पाकिस्तान के कराची में सीएनजी पंप पर हुई धमाके की घटना के वीडियो को त्रिपुरा का बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह त्रिपुरा में पुलिस की हिंसक कार्रवाई से संबंधित है, जिसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। वीडियो में एक पेट्रोल पंप के पास कई लोगों को गंभीर रूप से घायल अवस्था में देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का त्रिपुरा से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो पाकिस्तान के कराची में हुई एक घटना से संबंधित है, जिसे त्रिपुरा का बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
ट्विटर यूजर ‘Ch Aabid Hussain’ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ”पुलिस डिपार्टमेंट हमारे देश का एक ऐसा डिपार्टमेंट है जो हमेशा अपने इंसाफ के लिए जाना जाता है जो ज़ालिमों को सज़ा और मज़लूमों को इंसाफ दिलाता है, लेकिन #त्रिपुरा पुलिस की वाहियात हरकतें पूरे देश के पुलिस डिपार्टमेंट के लिए शर्म की बात है।ShameOnTripuraPolice.”
इनविड टूल की मदद से मिले की-फ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह वीडियो कई सोशल मीडिया प्रोफाइल पर लगा मिला। 30 अक्टूबर 2021 को ‘Dark Knight’ नामक ट्विटर यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे पाकिस्तान के कराची स्थित सीएनजी पेट्रोल पंप पर हुए विस्फोट का बताया है।
एक अन्य ट्विटर यूजर ‘VAJRA: The Strategic Forum™’ ने इस घटना के वीडियो को अपनी प्रोफाइल से साझा करते हुए इसे पाकिस्तान के कराची स्थित उत्तरी निजामाबाद की घटना बताया है, जिसमें कम से कम चार लोग मारे गए थे।
पाकिस्तानी न्यूज चैनल ’92 News HD Plus’ के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से जारी न्यूज बुलेटिन में भी इस घटना की जानकारी दी गई है।
न्यूज सर्च में हमें ऐसी कई रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना की जानकारी दी गई है। जियो न्यूज के यू-ट्यूब चैनल पर 30 अक्टूबर 2021 को अपलोड किए गए वीडियो बुलेटिन में इस घटना की विस्तृत जानकारी दी गई है।
जियो टीवी की ही एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि छह लोग घायल हुए थे। इस वीडियो को लेकर हमने त्रिपुरा के स्थानीय चैनल टाइम 8 के संवाददाता अभिजीत नाथ से संपर्क किया। उन्होंने इसकी पु्ष्टि करते हुए बताया कि वायरल वीडियो त्रिपुरा में हुई किसी घटना से संबंधित नहीं है।
गौरतलब है कि त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद त्रिपुरा पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जारी वीडियो अपील में लोगों से फेसबुक और ट्विटर पर किसी तरह का अफवाह नहीं फैलाने की अपील की गई है। हालांकि, इसके बावजूद सोशल मीडिया पर भ्रामक या गलत दावे के साथ वीडियो और तस्वीरों को साझा किए जाने की प्रवृत्ति में कमी नहीं आई है।
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को ट्विटर पर करीब तीन हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: पाकिस्तान के कराची में पेट्रोल पंप पर हुई धमाके की घटना के वीडियो को त्रिपुरा का बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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