Fact Check: यह तस्वीर उत्तर प्रदेश में ओवैसी की चुनावी रैली की नहीं, बांग्लादेश में हुए धार्मिक जुलूस की है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी गलत तस्वीरों और वीडियो को साझा किए जाने की प्रवृत्ति जोर पकड़ती नजर आ रही है। इसी संदर्भ में एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी की रैली की है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर बांग्लादेश में हुए धार्मिक जुलूस की है, जिसे उत्तर प्रदेश में ओवैसी की चुनावी रैली का बताकर वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक पेज ‘Aimim Unnao’ ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”फिलहाल उत्तर प्रदेश पूरी तरह से चुनावी मूड में आ गया है। बनारस में आज प्रधानमंत्री मोदी जी, आज ही पूरे प्रदेश में सपा का धरना प्रदर्शन और आज ही यूपी वेस्ट के दौरे पर हैं, AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हम तमाम लोगों के महबूब लीडर असदुद्दीन ओवैसी साहब भी हैं। आज AIMIM की भीड़ और रैली देख के लग रहा है, यूपी में बदलाव होके रहेगा।।”

हालांकि, अब इस पोस्ट को इस पेज से डिलीट किया जा चुका है। एक अन्य फेसबुक यूजर ‘Aman Khan’ ने इस वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”Live- गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश गाजियाबाद का दिल्ली दरवाज़ा बैरिस्टर ओवैसी के इस्तकबाल के लिए सज गईं है, धूम धाम से उत्तर प्रदेश फतह करेंगे मिशन 2022 मीडिया की 50 गाड़ियाँ ओवैसी-साहब के पीछे सिर्फ एक झलक पाने के लिए दौड़ रही हैं 3 हज़ार गाड़ियों की काफिला सिर्फ मुरादाबाद से 2500 गाड़ियों की लगभग कारवाँ सिर्फ मुजफ्फरनगर से निकला ओवैसी-साहब के स्वागत में।”

सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश में ओवैसी की रैली के नाम पर वायरल हो रही गलत तस्वीर

ट्विटर यूजर ‘Mr.Muzammil’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”Only #यूपीमेंओवैसी।”

https://twitter.com/Muzammil7070/status/1415565659765805058

सोशल मीडिया पर अन्य कई यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं का मिजाज भांपने के लिए असदुद्दीन ओवैसी पश्चिमी यूपी के दौरे पर हैं। न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक ओवैसी सड़क रास्ते गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा, संभल होते हुए मुरादाबाद पहुंचे और इस दौरान समर्थकों ने उनका स्वागत भी किया। इस चुनावी दौरे की तस्वीरों और वीडियो उत्तर प्रदेश के AIMIM के स्टेट प्रेसिडेंट शौकत अली ने अपनी ट्विटर अकाउंट से साझा किया है।

कई अन्य न्यूज रिपोर्ट में भी इस दौरे की तस्वीरों और वीडियो को देखा जा सकता है, लेकिन हमें किसी भी रिपोर्ट में वह तस्वीर नहीं मिली, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।

वायरल हो रही तस्वीर की सत्यता जांचने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें यूट्यूब पर बांग्लादेशी यूजर ‘Sunniyater Joygan /সুন্নিয়াতের জয়গান’ का अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो 2017 में बांग्लादेश के चटगांव में सैय्यद मुहम्मद ताहेर शाह के नेतृत्व में ईद-ए-मिलाद के मौके पर निकाली गई जुलूस की है।

10 मिनट तीन सेकेंड के इस वीडियो में 1.27 मिनट पर उस वाहन को देखा जा सकता है, जिसके ऊपर बांग्लादेश का झंडा लगा हुआ है और यही वाहन वायरल तस्वीर में भी नजर आ रही है।

4.51 मिनट के फ्रेम में उस अन्य वाहन को भी देखा जा सकता है, जिसमें लाउडस्पीकर लगा हुआ है। वाहन के ऊपर पीला और सफेद रंग के कपड़े का झंडा लगा हुआ है, जिसे वायरल तस्वीर के किनारे में साफ तौर पर देखा जा सकता है।

वायरल तस्वीर में एक फ्लाईओवर भी नजर आ रही है। फ्लाईओवर जहां खत्म होता हुआ नजर आ रहा है, वहां पर एक चौकोर आकृत्ति नजर आ रही है। ”Chittagong Flyover” कीवर्ड से सर्च करने पर फैक्ट्स खान (Facts Khan) नाम के यूजर की तरफ से यूट्यूब पर 19 जून 2018 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जो चटगांव शहर के फ्लाईओवर का है।

वीडियो में 2.14 मिनट के फ्रेम पर उसी चौकोर आकृति को देखा जा सकता है, जो वायरल तस्वीर में फ्लाईओवर के किनारे नजर आ रहा है। वास्तव में यह एक गेट है, जिसे वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है।

इससे यह साबित होता है कि तस्वीर में नजर आ रहा लोगों का हुजूम बांग्लादेश के चटगांव में सैय्यद मुहम्मद ताहेर शाह के नेतृत्व में ईद-ए-मिलाद के मौके पर निकाली गई जुलूस की है। इसी जूलूस की तस्वीर को उत्तर प्रदेश में ओवैसी की रैली का बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के लखनऊ ब्यूरो चीफ अजय जायसवाल ने वायरल तस्वीर के ओवैसी की रैली से संबंधित होने के दावे का खंडन किया।

वायरल हो रही तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को ट्विटर पर 160 से अधिक लोग फॉलो करते हैं। गौरतलब है कि इससे पहले यह तस्वीर मुंबई में नागरिकता संशोधन विरोधी अधिनियम के खिलाफ हुई रैली के नाम पर वायरल हो चुकी है, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी की रैली के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर बांग्लादेश में हुए धार्मिक जुलूस की तस्वीर है।

False
Symbols that define nature of fake news
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