सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बाबरी मस्जिद के निर्माण को लेकर कोई ट्वीट नहीं किया है। हमारी पड़ताल में पता चला है कि फर्जी ट्वीट फैलाकर अफवाहें फैलाई जा रही है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बारे में एक फर्जी ट्वीट वायरल किया जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि अगर सपा की सरकार बनेगी तो फिर से बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया जाएगा। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह साबित हुआ है कि बाबरी मस्जिद के निर्माण को लेकर अखिलेश यादव ने कोई ट्वीट नहीं किया है। ट्वीट को छेड़छाड़ करके बनाया गया है।
सनातन प्रेमी सोम नाम के फेसबुक यूजर ने पोस्ट करते हुए लिखा है कि हम भी देखते है कैसे… 🤨
2022
🚩आयोध्या तो बस झांकी है🚩
🙏 मथुरा काशी बाकी है🙏
महादेव का नारा है, पाकिस्तान भी हमारा है।
इसके साथ ही इस पोस्ट में एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट दिया है। ये ट्वीट अखिलेश यादव का दिखाई दे रहा है। इस ट्वीट के अमुसार, उत्तर प्रदेश में अगर हमारी सरकार बनेगी, तो हम अपने मुस्लिम भाइयों से यहा वादा करते हैं, कि बाबरी मस्जिद का निर्माण उसी स्थान पर करवाएंगे, जहां पर आज राम मंदिर का निर्माण हो रहा है।
इस पोस्ट को 21 जुलाई, 2021 को किया गया है। इस पर अभी तक दो लोगों ने कमेंट किया है। इस पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
इसके साथ ही हमें ऐसी ही मैसेज हमारे वॉट्सऐप चैटबॉट पर मिला है, जिसमें यूजर्स ने इसकी सच्चाई पता करने का आग्रह किया है।
इसके साथ ही हमें ऐसी ही मैसेज हमारे वॉट्सऐप चैटबॉट पर मिला है, जिसमें यूजर्स ने इसकी सच्चाई पता करने का आग्रह किया है।
इसके साथ ही हमें फेसबुक पर ऐसी ही बहुत सारी पोस्ट दिखीं।
काफी ज्यादा वायरल होने के कारण विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल करने का फैसला किया। सबसे पहले हमने अखिलेश यादव के ट्विटर हैंडल को चैक किया। हमें ऐसा कोई ट्वीट वहां नहीं मिला।
इसके बाद हमने गूगल पर सर्च किया। अगर अखिलेश यादव ने ऐसा कोई ट्वीट किया होता तो उस पर खबर जरूर बनती, लेकिन हमें गूगल पर ऐसी कोई भी खबर नहीं मिली। इसके साथ ही हमें एबीपी न्यूज की 15 दिसंबर, 2020 की एक खबर मिली, जिसकी हेडिंग थी – अखिलेश यादव बोले- सपा के हैं भगवान राम, परिवार के साथ करूंगा मंदिर के दर्शन। इस खबर के अनुसार, उन्होंने कहा था कि वे परिवार के साथ राम मंदिर बनने के बाद दर्शन करेंगे। इस खबर को यहां पढ़ा जा सकता है।
इसके बाद हमारी नजर 3 मई, 2019 की नवभारत टाइम्स की एक खबर पर पड़ी, जिसकी हेडिंग थी- अयोध्या में बोले अखिलेश,’अजेंडा एक, संविधान के दायरे में शांतिपूर्ण तरीके से हो राम मंदिर का निर्माण’। इस खबर के अनुसार भी अखिलेश ने राम मंदिर के पक्ष में बयान दिया है। इस खबर को यहां पर पढ़ा जा सकता है।
इसके बाद हमने समाजवादी पार्टी का पक्ष जानने का फैसला किया। हमने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजीव राय से फोन पर बात की। उन्होंने हमें बताया कि ये ट्वीट पूरी तरह फर्जी है। इसका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है। इस तरह की अफवाहें विरोधियों के द्वारा फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि ये पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है, ताकि इसका राजनीतिक लाभ लिया जा सके। सपा सकारात्मक राजनीति में विश्वास करती है और हम ऐसे भी इस तरह की अफवाहों की कड़ी निंदा करते हैं।
सनातन प्रेमी सोम नाम के फेसबुक यूजर ने अपने आप को कानपुर का निवासी बताया है। इस यूजर के अधिकतर पोस्ट एक राजनीतिक पार्टी के पक्ष में हैं।
निष्कर्ष: सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बाबरी मस्जिद के निर्माण को लेकर कोई ट्वीट नहीं किया है। हमारी पड़ताल में पता चला है कि फर्जी ट्वीट फैलाकर अफवाहें फैलाई जा रही है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।