Fact Check: यह तस्वीर 2012 में श्रीनगर स्थित सूफी दरगाह में लगी आग की है, त्रिपुरा के नाम पर सांप्रदायिक दावे से हो रहा वायरल

त्रिपुरा हिंसा के दौरान मस्जिद में लगाई गई आग के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में स्थित ऐतिहासिक पीर दस्तगीर साहिब दरगाह में वर्ष 2012 में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग की घटना से संबंधित है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। त्रिपुरा हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में आग की लपटों से घिरी इमारत को देखा जा सकता है। सांप्रदायिक रंग देकर वायरल की जा रही इस तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर त्रिपुरा में हुई हिंसा के दौरान मस्जिद में लगाई गई आग की घटना से संबंधित है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में स्थित पीर दस्तगीर साहिब दरगाह में लगी आग की पुरानी घटना से संबंधित है। यह घटना 2012 की है और इसी की तस्वीर को त्रिपुरा के नाम से मस्जिद में लगी आग के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Ayat Khan’ ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”ত্রিপুরা মুসলমানদের জন্য দোয়া করুন সবাই !
ভারতের একটি ছোট্ট অঙ্গরাজ্য ত্রিপুরা। ত্রিপুরায় এখন পর্যন্ত ১৬ টি মসজিদে আগুন এবং অনেক ঘর বাড়িতে আগুন লাগিয়েছে।ত্রিপুরার মুসলিমদের জন্য দোয়া করুন।ভারতের ত্রিপুরা রাজ্যে মুসলমানদের উপর বেশ কিছুদিন ধরে হামলা চলছে। মুসলিমদের বহু বাড়িঘর, দোকানপাট ও ১২টি মসজিদ পুড়িয়ে দিয়েছে কিছু উগ্র হিন্দুত্ববাদী জনগোষ্ঠী ও
বজরং দলের লোকেরা।কিন্তু প্রশাসনের পক্ষ থেকে এখনো তেমন কোনো পদক্ষেপ নেওয়া হয়নি। পা চাটা মোদী মিডিয়া আর ধর্মনিরপেক্ষ দলগুলোর কথা বাদ দিলাম। মুসলিম রাজনৈতিক নেতারাও ত্রিপুরা সাম্প্রদায়িক হত্যাকাণ্ড নিয়ে একটি শব্দও উচ্চারণ করেননি।নিশ্চয়ই আল্লাহ ছাড় দেন কিন্ত ছেড়ে দেন না ! ” (“‘त्रिपुरा के मुसलमानों के लिए सभी दुआ करें!
त्रिपुरा भारत का एक छोटा सा राज्य है। त्रिपुरा में अब तक 16 मस्जिदों में आग और कई घरों में आग लगाई जा चुकी है।
त्रिपुरा के मुसलमानों के लिए दुआ करें। भारत के त्रिपुरा राज्य में कुछ समय से मुसलमानों पर हमला हुआ है। मुसलमानों के कई घरों, दुकानों और 12 मस्जिदों को कुछ आतंकवादी हिंदुत्ववादी समुदाय ने जला दिया हैबजरंग दल वाले। लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक ऐसी कोई कार्यवाही नहीं की गई है। तलवे चाटने वाली मोदी मीडिया और सेकुलर पार्टियों को छोड़ दिया है। यहां तक कि मुस्लिम राजनीतिक नेताओं ने त्रिपुरा सांप्रदायिक हत्याओं के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा है।यकीनन अल्लाह छोड़ देता है लेकिन छोड़ता नहीं!”)

त्रिपुरा में मस्जिद में आग लगाए जाने के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर

पड़ताल

वायरल हो रही तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह तस्वीर टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 26 जून 2012 को प्रकाशित रिपोर्ट में लगी मिली।

टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर

दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर श्रीनगर के ऐतिहासिक सूफी धार्मिक स्थल में लगी आग की तस्वीर है। न्यूज सर्च में हमें ndtv.in की वेबसाइट पर 25 जून 2012 को प्रकाशित आर्टिकल मिला, जिसमें इस घटना की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘जम्मू एवं कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में स्थित ऐतिहासिक पीर दस्तगीर साहिब दरगाह सोमवार सुबह आग की चपेट में आ गई। वैसे अधिकारियों ने कहा है कि दरगाह में रखे पीर दस्तगीर के अवशेष पूरी तरह से सुरक्षित है।’

कई अन्य रिपोर्ट में भी इस घटना का जिक्र है। ‘ABP NEWS’ के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर 2012 में अपलोड किए गए वीडियो बुलेटिन में इस घटना की जानकारी है और इसमें नजर आ रहा दृश्य वायरल हो रहे दृश्य से मेल खाता है।

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘दरगाह में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी और इस वजह से काफी नुकसान हुआ।’ हमारी पड़ताल से यह स्पष्ट है कि त्रिपुरा में मस्जिद में लगाई गई आग की तस्वीर के दावे के साथ वायरल फोटो श्रीनगर स्थित ऐतिहासिक पीर दस्तगीर साहिब दरगाह में वर्ष 2012 में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग की तस्वीर है।

गौरतलब है कि त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद त्रिपुरा पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जारी वीडियो अपील में लोगों से फेसबुक और ट्विटर पर किसी तरह का अफवाह नहीं फैलाने की अपील की गई है। हालांकि, इसके बावजूद सोशल मीडिया पर भ्रामक या गलत दावे के साथ वीडियो और तस्वीरों को साझा किए जाने की प्रवृत्ति में कमी नहीं आई है।

निष्कर्ष: त्रिपुरा हिंसा के दौरान मस्जिद में लगाई गई आग के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में स्थित ऐतिहासिक पीर दस्तगीर साहिब दरगाह में वर्ष 2012 में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग की घटना से संबंधित है, जिसे त्रिपुरा के नाम पर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट