Fact Check: बीजेपी और टीएमसी के बीच सुलह के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर पिछले साल हुई ईस्टर्न जोनल काउंसिल की बैठक की है
- By: Abhishek Parashar
- Published: May 8, 2021 at 07:45 PM
- Updated: Jul 19, 2021 at 10:35 AM
नई दिल्ली (विश्वाास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पूर्वी राज्यों के अन्य मुख्यमंत्रियों के साथ गृह मंत्री अमित शाह को खाने की मेज पर साथ बैठे हुए देखा जा सकता है। बंगाल में चुनाव के नतीजों के बाद भड़की हिंसा को लेकर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने हैं। दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच समझौते की तस्वीर है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा पूरी तरह से फर्जी निकला। वायरल हो रही तस्वीर 28 फरवरी 2020 की है, जब ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ईस्टर्न जोनल काउंसिल (EZC) के सदस्यों के लिए अपने आधिकारिक निवास पर भोजन का आयोजन किया था, जिसमें ममता बनर्जी के अलावा पूर्वी राज्यों बिहार और ओडिशा के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे। इस तस्वीर का चुनाव पूर्व और बाद की स्थितियों से कोई लेना-देना नहीं है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर ‘Vinod Singh’ ने सात मई को वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ‘समझौता हो गया क्या?’
सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
वायरल हो रही तस्वीर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को खाने की मेज पर बैठे हुए देखा जा सकता है। गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमें यह तस्वीर कई पुरानी न्यूज रिपोर्ट्स में मिली।
NDTV की वेबसाइट पर 29 फरवरी 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूर्वी राज्यों के फोरम ईस्टर्न जोनल काउंसिल (EZC) की बैठक में शामिल होने के लिए भुवनेश्वर गए थे। इस बैठक की अध्यक्षता गृह मंत्री अमित शाह ने की थी। वहां पहले से ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे।
मीटिंग के बाद नवीन पटनायक ने अपने आधिकारिक निवास पर गृह मंत्री और अन्य पूर्वी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के लिए खाने का कार्यक्रम रखा था। वायरल हो रही तस्वीर उसी की है, जिसे नवीन पटनायक ने अपनी वेरिफाइड ट्विटर प्रोफाइल से भी साझा किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री को भी शामिल होना था, लेकिन वह इसमें शामिल नहीं हो सके। नवीन पटनायक पूर्वी राज्यों के मंच EZC के के वाइस चेयरमैन हैं और उन्होंने इसकी 24वीं बैठक की मेजबानी के दौरान सभी नेताओं के अपने घर पर भोजन के दौरान की तस्वीरों को ट्वीट किया था।
हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के कोलकाता ब्यूरो चीफ जे के वाजपेयी ने इस तस्वीर के बंगाल चुनाव से जुड़े होने के दावे का खंडन करते हुए बताया, ‘यह पिछले साल की तस्वीर है, जब भुवनेश्वर में EZC की बैठक के दौरान गृह मंत्री की पूर्वी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात हुई थी।’
‘दैनिक जागरण’ की वेबसाइट पर 8 मई को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा की स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम वहां गई थी और उन्होंने हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा भी किया था। जागरण की ही एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक बंगाल में केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हुए हमले की घटना के बाद तीन पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया था और 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, ‘बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए अलग-अलग हमलों में कुल नौ लोगों की मौत हो चुकी है।’
चुनाव बाद हो रही हिंसा को लेकर बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाए थे और वायरल हो रही तस्वीर को इसी संदर्भ से जोड़कर फैलाया जा रहा है।
वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को जमशेदपुर निवासी बताया है। उनकी प्रोफाइल को तीन सौ से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
इससे पहले भी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल हो चुकी है। बंगाल चुनाव के दौरान इस तस्वीर को गलत दावे के साथ वायरल किया गया था, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी।
निष्कर्ष: बंगाल चुनाव के बाद बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच सुलह के दावे के साथ वायरल हो ही तस्वीर पिछले साल फरवरी महीने में भुवनेश्वर में हुई ईस्टर्न जोनल काउंसिल की बैठक की है। इस तस्वीर का चुनाव पूर्व और बाद की किसी भी घटना से कोई लेना-देना नहीं है।
- Claim Review : बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच समझौता
- Claimed By : FB User-Vinod Singh
- Fact Check : झूठ
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