Fact Check: राजस्थान के उदयपुर में अतिक्रमण पर चले बुलडोजर के वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताकर किया जा रहा शेयर

राजस्थान के उदयपुर में अवैध अतिक्रमण को हटाए जाने की घटना के वीडियो को उत्तर प्रदेश में हुई बुलडोजर कार्रवाई का बताकर शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। देश के अलग-अलग हिस्सों में कुछ छूट के साथ बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट के रोक लगाए जाने के फैसले के बाद सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर बुलडोजर से एक दीवार को गिराए जाने का वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश में हुई घटना का वीडियो है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। बुलडोजर कार्रवाई का यह वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं, बल्कि राजस्थान का है।

क्या है वायरल?

एक्स यूजर ‘Payal Gupta’ ने वायरल वीडियो (आर्कइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “आप लोग ही बताएं क्या यूपी की टकला सरकार यह सब ठीक कर रही है?????”

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह वीडियो क्लिप ‘द मुस्लिम’ नाम के एक्स यूजर की प्रोफाइल पर लगा मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो उदयपुर (राजस्थान) का है, जहां मोहम्मद यूसुफ की चना और मूंगफली की दुकान को नगर निगम ने अवैध घोषित करते उसे गिरा दिया।

इस दावे की पुष्टि के लिए हमने वीडियो के की-फ्रेम्स को निकाला और उसका बारीकी से विश्लेषण किया। इन-विड टूल की मदद से की-फ्रेम्स के विश्लेषण में हमें एक फ्रेम में नजर आ रहे पुलिस की वर्दी पर लगा निशान नजर आया, जो राजस्थान पुलिस का लोगो है।

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स में हमें एक फ्रेम में नजर आ रही बिल्डिंग पर ‘अजन्ता बुक स्टोर’ लिखा हुआ मिला। गूगल मैप पर हमें यह जगह मिली, जो राजस्थान के उदयपुर में स्थित है।

कई अन्य रिपोर्ट्स में भी इस घटना का समान संदर्भ में जिक्र है, जिसे राजस्थान के उदयपुर का बताया गया है। भास्कर.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, यह राजस्थान के उदयपुर की घटना का वीडियो है।

एबीपीलाइव.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, “दरअसल उदयपुर की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम की है। जब टूरिस्ट सीजन होता है तब तो हालात और ज्यादा बिगड़ जाते हैं। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को घंटो जाम में खड़ा रहना पड़ता हैं। इससे निजात पाने के लिए बीजेपी विधायक ने भी निगम से बात करके कार्रवाई करने की बात कही थी। इसके बाद बीजेपी के नगर निगम बोर्ड ने निर्णय लिया कि शहर की ट्रैफिक की समस्या का एक बड़ा कारण यहां सड़कों के किनारे का अतिक्रमण है। इसके बाद 1 जनवरी से ही नगर निगम टीम द्वारा शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई।”

न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बुलडोजर एक्शन के खिलाफ दाखिल जमीयत उलेमा-ए-हिंद और अन्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक अक्टूबर तक देश भर में बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी थी। हालांकि, कोर्ट ने सड़कों, फुटपाथों पर बने अवैध ढांचों पर होने वाली कार्रवाई को इससे बाहर रखा था।

वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने दैनिक जागरण के उदयपुर के संवाद सूत्र सुभाष शर्मा से संपर्क किया और उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह राजस्थान के उदयपुर में अवैध अतिक्रमण को हटाने की घटना है।

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को एक्स पर करीब छह हजार लोग फॉलो करते हैं। राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय व अर्थव्यवस्था और बिजनेस से संबंधित अन्य एक्सप्लेनर रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज के एक्सप्लेनर सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: राजस्थान के उदयपुर में अवैध अतिक्रमण को हटाए जाने की घटना के वीडियो को उत्तर प्रदेश में हुई बुलडोजर कार्रवाई का बताकर शेयर किया जा रहा है।

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