चंपई सोरेन और बाबूलाल सोरेन (चंपई सोरेन के बेटे) को अपमानजनक तरीके से संबोधित करने के दावे के साथ वायरल हो रहा अमित शाह का वीडियो ऑल्टर्ड और फेक है, जिसे एडिट कर इन दोनों के संबोधन से 'जी' शब्द को हटा दिया गया है। बतातें चले कि बाबूलाल सोरेन, घाटशिला से बीजेपी के प्रत्याशी है। बता दें कि बाबूलाल सोरेन और बाबूलाल मरांडी दो अलग-अलग नेता हैं। बाबूलाल मरांडी बीजेपी के वरिष्ठ नेता और झारखंड विधानसभा में विपक्ष के लीडर हैं। वहीं, बाबूलाल सोरेन युवा नेता हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। झारखंड और महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। इससे पहले सोशल मीडिया पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने एक सार्वजनिक सभा के दौरान चंपई सोरेन और झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को अपमानजनक तरीके से संबोधित किया।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इसे फेक पाया और इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो ऑल्टर्ड है, जिसे एडिट कर बदल दिया गया है। मूल संबोधन में अमित शाह ने बाबूलाल जी और चंपई जी कहते हुए उन्हें संबोधित किया था, लेकिन वायरल वीडियो में उनके संबोधन से ‘जी’ शब्द को हटा दिया गया है और इसी ऑल्टर्ड क्लिप को फेक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। मंच पर मौजूद जिस बाबूलाल को बाबूलाल जी कहते हुए संबोधित किया था, वे घाटशिला से बीजेपी प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन है, जो चंपई सोरेन के बेटे हैं, न कि बाबूलाल मरांडी। बाबूलाल मरांडी, झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता हैं।
सोशल मीडिया यूजर ‘Rishi Shukla’ ने वायरल वीडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी तो खैर शुरुआत से ही भाजपाई हैं तो ऐसे बर्ताव के अभ्यस्त होंगे। पर पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन तो भाजपा में इसलिए गए कि झामुमो में उन्हें ‘सम्मान’ नहीं मिल रहा था। हालांकि मुख्यमंत्री रहते हेमंत सोरेन सार्वजनिक रूप से उनके पांव छूते थे/हैं। लो करवा लो ‘सम्मान’ नमो नमो”
अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो क्लिप को समान दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो क्लिप 26 सेकेंड का क्लिप है, जिसमें अमित शाह को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “……बाबूलाल आगे आओ भाई…बाबूलाल…आगे आओ…दिनेश आनंद आगे आओ…चंपई आगे आओ…चंपई….ओ…आगे आओ…आगे आओ।”
वीडियो क्लिप को देखने और सुनने के बाद यह प्रतीत हो रहा है कि यह एडिटेड क्लिप है, जिसे उसके ऑरिजिनल वीडियो क्लिप से अलग कर शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो क्लिप के ऑरिजिनल स्रोत को ढूंढने के लिए हमने इन-विड टूल की मदद से इसके की-फ्रेम्स को निकाला और उसे रिवर्स इमेज सर्च किया।
रिवर्स इमेज सर्च में हमें अमित शाह के संबोधन का यह वीडियो भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला, जो दो हफ्ते पहले झारखंड के घाटशिला में उनके भाषण की लाइव स्ट्रीमिंग का वीडियो है।
छह मिनट 33 सेकेंड के फ्रेम के विजुअल को देखने और सुनने से वायरल वीडियो क्लिप में किए गए छेड़छाड़ की बात स्पष्ट हो जाती है। झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं का नाम लेने के बाद शाह कहते हैं, “……और हमारे तीन प्रत्याशी यहां पर उपस्थित हैं। पहले बहरागोड़ा से डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी, आगे आइए दिनेशानंद जी..ताली बजाओ भाई। घाटशिला से युवा प्रत्याशी बाबूलाल जी…बाबूलाल आगे आओ….और सरायकेला से दिग्गज आदिवासी नेता, जिन्होंने आदिवासियों की रोटी, बेटी और जमीन के लिए लड़ाई चालू किया है, ऐसे हमारे चंपई सोरेन जी…आगे आओ चंपई जी के लिए ताली बजाओ भाई।”
स्पष्ट है कि अमित शाह ने चंपाई सोरेन को ‘चंपई सोरेन जी’ कहते हुए संबोधित किया था। साथ ही घाटशिला से बीजेपी प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को ‘बाबूलाल जी’ कहते हुए संबोधित किया था।
वायरल वीडियो को इस अंदाज में शेयर किया गया है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि अमित शाह ने बाबूलाल मरांडी का जिक्र है, जबकि उन्होंने बाबूलाल सोरेन का जिक्र किया था, जो चंपई सोरेन के बेटे हैं और घाटशिला से बीजेपी के उम्मीदवार हैं। इस सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार रामदास सोरेन मैदान में हैं।
जागरण.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, “2005 में यहां हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदीप कुमार बालमुचु विधायक चुने गए। इसके बाद 2009 के चुनाव मे यहां से झारखंड मुक्ति मोर्चा के रामदास सोरेन को विधायक चुना गया। 2014 के चुनाव में इस सीट पर भाजपा के लक्ष्मण टुडू ने कब्जा किया और विधायक बने। 2019 के चुनाव में इस सीट से झामुमो के रामदास सोरेन विजयी हुए।”
हमारी पड़ताल से साफ है कि चंपई सोरेन और बाबूलाल सोरेन (चंपई सोरेन के बेटे) को अपमानजनक तरीके से संबोधित करने के दावे के साथ वायरल हो रहा अमित शाह का वीडियो ऑल्टर्ड और फेक है, जिसे एडिट कर इन दोनों के संबोधन से ‘जी’ शब्द को हटा दिया गया है।
वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के घाटशिला के प्रभारी मंतोष मंडल से संपर्क किया और उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “घाटशिला में हुई रैली के दौरान अमित शाह ने सभी नेताओं को ‘जी’ कहते हुए संबोधित किया था।”
वायरल वीडियो को फेक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित कंटेंट को शेयर किया जाता है। चुनाव से संबंधित अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज के चुनाव सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।
चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक, महाराष्ट्र में 20 नवंबर को, वहीं झारखंड में 13 और 20 नवंबर को मतदान हो चुका है, जिसके नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
निष्कर्ष: चंपई सोरेन और बाबूलाल सोरेन (चंपई सोरेन के बेटे) को अपमानजनक तरीके से संबोधित करने के दावे के साथ वायरल हो रहा अमित शाह का वीडियो ऑल्टर्ड और फेक है, जिसे एडिट कर इन दोनों के संबोधन से ‘जी’ शब्द को हटा दिया गया है। बतातें चले कि बाबूलाल सोरेन, घाटशिला से बीजेपी के प्रत्याशी है। बता दें कि बाबूलाल सोरेन और बाबूलाल मरांडी दो अलग-अलग नेता हैं। बाबूलाल मरांडी बीजेपी के वरिष्ठ नेता और झारखंड विधानसभा में विपक्ष के लीडर हैं। वहीं, बाबूलाल सोरेन युवा नेता हैं।
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