नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर बारिश के पानी से जलमग्न सड़क की तस्वीर को साझा करते हुए कई यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह पश्चिम बंगाल के किसी इलाके की तस्वीर है। सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को बारिश के पानी की वजह से जलमग्न हुए पश्चिम बंगाल की किसी सड़क का बताकर साझा किया है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही बांग्लादेश की यह पुरानी तस्वीर है, जिसे भ्रामक दावे के साथ पश्चिम बंगाल का बताकर वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘Sk Amirul Islam’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”আমি চ্যালেঞ্জ করে বলতে পারি,পৃথিবীতে আর কোনো দেশ নেই কোনো নদি নেই,এমন কি কোনো শহর ও নেই যেখানে একই রাস্তায় বাস,বাইক,আর নৌকা এক সাথে চলতে পারে, আমরা গর্ব কিরে বলতে পারি,আমরা বাঙালি।কেননা এটা শুধুমাত্র আমাদের লন্ডনে সম্ভব।”
हिंदी में इसे ऐसे पढ़ा जा सकता है, ”मैं आपको चुनौती देता हूँ, दुनिया में कोई और देश या नदी नहीं, ऐसा कोई शहर नहीं जहाँ बसें, बाइक और नौकाएं एक ही सड़क पर चल सकें,
हम गर्व से कैसे कहें, हम बंगाली हैं । क्योंकि यह केवल हमारे लंदन में ही संभव है ।”
गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमें यह तस्वीर ‘Hello Dhaka’ नाम के फेसबुक पेज पर लगी मिली। 21 जून 2021 को अपलोड की गई इस तस्वीर को ‘বিশ্বে এই প্রথম…. একই পথে গাড়ি,ভ্যান,নৌকা,বাস চলাচল করছে… ‘ (हिंदी में दुनिया में पहली बार….कार, वैन, नौकाएं, बसें एक ही तरह से चलती हैं.) कैप्शन के साथ शेयर किया गया है। हालांकि, इस तस्वीर में इसकी लोकेशन और तारीख के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
वायरल हो रही तस्वीर को ध्यान से देखने पर सड़क से सटी दीवार पर ‘Dhaka Mass Transit Company Ltd’ लिखा नजर आया। गूगल सर्च में मिले परिणामों के मुताबिक, इस परियोजना का निर्माण बांग्लादेश के ढाका और नारायणगंज जिले के बीच किया जा रहा है, ताकि ढाका में वायु प्रदूषण और यातायात की बढ़ती समस्या का निराकरण किया जा सके।
तस्वीर में नजर आ रहे भवन की दीवार पर लगे बोर्ड में बांग्ला भाषा में ‘লাইফ এইড স্পেশালাইজড হাসপাতাল লি’ यानी ‘Life Aid Specialized Hospital Ltd’ लिखा नजर आया है। गूगल सर्च करने पर इस अस्पताल का लोकेशन बांग्लादेश के मीरपुर इलाके में दर्ज मिला।
इन की-वर्ड्स के साथ सर्च करने पर हमें बांग्लादेशी न्यूज पोर्ट्ल bdnews24.com की वेबसाइट पर एक जून 2018 को प्रकाशित रिपोर्ट में यह तस्वीर लगी मिली।
दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘यह सभी तस्वीरें ढाका के मीरपुर में काजीपारा क्षेत्र के रोकेया सरानी की है, जब वर्ष 2018 में भारी बारिश की वजह से हुए जलजमाव के कारण को लोगों को भारी दिक्कतों को सामना करना पड़ा।’ वायरल हो रही तस्वीर को हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के कोलकाता ब्यूरो चीफ जे के वाजपेयी से साझा किया। उन्होंने बताया, ‘इस तस्वीर में दीवार पर साफ-साफ ढाका मास ट्रांजिट कंपनी लिमिटेड लिखा हुआ नजर आ रहा है। यह बांग्लादेश के ढाका की परियोजना है और संबंधित तस्वीर भी वहीं की है।’
वायरल हो रही तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को कोलकाता का रहने वाला बताया है। उनकी प्रोफाइल को फेसबुक पर 124 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में वर्ष 2018 में भारी बारिश की वजह से हुए जलजमाव की पुरानी तस्वीर को पश्चिम बंगाल का बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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