Fact Check : प्रयागराज कुंभ की पुरानी तस्‍वीर हरिद्वार के नाम से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। प्रयागराज कुंभ से जुड़ी पुरानी तस्‍वीर को अब हरिद्वार के नाम से वायरल किया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से एक वीडियो का ग्रैब वायरल हो रहा है। इसमें हजारों की संख्‍या में नागा और साधुओं को देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह हरिद्वार के कुंभ मेले का है। यहां लोगों ने जमकर सोशल डिस्‍टेंस की झज्जियां उडा़ईं। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई।

हमारी जांच में पता चला कि वर्ष 2019 में प्रयागराज के कुंभ से जुड़ी तस्‍वीर को कुछ लोग अब वायरल कर रहे हैं। हालांकि, हरिद्वार कुंभ से ऐसी कई तस्‍वीरें और वीडियो आए थे, जहां लोगों की भीड़ देखी गई थी। लेकिन पोस्‍ट के साथ वायरल की जा रही तस्‍वीर प्रयागराज की पुरानी तस्‍वीर है। इससे पहले भी अमित शाह और योगी की कुंभ से जुड़ी एक पुरानी तस्‍वीर वायरल हो चुकी है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अरोमा भार्गव ने 20 अप्रैल को एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए दावा किया कि यह हरिद्वार के कुंभ मेला की फोटो है। अंग्रेजी में लिखा गया : #KumbhMela #TablighiJammat #GodiMedia. Kumbh Mela Mein Logo Ne Social Distance Ki Uddayi Dajiya. Tablighi Jammat Ko Kosne Wali Godi Media Aaj ‘Kumb Snan’ Par Khaamosh Kyu? Haridwar Kumbh Mela Mein Covid Ke Rules Ko Todkar Ho Raha Tha Ganga Snan Viral Video Mein Dekhiye. Kuch Report Mein Toh Dawa Kiyaa Gaya Hai Ki 21 Se 31 Lakhs K Beech Logo Ne Shahi Snan Kiya Hai. Tablighi Jammat Ko Kosne Wali Ye Godi Media Mahakumb Mein Is Corona Bomb Visfot Par Khamosh kyu Hai.

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किए गए वीडियो के ग्रैब की जांच की थी। पड़ताल से हमें एक वीडियो 6 मार्च 2019 को यूट्यूब पर अपलोड एक चैनल पर मिला। यह हिन्‍दू राष्‍ट्र नाम के इस चैनल पर 2:41 मिनट के वीडियो में हमें वही कार नजर आई, जो अब वायरल तस्‍वीर में है। पूरा वीडियो नीचे देखें।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, प्रयागराज के डिप्टी चीफ रिपोर्टर शरद द्विवेदी से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि यह फोटो हरिद्वार कुंभ की नहीं, बल्कि प्रयागराज में 2019 में आयोजित कुंभ मेला की है। यह दृश्य निरंजनी अखाड़ा की पेशवाई का है।

पेशवाई को कवर करने वाले शरद ने बताया कि मैं उस समय पेशवाई को कवर करने के लिए महात्माओं के साथ चल रहा था। उस समय कोरोना संक्रमण अस्तित्व में नहीं था। मास्क लगाना, शारीरिक दूरी मानक का पालन करने जैसी कोई बंदिश नहीं थी।

पुरानी पड़ताल को विस्‍तार से यहां देखें।

पड़ताल के अंत में हमने फेक पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर अरोमा भार्गव का दिल्‍ली से संबंध है।

कई मीडिया र‍िपोर्ट में बताया गया कि हरिद्वार कुंभ में लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचे थे। जागरण डॉट कॉम की रिपोर्ट को आप यहां पढ़ सकते हैं। हालांकि, कोरोना संक्रमण के कारण संत समाज और कई अखाड़ों ने कुंभ समाप्ति की घोषणा कर चुका है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। प्रयागराज कुंभ से जुड़ी पुरानी तस्‍वीर को अब हरिद्वार के नाम से वायरल किया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट