उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ विकास दुबे की तस्वीर के दावे के साथ वायरल हो रही इमेज झूठी है। योगी आदित्यनाथ के साथ जिस व्यक्ति की तस्वीर को विकास दुबे का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह एक पुलिसकर्मी हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे की पुलिस ‘एनकाउंटर’ में हुई मौत के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक व्यक्ति को आशीर्वाद देते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि आशीर्वाद लेता हुए व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि विकास दुबे है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा फर्जी निकला। योगी आदित्यनाथ के साथ जिस व्यक्ति की तस्वीर को विकास दुबे का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह एक पुलिसकर्मी हैं।
फेसबुक यूजर ‘Reyan Khan’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”Vikas dubey with yogi.. Chor chor Mausere bhai.”
हिंदी में इसे ऐसे पढ़ा जा सकता है, ‘विकास दुबे योगी के साथ। चोर-चोर मौसेरे भाई।’ पड़ताल किए जाने तक इस तस्वीर को करीब एक हजार से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं।
तस्वीर को गौर से देखने पर नजर आता है कि जिस व्यक्ति को विकास दुबे बताया जा रहा है, उसने पुलिस की वर्दी पहन रखी है। वहीं, विकास दुबे एक हिस्ट्रीशीटर था, जिसके खिलाफ कई मामले दर्ज थे।
इसके बाद हमने गूगल रिवर्स इमेज की मदद ली। रिवर्स इमेज में हमें यह तस्वीर ndtv.com की वेबसाइट पर 28 जुलाई 2018 को प्रकाशित रिपोर्ट में मिली।
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर में एक पुलिस अधिकारी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से आशीर्वाद लेते हुए नजर आए। यह घटना 27 जुलाई 2018 की है। मुख्यमंत्री के साथ की सभी तस्वीरें प्रवीण कुमार सिंह ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर डाली थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवीण कुमार सिंह गोरखनाथ इलाके के सर्किल ऑफिसर हैं। अपने फेसबुक पोस्ट में सिंह ने लिखा कि वह योगी आदित्यनाथ से गुरु पूर्णिमा के मौके पर आशीर्वाद लेने पहुंचे थे और ऐसा उन्होंने उनके मुख्यमंत्री होने के कारण नहीं, बल्कि गोरखनाथ मंदिर के प्रमुख होने के नाते किया। रिपोर्ट के मुताबिक, बाद में पुलिस अधिकारी ने अपने फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया।
यानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ जिस व्यक्ति की तस्वीर को विकास दुबे बताकर वायरल किया जा रहा है, वह एक पुलिस अधिकारी प्रवीण सिंह हैं।
योगी आदित्यनाथ के निजी फोटोग्राफर विनय तिवारी ने विश्वास न्यूज को बताया, ‘यह मुख्यमंत्री की छवि को खराब करने की सुनियोजित कोशिश है। भला पुलिस की वर्दी में विकास दुबे कैसे हो सकता है?’ तिवारी ने कहा, ‘यह तस्वीर 2018 के गुरु पूर्णिमा के मौके पर गोरखपुर की है।’
गौरतलब है कि कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की मौत के मामले में विकास दुबे मुख्य आरोपी था, जो उत्तर प्रदेश पुलिस के हाथों ‘एनकाउंटर’ में मारा जा चुका है। 10 जुलाई को न्यूज एजेंसी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, कानपुर के पास हुए ‘एनकाउंटर’ में विकास दुबे मारा गया।
इससे पहले भी वायरल हो चुकी कई तस्वीरों में विकास दुबे के अलग-अलग दलों के नेताओं के साथ होने का दावा किया गया था। हाल ही में एक ऐसी ही तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें विकास दुबे के बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के साथ होने का दावा किया गया था। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला था। पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ विकास दुबे की तस्वीर के दावे के साथ वायरल हो रही इमेज झूठी है। योगी आदित्यनाथ के साथ जिस व्यक्ति की तस्वीर को विकास दुबे का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह एक पुलिसकर्मी हैं।
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