Fact Check: यूपी के बिजनौर की जिला अदालत में हुई हत्याकांड की पुरानी तस्वीर को हाल का बताकर किया जा रहा वायरल

उत्तर प्रदेश के बिजनौर के जिला अदालत में वर्ष 2019 के दिसंबर महीने में हुई हत्याकांड की तस्वीर को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की एक अदालत में हुई हत्याकांड की तस्वीर है। पोस्ट को शेयर किए जाने की तारीख चार अगस्त है, जिससे इसके हाल की घटना होने का भान होता है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रही तस्वीर बिजनौर की एक अदालत में हुए हत्याकांड से संबंधित है, लेकिन यह घटना वर्ष 2019 की है, जिसे हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

सोशल मीडिया यूजर ‘Your Voice’ ने चार अगस्त 2021 को वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”अब अदालत में हत्या क्या बोलती है जनता….योगी सरकार में जनपद बिजनौर की भरी अदालत में जज के सामने माफियाओं ने 11 गोलियां बरसाई, जज साहब को अपनी जान बचाने के लिए कूद कर भागना पड़ा था। आज चारों तरफ भय और आतंक का माहौल है। #YogiKaJangleRaj में किसी नागरिक की जान सुरक्षित नहीं है। हम किस लोकतांत्रिक देश में जी रहे हैं यह माननीय मुख्यमंत्री आदरणीय योगी आदित्यनाथ जी बताएं अगर सरकार नहीं चला पा रहे हैं तो तत्काल इस्तीफा देकर मंदिर का ख्याल रखें।#योगीराजगुंडाराज #योगीका_जंगलराज”

रोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर

पड़ताल किए जाने तक इस पोस्ट को करीब 500 से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं। ट्विटर पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल हो रही तस्वीर के साथ किए गए दावे की सत्यता को परखने के लिए हमने न्यूज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें ऐसी कई पुरानी रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना का विवरण था। हालांकि, सभी रिपोर्ट्स वर्ष 2019 के दिसंबर महीने में प्रकाशित की गई थीं।

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 17 दिसंबर 2019 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘मंगलवार दोपहर सीजेएम कोर्ट में घुसकर तिहाड़ जेल से पेशी पर आए एक हत्यारोपित की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। दूसरा हत्यारोपित भाग निकला। पुलिस ने फायरिंग करने वाले तीनों आरोपितों को कोर्ट में बंद कर दिया और बाहर भारी पुलिसबल तैनात कर दिया। गोली लगने से हेड मोहर्रिर व दिल्‍ली पुलिस का एक सिपाही भी घायल हो गया।’

17 दिसंबर 2019 को न्यूज एजेंसी एएनआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट के मुताबिक बिजनौर की जिला अदालत में चार अज्ञात अपराधियों ने हत्या के मामले में दो आरोपियों पर गोली चलाई। चारों अपराधियों ने घटना के बाद कोर्ट में खुद को सरेंडर कर दिया।

न्यूज सर्च में हमें आज तक की वेबसाइट पर भी 17 दिसंबर 2019 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें इस घटना के बारे में जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर वायरल हो रही तस्वीर से भी मेल खाती हुई दिख रही है।

आज तक की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में लगी तस्वीर

सोशल मीडिया सर्च में हमें ट्विटर यूजर शैलेंद्र पांडेय के ट्विटर हैंडल से 18 दिसंबर 2019 को ट्वीट की गई तस्वीर मिली, जो हूबहू वायरल तस्वीर से मिलती है। उन्होंने भी अपने ट्वीट में इसे बिजनौर के सीजीएम कोर्ट में हुई हत्याकांड की तस्वीर बताया है।

अमर उजाला के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर इस पूरे घटनाक्रम के वीडियो को देखा जा सकता है।

वायरल हो रही तस्वीर को लेकर हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के बिजनौर के ब्यूरो चीफ कपिल कुमार से संपर्क किया। उन्होंने पुष्ट करते हुए बताया, ‘वायरल हो रही तस्वीर बिजनौर की जिला अदालत में हुई हत्या की है लेकिन यह घटना वर्ष 2019 की है।’

वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले पेज को फेसबुक पर करीब छह लाख लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के बिजनौर के जिला अदालत में वर्ष 2019 के दिसंबर महीने में हुई हत्याकांड की तस्वीर को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।

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