Fact Check : तेजस्‍वी यादव का एक साल पुराना वीडियो अब आपत्तिजनक दावे के साथ वायरल

वीडियो का इस्‍तेमाल तेजस्‍वी यादव के खिलाफ दुष्‍प्रचार की मंशा और सांप्रदायिक दावे के साथ किया जा रहा है। नवरात्रि और रमजान के बीच वायरल इस वीडियो की जांच की गई। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो पुराना साबित हुआ। वीडियो पिछले साल का है। उस वक्‍त तेजस्‍वी यादव के घर पर दावत-ए-इफ़्तार का आयोजन किया गया था।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्‍हें सफेद टोपी पहने हुए देखा जा सकता है। वीडियो के बैकग्राउंड में एक कव्‍वाली को भी सुना जा सकता है। वीडियो का इस्‍तेमाल तेजस्‍वी यादव के खिलाफ दुष्‍प्रचार की मंशा और सांप्रदायिक दावे के साथ किया जा रहा है। नवरात्रि और रमजान के बीच वायरल इस वीडियो की जांच की गई। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो पुराना साबित हुआ। वीडियो पिछले साल का है। उस वक्‍त तेजस्‍वी यादव के घर पर दावत-ए-इफ़्तार का आयोजन किया गया था।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अजय सिंह ने 30 मार्च को तेजस्‍वी यादव का एक वीडियो पोस्‍ट करते हुए लिखा, “बिहार के सभी हिंदुओं को इन पर बहुत गर्व होगा। बिहारी दूसरे राज्यों में मजदूरों की तरह धूप में काम करते हैं और अपने राज्य की सत्ता एक भ्रष्ट लालू के मूर्ख लड़कों को सौंप देते हैं। यही है बिहारियों के पतन का कारण, जब तक इसके जैसा नेता रहेगा, बिहार और बिहारी कभी भी तरक्की नही कर सकते है। हमेशा मजदूर बन कर ही रहेंगे। रमजान के महीने में तमाम नेता गोल टोपी पहने इफ्तारी करते दिखेंगे। मगर नवरात्रि में 9 दिन व्रत रख के पूजा करते सिर्फ मोदी योगी ही मिलेंगे।”

सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इस वीडियो क्लिप को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच करने के लिए सबसे पहले वीडियो में से कई कीफ्रेम्‍स निकाले । इसके लिए इनविड टूल का इस्‍तेमाल किया गया। इसके बाद गूगल रिवर्स और गूगल लेंस और कीवर्ड के माध्‍यम से सर्च करना शुरू किया गया। वन इंडिया डॉट कॉम पर हमें वेबस्‍टोरी के फार्मेट में वायरल वीडियो से मिलती-जुलती एक तस्‍वीर मिली। इसमें बताया गया कि तेजस्‍वी यादव की इफ्तार पार्टी में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार भी आए थे। यह स्‍टोरी 23 अप्रैल 2022 को पब्लिश की गई थी।

वायरल वीडियो और वन इंडिया की तस्‍वीर में दिख रहे लोगों और उनके कपड़ों में काफी समानताएं मिलीं। तेजस्‍वी यादव के कुर्ते का रंग एक ही है। उनके बगल और पीछे बैठे शख्‍स को वीडियो और तस्‍वीर, दोनों जगह देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए तेजस्‍वी यादव के ट्विटर हैंडल का रूख किया। ट्विटर एडवांस सर्च टूल के माध्‍यम से खोजने पर हमें पिछले साल 23 अप्रैल 2022 की कुछ तस्‍वीरें मिलीं। इन तस्‍वीरों में एक तस्‍वीर वायरल वीडियो के कीफ्रेम्‍स जैसी नजर आई। इस ट्वीट में तेजस्‍वी यादव ने लिखा था, “कल आवास पर आयोजित दावत-ए-इफ़्तार में आए सभी मेहमानों और रोजेदारों का तहेदिल से शुक्रिया। हमारा सुबा बिहार हमेशा से देश में भाईचारा,अमन और समाजी अख़लाक का मिसाल रहा है। सभी मज़हबों के हज़ारों की तादाद में आए लोगों ने मोहब्बत और सामाजिक समरसता की बानगी पेश किया।”

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए आरजेडी के प्रवक्‍ता शक्ति सिंह यादव से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल किया जा रहा वीडियो पिछले साल का है। वायरल पोस्‍ट पूरी तरह से भ्रामक है।

पड़ताल के अंत में पुराने वीडियो को अब पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। अजय सिंह के अकाउंट को स्‍कैन करने से पता चला कि यूजर गाजियाबाद में रहता है। इसके दो हजार से ज्‍यादा फेसबुक फ्रेंड हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किया गया वीडियो पुराना निकला। एक साल पहले तेजस्‍वी यादव के घर पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था। उसी वक्‍त के वीडियो को अब आपत्तिजनक ढंग से वायरल किया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट