पंजाब में हिंदू मंदिर एक्ट की मांग को लेकर हिंदूवादी संगठनों की तरफ से निकाली गई रैली के वीडियो को छत्तीसगढ़ में दंगा प्रभावित कवर्धा जिले की ओर कूच करती बजरंग दल की रैली का बताकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में बड़ी संख्या में वाहनों के जुलूस को देखा जा सकता है। वीडियो में नजर आ रहे सभी वाहनों पर भगवा झंडा लगा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से कवर्धा जा रही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की रैली है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो किसी भी प्रकार से छत्तीसगढ़ से संबंधित नहीं है। पंजाब में हिंदू मंदिर एक्ट की मांग को लेकर राज्य के हिंदूवादी संगठनों ने भगवा चेतना यात्रा के नाम से रैली निकाली थी और इसी रैली के वीडियो को छत्तीसगढ़ के नाम से भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘Subhash Babu’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”Youth from Bilaspur on their way to Kawardha.” (”बिलासपुर से कवर्धा जाते हुए युवा।”)
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ छत्तीसगढ़ का बताते हुए शेयर किया है। ट्विटर यूजर ‘Vikas Chopra’ ने भी वायरल वीडियो को छत्तीसगढ़ का बताते हुए अपनी प्रोफाइल से शेयर किया है।
वायरल हो रहे वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ‘Khabar1India’ नाम के यूट्यूब चैनल पर चार सितंबर 2021 को अपलोड किया गया वीडियो बुलेटिन मिला। करीब चार मिनट के इस बुलेटिन में हमें वायरल वीडियो का दृश्य नजर आया।
3 मिनट 49 सेकेंड के वीडियो बुलेटिन में दो मिनट 15 सेकेंड के बाद का फ्रेम वही है, जो वायरल वीडियो में नजर आ रहा है। नीचे दिए गए कोलाज में इसे साफ-साफ देखा जा सकता है।
वीडियो बुलेटिन से मिली जानकारी के आधार पर किए गए कीवर्ड सर्च में हमें amarujala.com की वेबसाइट पर चार सितंबर 2021को प्रकाशित खबर मिली, जिससे इस रैली के आयोजन की पुष्टि होती है। चार सितंबर 2021 को फाइल की गई रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू संगठनों ने पटियाला से चंडीगढ़ में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को हिंदू मंदिर एक्ट की मांग पत्र देने के लिए रैली निकाली थी, लेकिन इस रैली को मोहाली पुलिस ने आगे जाने से रोक दिया।
अब तक की जांच से यह स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो वास्तव में पंजाब में हिंदू मंदिर एक्ट की मांग को लेकर हिंदूवादी संगठनों की तरफ से निकाली गई रैली का है, जिसे छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो को लेकर हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के रायपुर ब्यूरो प्रमुख संजीत कुमार से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, ‘वायरल हो रहा वीडियो छत्तीसगढ़ के बिलासपुर या कवर्धा से संबंधित नहीं है।’ बिलासपुर के संवाददाता ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के कवर्धा में झंडा को लेकर हुए विवाद की वजह से दंगा भड़क उठा था। दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 10 अक्टूबर को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘कवर्धा में गत रविवार को झंडा लगाने और हटाने के विवाद ने सांप्रदायिक दंगे का रूप ले लिया था। दो संप्रदायों के बीच काफी तनाव की स्थिति रही। मामले में अब तक एक हजार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।’
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल राजनीतिक विचारधारा विशेष से प्रेरित नजर आती है।
निष्कर्ष: पंजाब में हिंदू मंदिर एक्ट की मांग को लेकर हिंदूवादी संगठनों की तरफ से निकाली गई रैली के वीडियो को छत्तीसगढ़ में दंगा प्रभावित कवर्धा जिले की ओर कूच करती बजरंग दल की रैली का बताकर वायरल किया जा रहा है।
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