राजस्थान के करौली में वीडियो बनाकर पुलिस को धमकाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो तेलंगाना में हुई पुरानी घटना से संबंधित है, जिसे भड़काऊ दावे के साथ करौली का बताकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राजस्थान के करौली में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक मुस्लिम युवक को धमकी देते हुए देखा और सुना जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो राजस्थान के करौली से संबंधित है, जहां एक मुस्लिम युवक हिंसा के बाद वीडियो बनाकर लोगों को धमकी दे रहा है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो का राजस्थान के करौली से कोई संबंध नहीं है, बल्कि यह तेलंगाना का पुराना वीडियो है, जिसे राजस्थान के करौली के नाम पर भड़काऊ दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘Amarnath Gupta’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”वीडियो में चेहरा दिख रहा है,करोली का ये आतंकवादी जुर्म करने के बाद खुलेआम धमकी भी दे रहा है वीडियो बनाकर,एंटी हिन्दू कांग्रेस पार्टी के राज में खुलेआम कृत्य कर रहै हैं ये लोग,हिन्दुओ को प्रशासन के दबाव डालकर जेल में डाला जा रहा है औऱ ये लोग खुले घूम रहै हैं।”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को राजस्थान के करौली का बताते हुए समान दावे के साथ शेयर किया है।
21 सेकेंड के वायरल वीडियो में एक मुस्लिम युवक वीडियो बनाकर पुलिस को धमकाते हुए कहा रहा है, ‘ये देखो….दो गाड़ी…तीन गाड़ी…चार गाड़ी…हमारे एरिये में स्टार होटल के सामने। हम जरा कुछ करें तो तहलका मचा देते हैं ये लोग…इतना डर काफी है तुम्हारे लोगों के लिए…समझे न। समझ गए साहिब न…..।’
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह वीडियो फेसबुक यूजर ‘Guddem Shyam Godsay’ की प्रोफाइल पर लगा मिला। 21 अप्रैल 2019 को इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने इसे निजामाबाद का बताया है।
‘Nizamabad star hotel’ कीवर्ड से सर्च करने पर गूगल पर इस होटल की कई तस्वीरें मिली और इसमें नजर आ रहा होटल के नाम का बैनर वैसा ही है, जैसा वायरल वीडियो में पुलिस को धमकी देते हुए युवक के पीछे नजर आ रहा है। गूगल लोकेशन के मुताबिक, यह होटल बोधन रोड, मलापल्ली, निजामाबाद (तेलंगाना) में स्थित है।
अब तक की पड़ताल से यह स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो राजस्थान के करौली का न होकर तेलंगाना का है। करौली हिंसा को लेकर हमने राजस्थान पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को सर्च किया। सर्च में हमें राजस्थान पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से छह अप्रैल 2022 को किया गया ट्वीट मिला, जिसमें इस वीडियो के राजस्थान के करौली से संबंधित होने के वायरल दावे का खंडन करते हुए इसे तेलंगाना का बताया गया है।
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, करौली में हिंसा के बाद से जमीनी स्थिति सामान्य नहीं है और सांप्रदायिक हिंसा बिगाड़ने की आशंकाओं को देखते हुए अजमेर के कलेक्टर ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में धारा 144 को लागू कर दिया है।
विश्वास न्यूज ने इसे लेकर करौली के पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र इंदौलिया से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘करौली जिले में वीडियो के जरिए पुलिस को धमकाने का कोई मामला सामने नहीं आया है।’
हमने करौली हिंसा के बाद की स्थिति के बारे में जानकारी के लिए करौली पुलिस स्टेशन के एसएचओ रामेश्वर दयाल मीणा से संपर्क किया। उन्होंने भी वीडियो बनाकर पुलिस को धमकाने के दावे का खंडन करते हुए कहा, ‘पुलिस ने 10 मार्च तक के लिए करौली में धारा 144 को लागू कर दिया है और हिंसा के बाद अब तक कुल 22 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।’
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब नौ सौ लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: राजस्थान के करौली में वीडियो बनाकर पुलिस को धमकाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो तेलंगाना में हुई पुरानी घटना से संबंधित है, जिसे भड़काऊ दावे के साथ करौली का बताकर वायरल किया जा रहा है।
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