Fact Check: राजस्थान में पुलिस को चुनौती देने के मामले में गिरफ्तार हुई युवती की तस्वीर वैशाली यादव के नाम पर वायरल
उत्तर प्रदेश के हरदोई की निवासी वैशाली यादव के यूक्रेन में फंसे होने का नाटक करने के मामले में यूपी पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किए जाने के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर राजस्थान के नागौर में हथियारों का खुला प्रदर्शन करते हुए पुलिस को चैलेंज देने वाली गिरफ्तार युवती का है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: Mar 4, 2022 at 08:28 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन में फंसे होने का नाटक करने के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक ग्राम प्रधान की बेटी को गिरफ्तार किया है। रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाली वैशाली यादव ने वीडियो के जरिए सरकार से मार्मिक अपील की थी। उन्होंने बताया था कि जहां रहती हैं, वहां यूक्रेन का मिलिट्री कैंट है, जिसे रूस की तरफ से मिसाइल से निशाना बनाए जाने के बाद पूरा शहर बंद हो गया और आपातकाल घोषित कर दिया गया। इससे उनके साथ वहां फंसे अन्य भारतीय छात्र-छात्राओं को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर एक बिल्कुल अलग घटना की है। राजस्थान के नागौर पुलिस ने हथियारों का प्रदर्शन कर लोगों को डराने के मामले में एक युवती को गिरफ्तार किया है और गिरफ्तारी की इसी घटना की तस्वीर को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर वैशाली यादव के नाम से वायरल किया जा रहा है।
क्या है वायरल?
सोशल मीडिया यूजर ‘Rana Praveen Singh’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”यूपी पुलिस सबसे तेज।।।।
यूपी पुलिस द्वारा यूक्रेन से रेस्क्यू की गयी ग्राम प्रधान की बेटी 😂 बेबजह सरकार को किया बदनाम अब जेल में पीसो चक्की?
आमीन चाउमीन!😁😝।”
कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद ही सोशल मीडिया पर वैशाली यादव की तस्वीर वायरल हुई थी, जिसे लेकर दावा किया गया था कि हरदोई निवासी महेंद्र यादव की बेटी वैशाली यादव ने सरकार को बदनाम करने के लिए खुद को यूक्रेन में मेडिकल छात्रा बताकर फर्जी वीडियो बनाया और जब उन्हें पुलिस ने पकड़ा तो उन्होंने कबूल करते हुए बताया कि अपने पिता के कहने पर उन्होंने ऐसा किया था। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया था।
इस फैक्ट चेक स्टोरी और दैनिक जागरण की एक अन्य रिपोर्ट में वैशाली यादव की जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, वह कहीं से भी वायरल हो रही तस्वीर से मेल नहीं खाती है। इससे साफ है कि वायरल हो रही तस्वीर वैशाली यादव की नहीं है।
तस्वीर का ओरिजिनल सोर्स खोजने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें यह तस्वीर राजस्थान के नागौर पुलिस के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल पर लगी मिली।
3 मार्च के इस ट्वीट में दी गई जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर हथियार के साथ वीडियो वायरल कर आमजन में भय का माहौल पैदा करने वाली युवती को गिरफ्तार कर लिया गया है।’ पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘दो मार्च 2022 को पुलिस थाना कोतवाली नागौर पर आईपीसी आर्म्स एक्ट व आईटी एक्ट में प्रकरण दर्ज हुआ था और इसके बाद पुलिस थाना जायल व कोतवाली नागौर पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए लड़की को गिरफ्तार कर लिया।’
कई अन्य न्यूज रिपोर्ट्स में भी इस घटना का जिक्र है। hindi.oneindia.com की वेबसाइट पर दो मार्च 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘नागौर, 2 मार्च। राजस्थान में एक और लेडी डॉन की एंट्री हो गई है। नाम है कमला चौधरी। पहले अनुराधा चौधरी फिर रेखा मीणा और अब कमला चौधरी पुलिस ने नींद उड़ा दी है। लेडी डॉन कमला चौधरी ने तो नागौर पुलिस अधीक्षक को खुला चैलेंज तक दे डाला है। हाल ही कमला चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है, जिसमें वह नागौर एसपी राममूर्ति जोशी को चैलेंज कर रही है।’
अन्य न्यूज रिपोर्ट में इस घटना का जिक्र है। भास्कर डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘खुद को राजस्थान की नई लेडी डॉन के तौर पेश करने वाली कमला चौधरी की गुरुवार को गिरफ्तारी हो गई। सोशल मीडिया के जरिए नागौर SP को चैलेंज करने और हथियारों के साथ वीडियो अपलोड करने के चलते उस पर पुलिस एक्शन हुआ है। नागौर पुलिस ने लेडी डॉन कमला के खिलाफ आर्म्स और IT एक्ट में कार्रवाई की है। गुरुवार सुबह उसकी लोकेशन नागौर के विजय वल्लभ चौराहे पर मिली थी। वह स्कूटी से जा रही थी। जोधपुर रोड पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जायल थाना इंचार्ज को मामले की जांच सौंपी गई है।’
इस मामले में अतिरिक्त पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज ने नागौर पुलिस स्टेशन से संपर्क किया। प्रभारी अधिकारी बनवारी लाल मीणा ने पुष्टि करते हुए बताया, ‘संबंधित घटना जायल थाना क्षेत्र से संबंधित है और इसमें लड़की को गिरफ्तार कर लिया गया है।’
वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 900 लोग फॉलो करते हैं। उन्होंने अपनी प्रोफाइल में स्वयं को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर का रहने वाला बताया है।
न्यूज सर्च में हमें इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर 4 मार्च 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसके मुताबिक, ‘यूक्रेन के इवानो फ्रैंक्विस्क शहर में थर्ड ईयर की मेडिकल स्टूडेंट वैशाली यादव पिछले साल तेरी पुरसौली ग्राम पंचायत की प्रधान चुनी गई थीं। अधिकारियों के मुताबिक, प्रधान निर्वाचित होने के एक महीने बाद वह यूक्रेन अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने चली गईं।’
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘जब वैशाली ने भारत लौटने में मदद की अपील के साथ वीडियो जारी किया तो जनप्रतिनिधि होने के नाते उनकी अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। हरदोई प्रशासन ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है और वह ग्राम पंचायत के कार्यों की समीक्षा भी कर रही हैं।’
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के हरदोई की निवासी वैशाली यादव के यूक्रेन में फंसे होने का नाटक करने के मामले में यूपी पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किए जाने के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर राजस्थान के नागौर में हथियारों का खुला प्रदर्शन करते हुए पुलिस को चैलेंज देने वाली गिरफ्तार युवती का है, जिसे सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
- Claim Review : यूपी पुलिस द्वारा यूक्रेन से रेस्क्यू की गयी ग्राम प्रधान की बेटी
- Claimed By : FB User-Rana Praveen Singh
- Fact Check : झूठ
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