Fact Check: उदयपुर चिंतन शिविर में राहुल गांधी के भाषण का एडिटेड अंश भ्रामक दावे से वायरल

राजस्थान के उदयपुर में आयोजित चिंतन शिविर में राहुल गांधी के भाषण के एक अंश को दुष्प्रचार की मंशा से भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। राहुल गांधी ने जाति, धर्मों और राज्यों के बीच संवाद को खत्म किए जाने का आरोप लगाते हुए केंद्र पर निशाना साधा था और उनके इसी भाषण के एक अंश को संदर्भ से अलग कर अग्निपथ योजना से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के भाषण का एक छोटा-सा अंश वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर जो भविष्यवाणी की थी, वह सच हो गया। वीडियो को इस अंदाज में शेयर किया जा रहा है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि राहुल गांधी को अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन की जानकारी थी और जो उन्होंने कहा वह वास्तव में हो गया।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। राहुल गांधी के भाषण का जो अंश वायरल हो रहा है, वह वास्तव में उदयपुर में आयोजित संकल्प चिंतन शिविर में दिए गए उनके भाषण से संबंधित है और इसका अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है। राहुल गांधी का बयान बिल्कुल अलग संदर्भ में दिया था, जिसे अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है। वायरल हो रहा क्लिप उनके भाषण का एक छोटा-सा अंश है, जिसे दुष्प्रचार की मंशा से एडिट कर उसके एक हिस्से को शेयर किया जा रहा है और इसे सुनकर इसके संदर्भ का पता नहीं चल पाता है।

क्या है वायरल?

फेसबुक यूजर ‘एम. एस’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक)को शेयर करते हुए लिखा है, ”हिंदुस्तान में आग लगेगी…
राहुल गांधी ने कांग्रेस के चिंतन शिविर से देश को चेतावनी दी थी, लन्दन में इसी बात को दोहराया।
यूपी में पुलिस ने सेना में भर्ती होने वाले नौजवान बन कर तोड़ फोड़ करने वाले जिन लोगों को गिरफ़्तार किया है उनमें कई कांग्रेस के नेता है।
आग लगायी जा रही है।
यह संयोग नहीं प्रयोग है ?”

वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ समान संदर्भ में शेयर किया है।

पड़ताल

दस सेकेंड के वायरल वीडियो में राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘…..अभी ये लड़ाई शुरू हुई है। आने वाले समय में यह आपको दिखेगा। हिन्दुस्तान में आग लगेगी।’

वीडियो के बैकग्राउंड में नव संकल्प शिविर, उदयपुर लिखा हुआ नजर आ रहा है। साफ है कि यह वीडियो राजस्थान के उदयपुर में 13-15 मई को आयोजित नव संकल्प शिविर का है। सर्च में हमें इंडियन नेशनल कांग्रेस के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर इस कार्यक्रम का पूरा वीडियो मिला।

34.54 मिनट के वीडियो में 29.23 मिनट के फ्रेम से वायरल हो रहे वीडियो क्लिप के संदर्भ को समझा जा सकता है। राहुल गांधी मौजूदा बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं, ”….और हमारी विचारधारा की लड़ाई है। ये आसान लड़ाई नहीं है और यह राजनीतिक लड़ाई भी नहीं है। यह देश के भविष्य की लड़ाई है और देश को बचाने की लड़ाई है। आपको दिखेगा अभी यह लड़ाई शुरू हुई है। आने वाले समय में आपको दिखेगा…हिन्दुस्तान में आग लगेगी। मैंने कोविड की बात की थी। याद रखो, मैं बता रहा हूं। जितना ये इंस्टीट्यूशंस को तोड़ेंगे…जितना ये हमारे स्टेट्स के बीच में, धर्मों के बीच में, जातों के बीच में कन्वर्शेसंस को खत्म करेंगे…दबाएंगे, उतने ही जोर से आग लगेगी देश में। मैं साफ बोल देता हूं। कांग्रेस पार्टी का काम उस बातचीत को फिर से शुरू करने का है। कांग्रेस पार्टी का काम हमारे जो इंस्टीट्यूशंस है, उसकी रक्षा करने का है। ये हमारा काम है…कोई रीजनल पार्टी ये नहीं करेगी।”

जोधपुर के स्थानीय पत्रकार रंजन दवे ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ‘राहुल गांधी के भाषण का वायरल क्लिप उदयपुर में आयोजित चिंतन शिविर में दिए गए उनके भाषण का अंश है और यह कहीं से भी अग्निपथ के बारे में नहीं है।’

स्पष्ट है कि राहुल गांधी ने जो कहा वह कहीं से भी अग्निपथ योजना के संदर्भ में नहीं था और यह भाषण 13-15 मई को राजस्थान के उदयपुर में दिया गया था, जबकि केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ की घोषणा 14 जून को थी, जिसके बाद देश के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 13 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: राजस्थान के उदयपुर में आयोजित चिंतन शिविर में राहुल गांधी के भाषण के एक अंश को दुष्प्रचार की मंशा से भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। राहुल गांधी ने जाति, धर्मों और राज्यों के बीच संवाद को खत्म किए जाने का आरोप लगाते हुए केंद्र पर निशाना साधा था और उनके इसी भाषण के एक अंश को संदर्भ से अलग कर अग्निपथ योजना से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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