भारतीय वायु सेना के द्वारा अफगानिस्तान से निकाले गए 800 भारतीयों के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर 2013 में फिलीपींस में आए चक्रवाती तूफान से बचाए गए लोगों की है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत समेत कई देश अपने नागरिकों को वहां से निकालने के अभियान में जुटे हुए हैं। इसी संदर्भ में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है यह काबुल से भारतीय वायु सेना के C17 विमान से सुरक्षित भारत लाए गए लोगों की तस्वीर है। दावा किया जा रहा है कि इस अभियान के तहत 800 लोगों को एक बार में वहां से सुरक्षित निकाल कर भारत लाया गया।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। भारत ने अफगानिस्तान के दूतावास में तैनात अपने अधिकारियों और सुरक्षा बलों को वहां से सुरक्षित निकाल लिया है, लेकिन वायरल हो रही तस्वीर भारत के किसी बचाव अभियान से संबंधित नहीं है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Simple’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”IAF C17 airlifts from Kabul airport with 800 Indians. A record which previously stood at 670.”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। फेसबुक यूजर ‘Rajnish Singh’ ने भी इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है।
न्यूज सर्च में हमें ऐसी कई खबरें मिली, जिसमें तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में तैनात भारतीय अधिकारियों और सुरक्षा बलों को वहां से सुरक्षित निकालकर भारत लाए जाने का जिक्र है। न्यूज एजेंसी एएनआई के हैंडल से किए गए ट्वीट के मुताबिक, काबुल में काम करने वाले भारतीय अधिकारियों को लेकर वायु सेना का C-17 विमान गुजरात के जामनगर एयरपोर्ट पर उतरा। इसके साथ ही दो अन्य वायु सेना के विमान हिंडन एयरबेस पर भी उतरे, जिसने काबुल से उड़ान भरी थी।
द हिंदू की वेबसाइट पर 17 अगस्त 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद 140 लोग (120 दूतावास के कर्मचारी और सुरक्षा बल, 16 सामान्य नागरिक और चार मीडियाकर्मी) दिल्ली लाए गए हैं। इन लोगों को वापस लाने के लिए भारतीय वायु सेना ने C-17 विमान का इस्तेमाल किया गया।’
द हिंदू की ही एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले 16 अगस्त को C-17 विमान के जरिए 40 राजनयिक और अन्य लोगों को भारत लाया गया था। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, 15 अगस्त को एयर इंडिया के विमान के जरिए काबुल से 129 भारतीयों को दिल्ली वापस लाया गया।
किसी भी रिपोर्ट में हमें वह तस्वीर नहीं मिली, जो वायरल हो रही है। साथ ही किसी भी रिपोर्ट में हमें यह जानकारी भी नहीं मिली, जिसमें एक साथ C-17 विमान के जरिए 800 से अधिक भारतीयों को वापस लाए जाने की जानकारी हो। तेज टीवी के ट्विटर हैंडल से 18 अगस्त को किए गए ट्वीट के मुताबिक, अफगानिस्तान से भारतीय दूतावास के अधिकारियों, स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों को वापस लाए जाने के बाद अन्य भारतीयों को वहां से निकालने की तैयारी चल रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक करीब 1600 से अधिक भारतीयों ने अफगानिस्तान से निकलने के लिए भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगाई है।
वायरल हो रही तस्वीर का ओरिजिनल सोर्स जानने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें यह तस्वीर अमेरिकी एयर फोर्स की वेबसाइट पर लगी मिली।
दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘फिलीपींस में 17 नवंबर 2013 को चक्रवाती तूफान हैयान की वजह से अमरिकी एयर फोर्स ने C-17 ग्लोबमास्टर III की मदद से 670 लोगों को सुरक्षित निकालकर उन्हें मनीला पहुंचाया था।’
इसी तस्वीर को अफगानिस्तान से भारतीयों को सुरक्षित निकाले जाने के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। वायरल तस्वीर को लेकर हमने भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी से संपर्क किया। उन्होंने बताया, ‘भारतीय वायु सेना ने काबुल से भारतीय राजनयिकों और अन्य अधिकारियों को निकालने के लिए C-17 विमान का इस्तेमाल किया और वहां से लोगों को सुरक्षित भी निकाला गया है। लेकिन यह तस्वीर किसी भारतीय बचाव अभियान की नहीं है।’
न्यूज सर्च में हमें वह तस्वीर भी मिली, जिसमें अमेरिकी वायु सेना के C-17 विमान के जरिए अफगानी शरणार्थियों को काबुल से कतर ले जाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, इस विमान में 640 अफगानी नागरिक सवार थे, जिन्होंने तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान को छोड़ दिया।
वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को करीब पांच हजार लोग फॉलो करते हैं। उन्होंने अपनी प्रोफाइल में स्वयं को दिल्ली का रहने वाला बताया है।
निष्कर्ष: तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान से भारतीय वायु सेना के C-17 विमान से 800 भारतीय को सुरक्षित निकाले जाने के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर 17 नवंबर 2013 की फिलीपींस की है, जब करीब 670 से अधिक लोगों को चक्रवाती तूफान हैयान के कारण टाकलोबान से निकालकर मनीला ले जाया गया था। इस बचाव अभियान को C-17 ग्लोबमास्टर III के जरिए पूरा किया गया था।
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