आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले असदुद्दीन ओवैसी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच हुई चुनावी मुलाकात का दावा करने वाली तस्वीर करीब पांच साल पुरानी है, जिसका किसी भी चुनावी बैठक से कोई लेना-देना नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी 100 विधानसभा सीटों पर लड़ने की घोषणा कर चुके हैं और वह लगातार उत्तर प्रदेश में सियासी दौरे कर रहे हैं। इसी संदर्भ में उनकी तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें उन्हें केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता स्मृति ईरानी के साथ देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच की यह सियासी मुलाकात उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर थी और ओवैसी बिहार और बंगाल के बाद अब उत्तर प्रदेश में बीजेपी की मदद करने के लिए काम कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक और गुमराह करने वाला निकला। ओवैसी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच मुलाकात की यह तस्वीर करीब पांच साल पुरानी है और यह किसी भी तरह से चुनावी मुलाकात नहीं थी।
यह ऐसी तस्वीर है, जो समय-समय पर चुनावी मौसम में सोशल मीडिया पर वायरल होते रहती है। इससे पहले यह तस्वीर हैदराबाद नगर निगम चुनाव और बंगाल चुनाव के दौरान दोनों नेताओं के बीच सीक्रेट चुनावी मीटिंग के दावे के साथ वायरल हो चुकी है और अब इस तस्वीर को फिर से सोशल मीडिया पर यूपी विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी और एआईएमआईएम के बीच की सीक्रेट बैठक के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘Meesam Turabi’ ने इस तस्वीर को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, ”After Bihar and West Bengal, unofficial leader of BJP, Asaduddin Owaisi, arrives in Uttar Pradesh to help BJP win Election. 😊ये औपचारिक मुलाकात नही हो सकती।”
फेसबुक यूजर ‘Priyanka Gandhi’ ने वायरल तस्वरी को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, ”समझदार लोगों को इशारा काफ़ी है…।” दोनों ही यूजर्स की पोस्ट से यह प्रतीत होता है कि यह तस्वीर उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले ओवैसी और स्मृति ईरानी के बीच हुई किसी चुनावी बैठक का है।
ट्विटर पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश विधानसभा में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। ओवैसी उत्तर प्रदेश में सियासी संभावनाओं को टटोलने के लिए लगातार चुनावी दौरे कर रहे हैं और कई नेताओं से मुलाकात भी कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी को पार्टी में शामिल कराने के बाद सात सितंबर को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनावी रणनीति के बारे में जानकारी दी।
हालांकि, किसी भी न्यूज रिपोर्ट में हमें ओवैसी के साथ केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की मुलाकात की खबर नहीं मिली। सर्च में हमें ऐसी कई खबरें जरूर मिली, जिसके मुताबिक ओवैसी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले कई अलग-अलग दलों के नेताओं के साथ मुलाकात कर उत्तर प्रदेश में अपने दल के लिए सियासी संभावनाओं को टटोलने में लगे हुए हैं। कुछ हफ्तों पहले ही ओमप्रकाश राजभर और चंद्रशेखर रावण से उनकी मुलाकात की तस्वीर सुर्खियों में शामिल थी।
वायरल हो रही तस्वीर और उसके साथ किए गए दावे की सत्यता को जांचने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली, ताकि तस्वीर के ओरिजिनल सोर्स का पता लगाया जा सके। सर्च में हमें यह तस्वीर असदुद्दीन ओवैसी की ट्विटर प्रोफाइल पर मिली। 23 अगस्त 2016 को स्मृति ईरानी से मुलाकात की दो तस्वीरों वाली एक पोस्ट को रिट्वीट करते हुए ओवैसी ने लिखा था, ‘आखिर क्यों कांग्रेस का एक सांसद भी पावरलूम से जुड़ी मीटिंग में शामिल नहीं हुआ, जहां मैंने समस्याओं को सामने रखा। यह बताता है कि कांग्रेस बेहाल है।’
22 अगस्त को उन्होंने इस बैठक की जानकारी फेसबुक पर अपने वेरिफाइड प्रोफाइल से भी साझा किया है।
यहां से मिले कीवर्ड के आधार पर सर्च करने पर ओवैसी की ट्विटर प्रोफाइल पर हमें 10 अगस्त 2016 का एक और ट्वीट मिला, जिसमें उन्होंने केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी से मुलाकात की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है, ‘माननीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी से मिलकर उन्हें महाराष्ट्र और देश के पावर लूम सेक्टर के संकट की जानकारी दी।’
सर्च में हमें एक और ट्वीट मिला, जिसमें उन्होंने इस बैठक की दो तस्वीरों को साझा किया है।
2016 में पावरलूम सेक्टर के संकट को लेकर तत्कालीन कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी के साथ हुई उनकी मुलाकात की तस्वीर को गलत संदर्भ में चुनावी बैठक के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इस मुलाकात के वक्त स्मृति ईरानी कपड़ा मंत्री थी। हाल ही में मोदी कैबिनेट में हुए फेरबदल के बाद अब उनके पास केवल महिला और बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी रह गई है। इस तस्वीर को लेकर हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के लखनऊ के ब्यूरो चीफ अजय जायसवाल से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, ‘दोनों नेताओं के बीच ऐसी कोई मुलाकात नहीं हुई है।’
इससे पहले जब ओवैसी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों का दौरा किया था और उस दौरान भी एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसे लेकर दावा किया गया था कि यह उनकी रैली की तस्वीर है। विश्वास न्यूज की जांच में वह दावा गलत साबित हुआ था। ओवैसी की रैली के नाम पर वायरल हो रही तस्वीर बांग्लादेश में हुए धार्मिक जुलूस की थी।
वायरल तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को करीब तीन सौ से अधिक लोग फॉलो करते हैं। दोनों नेताओं के बीच की मुलाकात की इस तस्वीर को हैदराबाद नगर निगम चुनाव से जोड़कर वायरल किया गया था, तब विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की थी।
निष्कर्ष: आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले असदुद्दीन ओवैसी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच हुई चुनावी मुलाकात का दावा करने वाली तस्वीर करीब पांच साल पुरानी है, जिसका किसी भी चुनावी बैठक से कोई लेना-देना नहीं है। अगस्त 2016 में ओवैसी ने तत्कालीन केंद्रीय कपड़ा मंत्री से मुलाकात कर उन्हें महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्से में पावर लूम सेक्टर के संकट के बारे में जानकारी दी थी और इसी बैठक की तस्वीर को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले दोनों नेताओं के बीच हुई सीक्रेट बैठक के गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
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