Fact Check: ढाका में हुए फ्रांस विरोधी प्रदर्शन की तस्वीर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के विरोध का बताकर किया जा रहा है वायरल
- By: Abhishek Parashar
- Published: Mar 26, 2021 at 11:13 AM
- Updated: Jun 18, 2021 at 12:29 AM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में भारी संख्या में प्रदर्शनकारियों को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय बांग्लादेश यात्रा के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन से संबंधित है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के विरोध में ढाका में हुए विरोध प्रदर्शन के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर पिछले साल ढाका में हुए फ्रांस विरोधी प्रदर्शन की तस्वीर है, जिसे गलत दावे के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बांग्लादेश यात्रा से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
सोशल मीडिया यूजर ‘মোঃ ইমান আলী’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को बांग्ला भाषा में शेयर करते हुए लिखा है, ”মাশাল্লাহ! ঢাকায় ধর্ম ভীরু মুসলিম ভাই এবং ইসলামী দলগুলোর আজকের মোদী বিরোধী আন্দোলন।
ইসলামিক দলগুলো দেখিয়ে দিলো যে দেশপ্রেম এবং ধর্মপ্রেম তাদের হৃদয়ের মনিকোঠায় থাকে!
ধন্যবাদ ইসলামপ্রিয় তৌহিদী জনতা!❤️”
हिंदी में इसे ऐसे पढ़ा जा सकता है, ”माशाअल्लाह! ढाका में कायर मुस्लिम भाइयों और इस्लामिक पार्टियों का आज का मोदी विरोधी आंदोलन । इस्लामी पार्टियों ने दिखा दिया कि देशभक्ति और धर्म उनके दिल के अंदर में है! धन्यवाद इस्लामी तौहिदी लोगों!”
सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
वायरल हो रही तस्वीर के साथ किए गए दावे की सत्यता को जांचने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें यह तस्वीर repubblica.it की वेबसाइट पर 27 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट में लगी मिली।
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रॉं के पैगंबर मोहम्मद के कार्टून के प्रकाशन के पक्ष में दिए गए बयान के खिलाफ बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए विरोध प्रदर्शन की है।
nst.com की वेबसाइट पर 28 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट में भी इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए फ्रांस विरोधी प्रदर्शन की है, जब इस्लामी आंदोलन बांग्लादेश पार्टी के सदस्यों ने ढाका में मौजूद फ्रांसीसी दूतावास की तरफ मार्च किया था।
हमने यह तस्वीर बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति और रोहिंग्या मसलों जैसे कई मुद्दों पर ग्राउंड रिपोर्ट करने वाले पत्रकार अभिषेक रंजन सिंह को दिखाई। उन्होंने कहा, ‘इस तस्वीर का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूद दो दिवसीय यात्रा से कोई लेना-देना नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘ढाका के प्रेस क्लब के बाहर कुछ दलों ने प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के खिलाफ प्रदर्शन जरूर किया था, लेकिन यह तस्वीर उस विरोध प्रदर्शन की नहीं है। वायरल तस्वीर में कई लोगों के हाथों में फ्रांस और फ्रांसीसी राष्ट्रपति की तस्वीर वाले बैनर को देखा जा सकता है।’
वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को ढाका का रहने वाला बताया है। उनकी प्रोफाइल को फेसबुक पर करीब दस हजार लोग फॉलो करते हैं।
गौरतलब है कि आज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय बांग्लादेश यात्रा की शुरुआत हो गई है। दैनिक जागरण में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘कोविड-19 महामारी के बाद प्रधानमंत्री पहली विदेश यात्रा पर किसी पड़ोसी देश जा रहे हैं। वह शुक्रवार को बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस समारोह व बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती के अवसर पर आयोजित समारोह में हिस्सा लेंगे। इस दौरान दोनों के बीच होने वाली द्विपक्षीय वार्ता में सैन्य सहयोग पर खास तौर पर चर्चा होगी। इसके अलावा कनेक्टिविटी परियोजनाओं व ऊर्जा सहयोग के कुछ प्रस्तावों पर हस्ताक्षर होने की भी संभावना है।’
प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर प्रोफाइल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस दो दिवसीय यात्रा की जानकारी साझा की गई है।
निष्कर्ष: फ्रांस और फ्रांसीसी राष्ट्रपति के खिलाफ ढाका में पिछले साल हुए विरोध प्रदर्शन की तस्वीर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के विरोध की तस्वीर के नाम पर गलत दावे से वायरल किया जा रहा है।
- Claim Review : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के खिलाफ ढाका में विरोध प्रदर्शन
- Claimed By : FB User-মোঃ ইমান আলী
- Fact Check : झूठ
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