Fact Check: अमित शाह ने नहीं कहा था कि सावरकर 1857 क्रांति का हिस्सा थे

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। सोशल मीडिया पर आजकल एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि अमित शाह ने कहा था कि 1857 क्रांति सावरकर के बिना संभव नहीं थी, जबकि असल में उनका जन्म ही 1883 में हुआ था। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि अमित शाह ने यह नहीं कहा था कि 1857 क्रांति सावरकर के बिना संभव नहीं थी। उन्होंने कहा था कि सावरकर ने 1857 की क्रांति को ‘पहले स्वतंत्रता संग्राम’ का नाम दिया था। ।

CLAIM

वायरल पोस्ट में एक तस्वीर है, जिसके ऊपर अमित शाह की तस्वीर के सामने लिखा है, “अमित शाह ने कहा- 1857 की क्रांति सावरकर के बिना संभव नहीं थी। उसके नीचे सावरकर की तस्वीर के सामने लिखा है ,”सच्चाई: सावरकर का जन्म 1883 में हुआ था।” इसके नीचे लिखा है, “गृह मंत्री या झूठ मंत्री। बिहार प्रदेश कांग्रेस।” इस पोस्ट को राशिद भाई परदेसी नाम के एक पेज ने पोस्ट किया है और साथ में डिस्क्रिप्शन में लिखा है, ‘लगे हाथ यह भी कह देते कि मैंने भी 1857 की जंग में 200 अंग्रेजो को मार भगाया था।’

FACT CHECK

इस पोस्ट की फैक्ट चेकिंग करने के लिए हमने सबसे पहले इंटरनेट पर ‘अमित शाह और सावरकर’ कीवर्ड्स के साथ सर्च किया। ढूंढ़ने पर हमारे हाथ इकोनॉमिक टाइम्स की एक खबर लगी, जिसकी हेडलाइन थी (अनुवादित) “अमित शाह ने वाराणसी में कहा: वीर सावरकर पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने 1857 की क्रांति को भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम का नाम दिया था।” यह खबर 17 अक्टूबर 2019 को फाइल हुई थी।

पड़ताल में आगे बढ़ने के लिए हमने बीजेपी के यूट्यूब पेज पर इस वीडियो को ढूंढा। बीजेपी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल द्वारा 17 अक्टूबर को अपलोड किये गए वीडियो में अमित शाह को साफ कहते सुना सकता है, “अगर वीर सावरकर न होते तो 1857 की क्रांति इतिहास न बनती। हम इसे भी अंग्रेजों के नज़रिए से ही देखते। वीर सावरकर ने 1857 के विद्रोह को पहले स्वतंत्रता संग्राम का नाम दिया था।” उन्होंने अपने स्पीच में कहीं भी यह नहीं कहा कि सावरकर 1857 की क्रांति का हिस्सा थे।

हमें इस सन्दर्भ में ANI का एक ट्वीट भी मिला, जिसमें लिखा था- “Union Home Minister Amit Shah in Varanasi: Had it not been for Veer Savarkar, the rebellion of 1857 would not have become history, we would have seen it from the point of view of Britishers.Veer Savarkar was the one who named the 1857 rebellion as the first independence struggle.” जिसका हिंदी अनुवाद होता है -“अगर वीर सावरकर न होते तो 1857 की क्रांति इतिहास ना बनती। हम इसे भी अंग्रेजों के नज़रिए से ही देखते। वीर सावरकर ने 1857 के विद्रोह को पहले स्वतंत्रता संग्राम का नाम दिया था।”

इस विषय में ज्यादा पुष्टि के लिए हमने बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया से बात की। जिन्होंने कहा, “अमित शाह ने कहा था कि वीर सावरकर ने 1857 की क्रांति को पहले स्वतंत्रता संग्राम का नाम दिया था। उन्होंने कहीं भी यह नहीं कहा था कि वे 1857 की क्रांति का हिस्सा थे।”

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोगों ने शेयर किया हैं। इन्हीं में से एक है राशिद भाई परदेसी नाम का फेसबुक पेज। इस पेज के कुल 1708 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: हमने अपनी पड़ताल में पाया कि अमित शाह ने यह नहीं कहा था कि सावरकर 1857 की क्रांति का हिस्सा थे। उन्होंने कहा था कि सावरकर ने 1857 की क्रांति को ‘पहले स्वतंत्रता संग्राम’ का नाम दिया था।

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