Fact Check: अमूल की 75वीं वर्षगांठ को लेकर वायरल हो रहा सर्वे लिंक फर्जी है; साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ ने दी है संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने की सलाह

अमूल के 75वीं वर्षगांठ को लेकर वायरल हो रहा यह दावा फर्जी है। पोस्ट एक स्कैम है और उपयोगकर्ताओं को लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने की सलाह देते हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें कहा गया है कि अमूल अपनी 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक सर्वे कर रहा है और लोगों को 6,000 रुपये जीतने का मौका दे रहा है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह लिंक एक संदिग्ध वेबसाइट पर रिडायरेक्ट करता है। यह दावा फर्जी है। पोस्ट एक स्कैम है और उपयोगकर्ताओं को लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वॉट्सऐप पर साझा की गई इस पोस्ट में लिखा है: “अमूल की 75वीं वर्षगांठ! सर्वेक्षण में भाग लेने के लिए प्रवेश करने के लिए क्लिक करें, 6000 रुपये जीतने का मौका है! लिंक: “http://palacefault.top/amul/tb.php?_t=16339198711633920036488″।

पड़ताल

(हम अपने उपयोगकर्ताओं को किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने की सलाह देते हैं)।

विश्वास न्यूज ने मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक कर पोस्ट की पड़ताल की। लिंक ने हमें एक अन्य वेबसाइट https://jollybeef.xyz/AfMjHKgh/amul/?_t=1634027595837#1634027599908 पर रिडायरेक्ट किया, जिसमें हमें कुछ सर्वेक्षण प्रश्नों के उत्तर देने के लिए कहा गया था। सवालों के जवाब देने के बाद हमें अपने वॉट्सऐप संपर्कों के साथ लिंक साझा करने के लिए कहा गया।

विश्वास न्यूज ने अमूल के कस्टमर केयर डिपार्टमेंट से संपर्क किया। शिवम नाम के अधिकारी ने कहा कि वायरल पोस्ट एक स्कैम है और उपयोगकर्ताओं को ऐसे किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइबर सिक्योरिटी (IICS) के अतुल नरूला के अनुसार, उपयोगकर्ताओं को व्हाट्सएप पर फॉरवर्ड करने या किसी संदेश में किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले संदेशों को ध्यान से देखना चाहिए। किसी को हैक करने का सबसे आसान तरीका है आकर्षक ऑफ़र के साथ दुर्भावनापूर्ण लिंक भेजना। यह एक प्रकार की सोशल इंजीनियरिंग है, जहां उपयोगकर्ताओं को पोस्ट पढ़ने और वायरस वाले लिंक पर क्लिक करने के लिए आकर्षक ऑफ़र द्वारा उकसाया जाता है। लिंक पर क्लिक करने के बाद, उपयोगकर्ता के मोबाइल में वायरस इंस्टॉल हो जाता है और वे अपना व्हाट्सएप अकाउंट खो सकते हैं।

एक्सपर्ट् ने वायरल पोस्ट में दिए गए लिंक की भी समीक्षा की और पाया कि, वायरल पोस्ट में दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बाद, यह उपयोगकर्ता को एक अलग वेबसाइट पर रीडायरेक्ट करता है, जिसमें उपयोगकर्ता को 4 प्रश्नों के उत्तर देने के लिए कहा जाता है, इसके साथ ही वेबसाइट के नीचे नकली कमैंट्स भी होती हैं। 4 प्रश्नों के उत्तर देने के बाद उपयोगकर्ता को 6000 रुपये जीतने का संदेश दिया जाता है, जिसमें विभिन्न व्हाट्सएप समूहों में AMUL 25 वर्षगांठ लिंक संदेश साझा करने की शर्त होती है।

अपने आप को बचाने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए?

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ अतुल नरूला के अनुसार:

• कभी भी किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, क्लिक करने से पहले सोचें।
• अपने ब्राउज़र को अपडेट रखें
• आकर्षक ऑफ़र वाले छोटे URL या लिंक पर कभी भी क्लिक न करें
• अपने व्हाट्सएप और सोशल मीडिया अकाउंट पर हमेशा टू-वे ऑथेंटिकेशन इनेबल रखें।
• अज्ञात प्रेषकों के संदेश में किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।

विश्वास न्यूज ने अमूल की आधिकारिक वेबसाइट को भी चेक किया और पाया कि वायरल लिंक आधिकारिक वेबसाइट का नहीं है। आधिकारिक वेबसाइट या इसके किसी सोशल मीडिया हैंडल पर किसी भी प्रामाणिक सर्वेक्षण का ऐसा कोई प्रस्ताव या उल्लेख नहीं था।

इस पोस्ट को फेसबुक पर बासुदेव बेहर नाम के यूजर ने शेयर किया था। प्रोफइल के अनुसार, यूजर ओडिशा का रहने वाला है।

डिस्क्लेमर: इस फैक्ट चेक को अतिरिक्त विवरण और विशेषज्ञों के कोट लगा कर अपडेट किया गया है।

निष्कर्ष: अमूल के 75वीं वर्षगांठ को लेकर वायरल हो रहा यह दावा फर्जी है। पोस्ट एक स्कैम है और उपयोगकर्ताओं को लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने की सलाह देते हैं।

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