Fact Check: मोटापे से ग्रस्त महिला की तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है; वायरल सीएनएन रिपोर्ट फर्जी है

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि सीएनएन ने अपनी वेबसाइट पर ऐसा कोई लेख नहीं डाला था और न ही पीड़िता ने अपनी मौत के लिए अन्वैक्सीनेटेड लोगों को दोषी ठहराया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर में मोटापे से ग्रस्त एक महिला को देखा जा सकता है। वायरल पोस्ट में महिला की तस्वीर के साथ सीएनएन का लोगो लगा है और ऊपर हेडलाइन लिखी है। दिखने में यह ऐसा लग रहा है कि यह सीएनएन की वेबसाइट का स्क्रीनशॉट है। इस खबर की हेडलाइन है- ‘स्वस्थ 40 वर्षीय कोविड पीड़ित के अंतिम शब्द: “मैं इसके लिए अन्वैक्सीनेटेड लोगों को दोष देती हूं”। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि सीएनएन ने अपनी वेबसाइट पर ऐसा कोई लेख नहीं डाला था और न ही पीड़िता ने अपनी मौत के लिए अन्वैक्सीनेटेड लोगों को दोषी ठहराया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर एड्रिएन स्मिथ ने 4 सितंबर को वायरल तस्वीर साझा की और लिखा: @CNN से: स्वस्थ 40 वर्षीय COVID पीड़ित के अंतिम शब्द: “मैं इसके लिए अन्वैक्सीनेटेड लोगों को दोष देती हूं।” तो … लगभग 400 एलबीएस?

पोस्ट और उसके आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल:

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले पोस्ट में लगी तस्वीर की जांच की।

आर्टिकल 25 अगस्त, 2021, बुधवार को प्रकाशित हुआ था। यह आर्टिकल एक व्यंग्य जैसा लग रहा था। लेख में कहा गया: शीला जॉनसन: अनुवादित: “COVID का शिकार होने से एक दिन पहले शीला जॉनसन किसी भी स्वस्थ अमेरिकी की तरह रहती थीं, सुबह 6 बजे उठकर एक दर्जन अंडे, 36 पेनकेक्स, 40 सॉसेज खाने और इसके साथ 1 गैलन मेपल सिरप। वह तब तक था, जब तक उसने अपने अन्वैक्सीनेटेड पड़ोसी, 58 वर्षीय ट्रायथलीट रिचर्ड सोरेनसन से COVID संक्रमण लिया। शीला को महीनों पहले फाइजर वैक्सीन का टीका लगाया गया था और वह लगातार रिचर्ड को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित कर रही थी, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि “मैं 8 फीट लंबा, 190 पाउंड का हूं और 6 मिनट और 20 सेकंड में मील दौड़ता हूं, मुझे वैक्सीन की आवश्यकता क्यों है, मैं बिल्कुल स्वस्थ हूँ!”। जिस दिन शीला का निधन हुआ, रिचर्ड ने अपना 10वां ट्रायथलॉन जीता।”

यह स्पष्ट रूप से एक व्यंग्य लग रहा था।

इसके बाद विश्वास न्यूज ने सीएनएन की वेबसाइट चेक की। हमें सीएनएन की वेबसाइट पर ऐसा कोई आर्टिकल नहीं मिला।

विश्वास न्यूज ने इसके बाद तस्वीर में दिख रही महिला की पहचान का पता लगाने की कोशिश की। हमें इस महिला की तस्वीर लूपर डॉट कॉम पर एक आर्टिकल में मिली। हालांकि, यहाँ दी गयी जानकारी के अनुसार महिला टीएलसी की मेडिकल रियलिटी श्रृंखला, ‘माई 600-एलबी लाइफ’ से सिंडी वेला हैं।

इसके बाद विश्वास न्यूज ने सीएनएन में स्ट्रैटजिक कम्युनिकेशंस के प्रमुख मैट डोर्निक से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “यह एक व्यंग्य आर्टिकल प्रतीत होता है। ऐसा कोई आर्टिकल कभी भी किसी सीएनएन प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित नहीं हुआ था।”

जांच के अंतिम चरण में, विश्वास न्यूज़ ने उस व्यक्ति की प्रोफ़ाइल की जाँच की, जिसने लेख साझा किया था। एड्रिएन स्मिथ के ट्विटर पर 323 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि सीएनएन ने अपनी वेबसाइट पर ऐसा कोई लेख नहीं डाला था और न ही पीड़िता ने अपनी मौत के लिए अन्वैक्सीनेटेड लोगों को दोषी ठहराया है।

False
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