Fact Check : 2014 में मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर बधाई देने पहुंचे थे अखिलेश, भ्रामक संदर्भ में शेयर किया जा रहा वीडियो

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अखिलेश यादव और पीएम मोदी के मुलाकात के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो करीब 10 साल पुराना है, जिसे अब हालिया लोकसभा चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर साल 2014 में अखिलेश यादव उनसे मिलने और उन्हें बधाई देने के लिए पहुंचे थे।

नई दिल्ली(विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी से मिलते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव प्रचार के बीच अखिलेश यादव प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के लिए पहुंचे।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो करीब 10 साल पुराना है, जिसे अब हालिया लोकसभा चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर साल 2014 में अखिलेश यादव उनसे मिलने और उन्हें बधाई देने के लिए पहुंचे थे।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर विक्रम वर्मा ने 12 मई 2024 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। वीडियो पर लिखा हुआ है, “चुनाव का परिणाम जानते ही मोदी दरबार मे भूल चूक लेनी देनी करने पहुंचे अखिलेश।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें दाव से जुड़ी रिपोर्ट (आर्काइव लिंक) इंडिया टीवी की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 12 जून 2014 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर अखिलेश यादव उनसे मिलने और बधाई देने पहुंचे थे। अखिलेश यादव उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने विकास के कई मुद्दों को लेकर भी बातचीत की थी।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) पीएम मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 13 जून 2014 को शेयर किया गया था। यहां पर भी वीडियो को लेकर यही जानकारी दी गई है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष कुमार वर्मा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो कई साल पुराना है। 

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को 1.6 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अखिलेश यादव और पीएम मोदी के मुलाकात के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो करीब 10 साल पुराना है, जिसे अब हालिया लोकसभा चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर साल 2014 में अखिलेश यादव उनसे मिलने और उन्हें बधाई देने के लिए पहुंचे थे।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट