Fact Check : बिहार के पूर्व मंत्री को भगाए जाने का एक साल पुराना वीडियो अब यूपी का बताकर किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यूपी के नाम से वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। बिहार के एक साल पुराने वीडियो को अब कुछ लोग यूपी का बताकर वायरल कर रहे हैं, जबकि वीडियो बिहार सरकार के पूर्व मंत्री महेश्‍वर हजारी का है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। यूपी में विधानसभा चुनाव की दस्‍तक के साथ ही सोशल मीडिया में फर्जी दावों की तादाद भी बढ़ गई है। अब बिहार के एक पुराने वीडियो को वायरल करते हुए झूठ फैलाया जा रहा है। इस वीडियो में कुछ लोगों को एक नेता को भगाते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वायरल वीडियो यूपी का है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। तह में जाने पर पता चला कि दरअसल वायरल वीडियो का यूपी से कोई संबंध नहीं है। 2020 में बिहार के तत्‍कालीन मंत्री और विधायक महेश्‍वर हजारी को जनता ने अपने गांव से भगा दिया था। अब उसी घटना के वीडियो को कुछ लोग यूपी का बताकर वायरल कर रहे हैं। पड़ताल में वीडियो के साथ किया गया दावा फर्जी साबित हुआ।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज अखिलेश यादव फैन्‍स ने 21 अक्‍टूबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, ‘उत्तरप्रदेश में परिवर्तन की लहर चल चुकी है ! मोदी जी और योगी जी की शाम ढल चुकी है। दो बार के विधायक को जनता गांव में नहीं घुसने दे रही। शेयर जरुर करें।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। वीडियो को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले InVID टूल का इस्‍तेमाल किया। इसमें वीडियो को अपलोड करके कई ग्रैब्‍स निकाले। फिर रिवर्स इमेज के जरिए इंटरनेट पर वीडियो को खोजने की कोशिश की। यह वीडियो हमें एक साल पहले की तारीख में कई यूट्यूब चैनलों पर दिखा। लाइव बिहार-भारत नाम के एक यूट्यूब चैनल ने इस वीडियो के बारे में एक खबर भी की थी। 19 अक्‍टूबर 2020 के इस वीडियो में बताया गया कि बिहार के विधायक महेश्‍वर हजारी को जनता ने भगा दिया। इसमें बताया गया कि बिहार सरकार के मंत्री और कल्‍याणपुर के विधायक महेश्‍वर हजारी जब अपने एरिया में वोट के लिए पहुंचें तो जनता ने उन्‍हें रोक लिया। वीडियो उसी दौरान का है। वीडियो में जनता को मंत्री का विरोध करते हुए देखा जा सकता है। पूरा वीडियो यहां देखें।

पड़ताल के दौरान तेजस्‍वी यादव के ट्विटर हैंडल पर भी हमें ओरिजनल वीडियो मिला। 19 अक्‍टूबर 2020 को वीडियो को अपलोड करते हुए तेजस्‍वी यादव ने लिखा था कि बिहार सरकार के मंत्री और कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से 10 वर्ष से विधायक महेश्वर हजारी को आक्रोशित जनता ने सड़क नहीं तो वोट नहीं बोल कर अपने गांव से भगा दिया। पूरा ट्वीट यहां देखें।

सर्च के दौरान हमें आजतक की वेबसाइट पर भी एक खबर मिली। 19 अक्‍टूबर 2020 को अपलोड खबर में बताया गया कि महेश्‍वर हजारी जब अपने क्षेत्र में वोट मांगने पहुंचे तो आक्रोशित जनता से उनका सामना हो गया। पूरी खबर यहां क्लिक करके पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, बिहार के डिजिटल प्रभारी अमित आलोक से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि यह वीडियो बिहार का है। यह घटना उस वक्‍त हुई, जब बिहार सरकार के मंत्री महेश्‍वर हजारी को जनता ने रोक लिया था। इस वीडियो का यूपी से कोई संबंध नहीं है।

पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। हमें पता चला कि फेसबुक पेज Akhilesh Yadav Fans को 400 से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इस पेज को 17 जून 2021 को बनाया गया था। इस पर हमें राजनीतिक पोस्ट ज्‍यादा दिखी।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यूपी के नाम से वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। बिहार के एक साल पुराने वीडियो को अब कुछ लोग यूपी का बताकर वायरल कर रहे हैं, जबकि वीडियो बिहार सरकार के पूर्व मंत्री महेश्‍वर हजारी का है।

False
Symbols that define nature of fake news
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