नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में बड़ी संख्या में लोगों को किसी खुली जगह पर एकत्रित देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह दिल्ली में जारी किसान आंदोलन की तस्वीर है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। दिल्ली में मौजूद किसान आंदोलन के नाम पर वायरल हो रही यह तस्वीर 2018 में महाराष्ट्र में हुए आंदोलन की है, जिसे हालिया किसान आंदोलन के नाम पर शेयर किया जा रहा है।
ट्विटर यूजर ‘Ujjal Adhikary’ ने इस तस्वीर (आर्काइव लिंक) को दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का बताते हुए शेयर किया है।
सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
गूगल रिवर्स इमेज सर्च किए जाने पर हमें यह तस्वीर ‘द वायर’ की वेबसाइट पर 23 जून 2018 को प्रकाशित रिपोर्ट में लगी मिली, जिसे पी साईंनाथ ने लिखा था। तस्वीर के साथ दी गई क्रेडिट लाइन में इसे ‘People’s Archive of Rural India’ लिखा हुआ था। सर्च करने पर यह तस्वीर हमें ‘People’s Archive of Rural India’ की वेबसाइट पर लगी मिली। इस तस्वीर का इस्तेमाल 22 जून 2018 को प्रकाशित आर्टिकल में किया गया था। इसी वेबसाइट पर एक अन्य आर्टिकल में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था, जिसे 13 मार्च 2018 को प्रकाशित किया गया था।
आर्टिकल में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर मुंबई के आजाद मैदान में 12 मार्च को एकत्रित हुए किसानों की है। आर्टिकल से मिले कीवर्ड ‘Long March’ के साथ सोशल मीडिया सर्च करने पर हमें यही तस्वीर थोड़े अलग एंगल के साथ ऑल इंडिया किसान सभा (@KisanSabha) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर 12 मार्च 2018 को लगी मिली। तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर मुंबई के आजाद मैदान की है।
KisanLongMarch से सर्च करने पर हमें कई अलग-अलग हैंडल से ट्वीट की गई इस आंदोलन की अन्य तस्वीरें मिली, जिसे यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
इसके बाद हमने न्यूज सर्च की मदद ली, जिसमें इस आंदोलन से जुड़े हुए कई आर्टिकल मिले। 12 मार्च 2018 को ‘इकोनॉमिक टाइम्स’ की वेबसाइट पर प्रकाशित आर्टिकल के मुताबिक, ‘करीब 40,000 से अधिक किसानों का जत्था महाराष्ट्र विधानसभा घेराव की योजना के साथ आज (12 मार्च 2018) मुंबई में दाखिल हुआ। कर्ज माफी की मांग के साथ ऑल इंडिया किसान सभा के किसानों का मार्च नासिक से चलकर मुंबई पहुंचा।’
ABP न्यूज के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर 12 मार्च 2018 को अपलोड किए वीडियो बुलेटिन में भी किसानों के मुंबई पहुंचने की जानकारी है।
इसके बाद हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के उन तीन संवाददाताओं से संपर्क किया, जो अलग-अलग स्थानों पर किसानों के प्रदर्शन को कवर कर रहे हैं। सिंधु बॉर्डर कवर कर रहे संवाददाता सोनू राणा, दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन की रिपोर्टिंग कर रहे आशीष गुप्ता और सीनियर रिपोर्टर शुजाउद्दीन ने पुष्टि करते हुए बताया कि वायरल हो रही तस्वीर मौजूदा किसानों के प्रदर्शन से संबंधित नहीं है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग के साथ दिल्ली में पिछले 14 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी है और इस आंदोलन के नाम पर ऐसी कई असंबंधित तस्वीरें वायरल हुई है, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की है। इससे पहले ऐसी ही एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें दिल्ली में किसान आंदोलन की वजह से 80 किलोमीटर लंबे जाम का दावा किया गया था। हमारी पड़ताल में वह दावा गलत निकला था, जिसकी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग के साथ दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसान आंदोलन के नाम पर वायरल हो रही तस्वीर 2018 में महाराष्ट्र में किसानों के लॉन्ग मार्च आंदोलन की तस्वीर है।
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