Fact Check : यह उत्तर प्रदेश नहीं, पाकिस्‍तान के स्‍कूल की तस्‍वीर है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यूपी के सरकारी स्‍कूल के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। यह तस्‍वीर पाकिस्‍तान के एक स्‍कूल की है। 2015 से इंटरनेट पर मौजूद यह तस्‍वीर कई बार पहले भी फर्जी दावों के साथ वायरल हो चुकी है।

Fact Check : यह उत्तर प्रदेश नहीं, पाकिस्‍तान के स्‍कूल की तस्‍वीर है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। उत्तर प्रदेश के स्‍कूल के नाम पर सोशल मीडिया में एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसमें कुछ स्‍कूली बच्‍चों को कीचड़ में बैठे हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह स्थिति उत्तर प्रदेश के सरकारी स्‍कूल की है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। तस्‍वीर पाकिस्‍तान के एक सरकारी स्‍कूल की है। पिछले कई सालों से यह तस्‍वीर अलग-अलग दावों के साथ वायरल हो चुकी है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर आरती सिंह ने 4 जुलाई को एक तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए लिखा : ‘जिस देश मे 3200 करोड़ की मूर्ति, हो वहां के सरकारी स्कूलों का ये हाल. देख लिजिये अब बताओ अपने दिल में इंसानियत रखने वालों देश में 3200 करोड़ की मूर्ति, ज़रूरी है य़ा स्कूल। #शर्मनाकउत्तरप्रदेश।’

वायरल पोस्‍ट को दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। फेसबुक के अलावा यह ट्विटर पर भी वायरल है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स सर्च टूल का सहारा लिया। सर्च करने पर वायरल तस्‍वीर हमें कई सोशल मीडिया हैंडल पर मिली। सबसे पुरानी तस्‍वीर 2015 को अपलोड मिली। पाकिस्‍तानी ट्विटर हैंडल SKY KINGS ने इस तस्‍वीर को 10 जनवरी 2015 को अपने अकाउंट पर अपलोड किया था।

सर्च के दौरान ओरिजनल तस्‍वीर सियासत डॉट पीके नाम की एक वेबसाइट पर भी मिली। इसे पाकिस्‍तान के पंजाब के स्‍कूल की बताया गया। इसे 10 जून 2015 को पोस्‍ट किया गया था। ओरिजनल तस्‍वीर यहां देखें।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने भाजपा, यूपी के प्रवक्‍ता अवनीश त्‍यागी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल पोस्‍ट पूरी तरह फेक है। यह पाकिस्‍तान की तस्‍वीर है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाली यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर आरती सिंह की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर यूपी के लखनऊ में रहती हैं। इन्‍हें अकाउंट पर 16 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यूपी के सरकारी स्‍कूल के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। यह तस्‍वीर पाकिस्‍तान के एक स्‍कूल की है। 2015 से इंटरनेट पर मौजूद यह तस्‍वीर कई बार पहले भी फर्जी दावों के साथ वायरल हो चुकी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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