RSS के संस्थापक डॉ. केशवराम बलिराम हेडगेवार के अंतिम भाषण के दावे से वायरल हो रहा वीडियो वास्तव में उनके जीवन पर आधारित प्ले का हिस्सा है। इसी प्ले के क्लिप को उनका वास्तविक आखिरी संबोधन बताते हुए शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक डॉ. केशवराम बलिराम हेडगेवार के आखिरी संबोधन का वीडियो क्लिप है। वायरल वीडियो क्लिप में डॉ. केशवराम बलिराम हेडगेवार जैसी दिखने वाली शख्सियत को मंच से संबोधित करते हुए देखा और सुना जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो डॉ. हेडगेवार के अंतिम संबोधन का वास्तविक वीडियो नहीं है, बल्कि यह उन पर फिल्माए गए एक प्ले का क्लिप है, जो डॉ. हेडगेवार के जीवन पर आधारित है। इसी प्ले के क्लिप को सोशल मीडिया पर यह कहते हुए शेयर किया जा रहा है कि यह डॉ. हेडगेवार के आखिरी संबोधन का ‘दुर्लभ’ वीडियो क्लिप है।
सोशल मीडिया यूजर ‘ॐ प्रकाश’ ने वायरल वीडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “डॉ. हेडगेवार जी का अंतिम उद्बोधन… कितना सुंदर बिचार है…. कोटि कोटि नमन है ऐसे महा पुरुष को…. भारत माता की जय।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो क्लिप को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, डॉ. केशवराम बलिराम हेडगेवार ने वर्ष 1925 में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना की थी और 1940 में उनकी मृत्यु हो गई थी।
वायरल वीडियो क्लिप कलर वीडियो क्लिप है और भारत में पहला कलर टेलिकास्ट 1982 में शुरू हुआ।
इससे यह स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो डॉ. हेडगेवार की जीवन अवधि के बीच का नहीं है। वायरल वीडियो के ऑरिजिनल सोर्स को ढूंढने के लिए हमने इसके की-फ्रेम्स को निकाला और उसे गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च में हमें यह वीडियो ‘Rakesh Roshan’ नाम के यू-ट्यूब चैनल पर मिला, जिसे शेयर करते हुए बताया गया है कि यह संगठन प्रशिक्षण अभियान को संबोधित करने के डॉ. हेडगेवार के आखिरी भाषण पर आधारित किया गया प्ले (नाटक) का हिस्सा है।
हमें एक अन्य यू-ट्यूब चैनल पर अधिक लंबी अवधि का फुटेज मिला, जिसे तीन साल पहले शेयर किया गया है। हालांकि, इस वीडियो को भी उनका वास्तविक आखिरी वीडियो बताकर शेयर किया गया है, लेकिन इसमें नजर आ रहे विजुअल में नाटकीय प्रभाव (खांसने, बोलने की शैली इत्यादि) को साफ महसूस किया जा सकता है।
हालांकि, हमें कहीं भी इस प्ले का पूरा वीडियो नहीं मिला, लेकिन यह स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो, प्ले या नाटक का है। वायरल वीडियो को लेकर हमने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली के पूर्व प्रांत प्रचार प्रमुख राजीव तुली से संपर्क किया और उन्होंने भी बताया कि यह डॉ. हेडगेवार के जीवन पर आधारित प्ले का हिस्सा है।
वायरल वीडियो क्लिप को भ्रामक दावे से शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब छह हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। आरएसएस से संबंधित अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: RSS के संस्थापक डॉ. केशवराम बलिराम हेडगेवार के अंतिम भाषण के दावे से वायरल हो रहा वीडियो वास्तव में उनके जीवन पर आधारित प्ले का हिस्सा है। इसी प्ले के क्लिप को उनका वास्तविक आखिरी संबोधन बताते हुए शेयर किया जा रहा है।
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