इराक के मोसुल प्रांत में वर्ष 2014 में गिराई गई मस्जिद की तस्वीर को पाकिस्तान में तालिबानियो के गिराई गई मस्जिद की तस्वीर के दावे के साथ वायरल हो रही है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान में तालिबानियों ने एक मस्जिद को ध्वस्त कर दिया।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर पाकिस्तान की नहीं, बल्कि इराक के मोसुल में मौजूद ऐतिहासक विरासत की अहमियत वाली पुरानी मस्जिद की तस्वीर है, जिसे 2014 में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ध्वस्त कर दिया था।
फेसबुक यूजर ‘Mahendra Choudhary’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”पाकिस्तान में तालिबानियों की मदद से पहली मस्जिद अंतरिक्ष में लांच की गई…बधाइयां रुकनी नहीं चाहिए 🤣🤣🙄”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल तस्वीर के साथ किए गए दावे की सत्यता को जांचने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें यह तस्वीर news.artnet.com की वेबसाइट पर लगी मिली।
चार अगस्त 2014 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक यह तस्वीर इराक के मोसुल शहर में स्थित यूनुस मस्जिद की थी, जिसे आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ध्वस्त कर दिया था। रॉयटर्स की वेबसाइट पर भी 2017 में प्रकाशित रिपोर्ट में वर्ष 2014 में इस मस्जिद को ध्वस्त किए जाने का जिक्र है।
इन कीवर्ड्स के साथ सर्च करने पर हमें rt.com की वेबसाइट पर पांच जुलाई 2014 को प्रकाशित पुरानी रिपोर्ट मिली, जिसमें उत्तरी इराक में इस्लामिक स्टेट (ISIS) द्वारा कई मस्जिदों और धार्मिक स्थलों को जमींदोज किए जाने की रिपोर्ट है।
इसी रिपोर्ट में हमें वह तस्वीर भी मिली, जो वायरल हो रही है। खबर में दी गई जानकारी के मुताबिक, इस ऐतिहासिक स्थल का निर्माण 1760 ईस्वी में किया गया था और इसे जोना के मकबरे के नाम से भी जाना जाता था।
यह स्थल यूनेस्को की विरासत स्थल में भी शुमार था। यूनेस्को की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी से इसकी पुष्टि होती है। यहां दी गई सूचना में भी इस मस्जिद को वर्ष 2014 में गिराए जाने का जिक्र है।
वायरल तस्वरी को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर फेसबुक पर अप्रैल 2013 से मौजूद हैं।
निष्कर्ष: वायरल हो रही तस्वीर पाकिस्तान के किसी मस्जिद की नहीं, बल्कि इराक के मोसुल प्रांत में मौजूद मस्जिद की है, जिसे इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने 2014 में गिरा दिया था। यह उत्तरी इराक में मौजूद उन कई ऐतिहासिक विरासत वाले स्थलों में से एक था, जिसे इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने ध्वस्त कर दिया था।
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