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो साल 2021 लाहौर में तहरीक-ए-लब्बैक के प्रमुख खादिम हुसैन रिजवी के देहांत के बाद आयोजित चालीसवें (चेहल्लुम) का है, जिसे गलत दावे के साथ जयपुर के नाम पर शेयर किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को पहले भी अलग-अलग संदर्भ में भ्रामक दावे के साथ साझा किया जाता रहा है।
फेसबुक यूजर ‘श्री राजपूत करनी सेना’ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ”श्री राजपूत करनी सेना
”जयपुर में नमाज़ का जवाब देते हुए रामभक्तों ने बीच सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ी..❤️👇🏻❤️ इनकी तादाद देख
जयपुर में नमाज़ का जवाब देते हुए रामभक्तों ने बीच सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ी..❤️👇🏻❤️
इनकी तादाद देखकर दिल ख़ुश हो गया.. मेरा हिन्दू जाग गया है ..👏🏼👏🏼🚩🚩।”
अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी यह वीडियो समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
वायरल वीडियो में मेट्रो ब्रिज के नीचे मौजूद बड़ी भीड़ को देखा जा सकता है, जो नारे लगा रही है। गौर से सुनने पर साफ पता चलता है कि भीड़ हनुमान चालीसा का पाठ नहीं कर रही है। वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल लब्बैक न्यूज (Labbaik News) पर 4 जून 2021 को अपलोड किया हुआ वीडियो मिला, जिसमें नजर आ रहा दृश्य वही है, जो वायरल वीडियो में नजर आ रहा है।
दी गई जानकारी के मुताबिक, यह अल्लामा खादिम हुसैन रिजवी के चेहल्लुम (चालीसवें) का वीडियो है। लब्बैक न्यूज पर मुख्य रूप से टीएलपी और अल्लामा खादिम हुसैन रिजवी के बारे में ही खबरें चलाई जाती हैं।
वायरल वीडियो को लेकर विश्वास न्यूज ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल न्यूज 24 एचडी के रिपोर्टर मोहम्मद कामरान से संपर्क साधा। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, ”यह वीडियो 2021 का है और पाकिस्तान का है।”
न्यूज सर्च हमें कुछ रिपोर्ट्स मिली, जो जयपुर में नमाज के जवाब में हनुमान चालीसा का पाठ किए जाने से संबंधित है। ‘India Thought’ नामक यूट्यूब चैनल पर सात मई 2022 को अपलोड किए गए वीडियो बुलेटिन में जयपुर में सड़क पर नमाज के बदले हनुमान चालीसा का पाठ किए जाने की जानकारी दी गई है और इसमें नजर आ रहा वीडियो वायरल वीडियो से बिल्कुल अलग है।
कुछ दिनों पहले इसी वीडियो को सोशल मीडिया यूजर्स ने नूपुर शर्मा विवाद के बाद हुए मुस्लिम प्रदर्शन के दावे के साथ शेयर किया है, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी। विश्वास न्यूज की विस्तृत फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: पाकिस्तान के लाहौर में साल 2021 में तहरीक-ए-लब्बैक के प्रमुख खादिम हुसैन रिजवी के देहांत के बाद आयोजित चालीसवें (चेहल्लुम) के वीडियो जयपुर में रामभक्तों के हनुमान चालीसा के पाठ किए जाने के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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