Fact Check: आरक्षण खत्म करने को लेकर वायरल हो रहा अमित शाह का वीडियो फेक है, असली वीडियो से की गई छेड़छाड़

पिछले साल तेलंगाना में हुई रैली के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुस्लिम आरक्षण को समाप्त करने की बात की थी। उस कार्यक्रम के वीडियो को एडिट करके वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: आरक्षण खत्म करने को लेकर वायरल हो रहा अमित शाह का वीडियो फेक है, असली वीडियो से की गई छेड़छाड़

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान सोशल मीडिया पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का कथित वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रहे हैं कि अगर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो वे एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण खत्म कर देंगे। कुछ यूजर्स इस वीडियो को असली समझकर शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि अमित शाह का वायरल वीडियो फेक (Amit Shah Fake Video) है। दरअसल, उन्होंने पिछले साल अप्रैल में तेलंगाना के चेवल्ला में हुई रैली में भाजपा की सरकार आने पर मुस्लिम आरक्षण खत्म करने की बात कही थी, न कि एससी, एसटी और ओबीसी रिजर्वेशन को समाप्त करने की। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है।

क्या है वायरल पोस्ट

विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर कुछ यूजर्स ने इस वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का आग्रह किया।

फेसबुक यूजर Manoj Kumar (आर्काइव लिंक) ने भी 28 अप्रैल को इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा,

“अमित शाह का चुनावी भाषण तेजी से हुआ वायरल जिसमें, बोल रहे है कि अगर बीजेपी की सरकार पुनः बनी तो *OBC SC St* आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा।”

वीडियो में अमित शाह कह रहे हैं, “अगर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो ये गैरसंवैधानिक एससी, एसटी और ओबीसी का है, वो रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे… रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे।”

वेस्ट यूपी कांग्रेस के इंस्टाग्राम हैंडल से भी इस वीडियो को समान दावे के साथ पोस्ट (आर्काइव लिंक) किया गया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने इसका कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। बीजेपी के नेशनल इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने 27 अप्रैल को एनडीटीवी की न्यूज क्लिप शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए इस वायरल वीडियो को एडिटेड बताया। इसमें अमित शाह कह रहे हैं, “अगर भाजपा की सरकार बनेगी तो हम गैरसंवैधानिक मुस्लिम आरक्षण को खत्म कर देंगे। यह अधिकार तेलंगाना के एससी, एसटी और ओबीसी को है। वह अधिकार उनको मिलेगा और मुस्लिम रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे।”

इसके बाद कीवर्ड से सर्च करने पर हमें V6 News Telugu के यूट्यूब चैनल पर इस कार्यक्रम का पूरा वीडियो मिला। 23 अप्रैल 2023 को स्ट्रीमिंग किए गए इस वीडियो में लिखा है कि यह कार्यक्रम चेवल्ला में हुई बीजेपी विजय संकल्प यात्रा का है। इसमें अमित शाह (Amit Shah) मुस्लिम आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं, न कि एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को।

अमित शाह के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी 23 अप्रैल 2023 को इस कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग की गई है। इसमें 14:34 मिनट के बाद अमित शाह कह रहे हैं, ” भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो हम गैरसंवैधानिक मुस्लिम रिजर्वेशन को समाप्त कर देंगे। यह अधिकार तेलंगाना के एससी, एसटी और ओबीसी को है। वह अधिकार उनको मिलेगा और मुस्लिम रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे।”

इससे यह साफ होता है कि ऑरिजिनल वीडियो के अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर वायरल वीडियो को बनाया गया है।

28 अप्रैल को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर एएनआई के हवाले से छपी खबर में लिखा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोहराया है कि जब तक एनडीए सत्ता में है, तब तक एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण या कोटे पर कोई पुनर्विचार नहीं होगा।

29 अप्रैल को इंडिया टुडे में छपी खबर में लिखा है कि दिल्ली पुलिस ने अमित शाह के एडिटेड वीडियो मामले में केस दर्ज किया है। भाजपा का आरोप है कि अमित शाह द्वारा एससी और एसटी के लिए आरक्षण खत्म करने का दावा करने वाला वीडियो फर्जी है। पार्टी की तरफ से आरोप लगाया है कि असली वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए 4 फीसदी ‘असंवैधानिक’ आरक्षण को हटाने पर चर्चा की थी। इसे हाल के लोकसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री की छवि खराब करने के लिए एडिट किया गया है।

इस बारे में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री का कहना है कि अमित शाह के पुराने वीडियो को एडिट कर वायरल किया जा रहा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस में केस भी दर्ज कराया गया है।

एडिटेड वीडियो शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक विचारधारा से प्रभावित यूजर के करीब 5 हजार फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: पिछले साल तेलंगाना में हुई रैली के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुस्लिम आरक्षण को समाप्त करने की बात की थी। उस कार्यक्रम के वीडियो को एडिट करके वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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