2012 में नबी सालेह में विरोध प्रदर्शन के दौरान 12 वर्षीय फिलीस्तीनी लड़की के इजरायली सैनिक से भिड़ने की घटना के वीडियो को रूस-यूक्रेन सैन्य संघर्ष से जोड़कर गलत दावे से वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। रूस-यूक्रेन सैन्य संघर्ष से जोड़कर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक छोटी बच्ची को सेना के एक जवान से भिड़ते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह घटना यूक्रेन की है, जहां एक छोटी बच्ची रूसी सैनिक के साथ भिड़ गई।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो काफी पुरानी घटना से संबंधित है, जिसका रूस-यूक्रेन सैन्य संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है। वायरल वीडियो वर्ष 2012 का है, जब 12 वर्षीय फिलीस्तीनी बच्ची इजरायली सैनिक के साथ भिड़ गई थी।
फेसबुक यूजर ‘सामाजिक कार्यकर्ता जोरवाल’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”युद्ध का मैदान हो या सांसारिक जीवन हो संस्कृति व संस्कार छुपते नहीं है जिसकी बानगी एक रूसी सैनिक का धैर्य और संस्कार से व एक छोटे से युक्रेनी बच्चे के इस विडियो को देखकर अंदाजा लगा लो। वर्ना इस रशियन की जगह तालिबानी सैनिक होते तो ना जाने क्या हाल कर देते बच्ची का….।”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ रूस-यूक्रेन संघर्ष का बताते हुए शेयर किया है।
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें tribune.com.pk की वेबसाइट पर 20 दिसंबर 2017 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें फिलीस्तीनी लड़की अहेद तामिनी के इजरायली सैनिक से भिड़ने का जिक्र है। रिपोर्ट के मुताबिक, तामिनी का विरोध प्रदर्शन का यह वीडियो तब का है, जब वह केवल 9 वर्ष की थी।
www.vox.com की वेबसाइट पर तीन अगस्त 2018 को प्रकाशित रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर उसी लड़की है, जिसे वायरल वीडियो में सैनिकों के साथ भिड़ते हुए देखा जा सकता है।
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘यह तस्वीर दो नवंबर 2012 की है, जब 12 वर्षीय बच्ची अहेद तामिनी ने नबी सालेह में विरोध प्रदर्शन के दौरान इजरायली सैनिकों को मुक्का मारने की कोशिश की थी।’
सर्च में हमें ‘Nokta Grup’ के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर 25 दिसंबर 2012 को अपलोड किया गया इस घटना का वीडियो मिला।
इसी वीडियो के छोटे हिस्से को रूस-यूक्रेन संघर्ष का बताते हुए गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। विश्वास न्यूज पर रूस-यूक्रेन संघर्ष से जुड़े भ्रामक और फर्जी दावों की पड़ताल करती अन्य फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां क्लिक पर पढ़ा जा सकता है।
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल फेसबुक पर काफी सक्रिय प्रोफाइल है। उन्होंने अपने प्रोफाइल में स्वयं को करौली का रहने वाला बताया है।
निष्कर्ष: 2012 में नबी सालेह में विरोध प्रदर्शन के दौरान 12 वर्षीय फिलीस्तीनी लड़की के इजरायली सैनिक से भिड़ने की घटना के वीडियो को रूस-यूक्रेन सैन्य संघर्ष से जोड़कर गलत दावे से वायरल किया जा रहा है।
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