Fact Check: चुनाव जीतने के लिए EVM ‘मैनेज’ करने के दावे से वायरल PM मोदी का वीडियो ऑल्टर्ड, FAKE दावे से किया जा रहा वायरल

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद चुनाव जीतने के लिए ईवीएम में 'छेड़छाड़' के दावे के साथ वायरल हो रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वायरल वीडियो क्लिप ऑल्टर्ड है, जिसे फेक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। वायरल वीडियो क्लिप 2019 के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेस कॉन्फ्रेंस का है, जिसमें उन्होंने 2019 के चुनाव के दौरान पार्टी के चुनावी प्रबंधन और उसकी व्यापकता के बारे में बात की थी।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस के हरियाणा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठाए जाने के बीच सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर यह स्वीकार किया कि चुनाव जीतने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को ‘सेट’ करना पड़ता है। इस वीडियो क्लिप के साथ हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को दिखाया गया है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 49 सीटें और कांग्रेस को 34 सीटों के मिलने का आंकड़ा नजर आ रहा है, जिसे चुनाव आयोग और ईवीएम को ‘मैनेज’ करने के दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को फेक पाया और इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो क्लिप ऑल्टर्ड है। ऑरिजिनल वीडियो क्लिप 2019 के आम चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी के प्रेस कॉन्फ्रेंस का है, जिसमें उन्होंने चुनाव बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चुनाव के दौरान पार्टी की तैयारियों की बारीकी के बारे में बताते हुए पत्रकारों से इस मुद्दे पर रिसर्च करने के लिए कहा था कि कैसे एक बड़े लोकतांत्रिक देश में कोई पार्टी अपने चुनावी कार्यक्रमों का प्रबंधन करती है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Hansraj Meena’ ने वायरल वीडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “लास्ट मूवमेंट पर ऐसे नहीं होता है जी, बहुत पहले से EC, EVM को सेट करना पड़ता है !”

सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट।

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्यू यूजर्स (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो क्लिप को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो क्लिप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “हमारी योजना ऐसे नहीं होती है, आपको लगता है कि लास्ट मोमेंट ऐसा कर दिया…लास्ट मोमेंट ऐसा कर दिया है…ऐसा नहीं होता है जी…हम बहुत डिटेल में प्लान करके चीजों को ऑर्गनाइज करते हैं!”

इस छोटे वीडियो क्लिप के साथ हरियाणा विधानसा चुनाव के नतीजों का आंकड़ा है और वीडियो क्लिप पर यह लिखा हुआ है, “ऐसे नहीं होता है जी, बहुतपहले से EC, EVM को सेट करना पड़ता है।”

वायरल वीडियो को सुनकर यह स्पष्ट हो जाता है कि यह किसी ऑरिजिनल वीडियो का एडिटेड हिस्सा है, क्योंकि इसे सुनकर पीएम की बातों का संदर्भ स्पष्ट नहीं होता है। चुनावों के दौरान यह राजनीतिक दुष्प्रचार का सामान्य तरीका है, जिसमें नेताओं की स्पीच के एक हिस्से को उसके संदर्भ से अलग कर उसका ऑल्टर्ड वर्जन शेयर किया जाता है।

इसलिए हमने इस वायरल क्लिप के ऑरिजिनल सोर्स को ढूंढने के लिए रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। इन-विड टूल की मदद से हमने इस वायरल वीडियो क्लिप के की-फ्रेम्स को निकाला और उसे रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च में हमें ऑरिजिनल वीडियो एडीटीवी प्रॉफिट के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर मिला, जिसे पांच साल पहले अपलोड किया गया है।

17 मई 2019 को दी गई जानकारी के मुताबिक, “यह पिछले पांच वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला प्रेस कॉन्फ्रेंस था।” 2014 में सरकार में आने के बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले नरेंद्र मोदी ने प्रेस को संबोधित किया था और इस दौरान उनके साथ तत्कालीन पार्टी प्रेसिडेंट अमित शाह समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।

इसी दौरान पीएम मोदी ने चुनाव के दौरान पार्टी की गतिविधियों और इतने बड़े देश में चुनाव के दौरान बीजेपी के चुनावी प्रबंधन को लेकर बातचीत करते हुए वहां मौजूद पत्रकारों से इस मुद्दे पर शोध करने की अपील की थी। वायरल क्लिप का संदर्भ यही है, जिसमें वह चुनावी प्रबंधन की व्यापकता पर बात करते हुए कहते हैं, (33 मिनट के फ्रेम से) “…..अच्छा है कि देश की नई पीढ़ी को पता चले कि ऑर्गनाइजेशन कैसे चलता है…इतनी बड़ी व्यवस्थाएं कैसे चलती हैं…ह्यूमन रिसोर्स को इतना मोबालाइज करना…और बड़ा टारगेटेड फोकस एक्टिविटी देना….ये अपने आप में बहुत बड़ा काम होता है।”

इसके बाद वह कहते हैं, “…मेरी पहली सभा हुई मेरठ में और आखिरी सभा हुई मध्य प्रदेश में…..दोनों का बड़ा लिंक है जी…1857 की क्रांति मेरठ और आज मैं मध्य प्रदेश में गया, वहां का भीमा नायक, एक आदिवासी, जो 1857 के आंदोलन का नेतृत्व कर रहा था और जिसको फांसी हुई थी..यानी हमारी योजना ऐसे नहीं होती है…..आपको ऐसा लगता होगा कि लास्ट मोमेंट ऐसा कर दिया…लास्ट मोमेंट ऐसा कर दिया….ऐसा नहीं होता है जी…हम बहुत डिटेल में प्लान करके चीजों को ऑर्गनाइज करते हैं।”

2019 के प्रेस कॉन्फ्रेंस का यह वीडियो संसद टीवी समेत अन्य न्यूज चैनल्स के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध है।

यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी प्रबंधन की बारीकियों के बारे में बात कर रहे थे न कि ईवीएम या चुनाव आयोग के संदर्भ में, जैसा कि वायरल वीडियो के साथ दावा किया गया है।

गौरतलब है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आठ अक्तूबर को चुके हैं। हरियाणा में जहां भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से सरकार में वापसी करने में सफल रही है, वहां अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाले गठबंधन को बहुमत मिला है।

आठ अक्टूबर को जारी हुए हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे (Source-ECI)

कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव के नतीजों को “अप्रत्याशित” और “अस्वीकार्य” बताते हुए कहा, “ये तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार है। हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते।”

वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. बिजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। वायरल क्लिप को उन्होंने फेक बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा से स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया के समर्थक रहे हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस और उसके समर्थकों को चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाने की बजाए आत्मावलोकन करना चाहिए। हिमाचल प्रदेश के नतीजों को उन्होंने स्वीकार किया और ईवीएम पर सवाल नहीं उठाए और जहां वे हार जाते हैं, या नतीजे उनकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं होते हैं, तो वे ईवीएम और चुनाव प्रक्रिया को बदनाम करने में लग जाते हैं।”

वायरल वीडियो क्लिप को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब साढ़े छह लाख लोग फॉलो करते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स के साथ देश, विदेश और अर्थव्यवस्था से संबंधित अन्य एक्सप्लेनर रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद चुनाव जीतने के लिए ईवीएम में ‘छेड़छाड़’ के दावे के साथ वायरल हो रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वायरल वीडियो क्लिप ऑल्टर्ड है, जिसे फेक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। वायरल वीडियो क्लिप 2019 के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेस कॉन्फ्रेंस का है, जिसमें उन्होंने 2019 के चुनाव के दौरान पार्टी के चुनावी प्रबंधन और उसकी व्यापकता के बारे में बात की थी।

False
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