Fact Check: प्रधानमंत्री मोदी की चेन्नई यात्रा से जोड़कर वायरल की जा रही यह तस्वीर बंगाल में हुए पुराने प्रदर्शन से संबंधित है

Fact Check: प्रधानमंत्री मोदी की चेन्नई यात्रा से जोड़कर वायरल की जा रही यह तस्वीर बंगाल में हुए पुराने प्रदर्शन से संबंधित है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेन्नई दौरे के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन से संबंधित है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा पूरी तरह से गलत निकला।

जिस तस्वीर को चेन्नई की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में हुए प्रदर्शन का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हुए पुराने विरोध प्रदर्शन की है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

सोशल मीडिया यूजर ‘Rajeev Singh’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”GoBackModi…Meanwhile mood in Tamil Nadu… One of the most hated Prime ministers in Tamil Nadu GoBackModi.”

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल हो रही तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किए जाने पर हमें यह तस्वीर पत्रकार मयूख रंजन घोष के वेरिफाइड ट्विटर प्रोफाइल पर मिली।

11 जनवरी 2020 को इस तस्वीर को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है, ‘This is one of the busiest roads in Kolkata. #Esplanade. Lakhs and lakhs of people commute, jam packed traffic r seen. Just look at this place tonight. Roads turned into graffitis, no traffic, all roads blocked, students protesting overnight.This is #Kolkata #modiinkolkata.’

हिंदी में इसे ऐसे पढ़ा जा सकता है, ‘यह कोलकाता के व्यस्ततम सड़कों में से एक है। एस्प्लानेड। लाखों लोग यहां से गुजरते हैं और यहां भीड़-भाड़ आम है। इस जगह को देखिए जरा। सड़कें रंगी हुई दीवालों में बदल गई हैं। कोई ट्रैफिक नहीं। सभी सड़कें बंद हैं। छात्र पूरी रात यहां प्रदर्शन कर रहे हैं। यह कोलकाता है।’

हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के कोलकाता ब्यूरो चीफ जे के वाजपेयी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया, ‘यह तस्वीर कोलकाता में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन की है।’

इससे पहले इस तस्वीर को बिहार चुनाव प्रचार से जोड़कर वायरल किया गया था, तब विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की थी, जिसकी विस्तृत रिपोर्ट को नीचे पढ़ा जा सकता है।

वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को करीब 100 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेन्नई दौरे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर बंगाल में हुए पुराने विरोध प्रदर्शन से संबंधित है।

False
Symbols that define nature of fake news
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