Fact Check: किसान महापंचायत में राकेश टिकैत के भाषण के एक अंश को सांप्रदायिक रंग देकर किया जा रहा वायरल, वायरल वीडियो भ्रामक

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत के दौरान राकेश टिकैत के अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाए जाने के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। अपने संबोधन के दौरान टिकैत ने अल्लाह-हू-अकबर के साथ हर हर महादेव का भी नारा लगाया था लेकिन सोशल मीडिया पर उनके भाषण के केवल उस हिस्से को दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है, जिसमें उन्हें केवल अल्लाह-हू-अकबर कहते हुए सुना और देखा जा सकता है।

Fact Check: किसान महापंचायत में राकेश टिकैत के भाषण के एक अंश को सांप्रदायिक रंग देकर किया जा रहा वायरल, वायरल वीडियो भ्रामक

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में संयुक्त किसान मोर्च की किसान महापंचायत के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत ने महापंचायत के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगवाए। सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स कुछ सेकेंड का एक वीडियो क्लिप भी शेयर कर रहे हैं, जिसमें टिकैत को ऐसा नारा लगाते हुए देखा और सुना जा सकता है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। रैली के दौरान टिकैत ने अल्लाह-हू-अकबर के साथ हर-हर महादेव के भी नारे लगवाए, लेकिन दु्ष्प्रचार की मंशा के तहत सोशल मीडिया पर केवल अल्लाह-हं-अकबर वाले वीडियो क्लिप को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

सोशल मीडिया पेज ‘I am with Rohit Sardana’ ने एक ट्विटर यूजर के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर (आर्काइव लिंक) किया है, जिसमें लिखा हुआ है, ”पिछले 9 महीनों में कृषि कानून रद्द करो से लेकर आज अल्लाह हू अकबर तक पहुंच गया किसान आंदोलन।।। देख लो देशवासियों इनका एजेंडा सिर्फ और सिर्फ ये पाखंडी विपक्ष के समर्थित गुंडे है। असली किसान तो अभी भी खेत में काम कर रहा है।”

पड़ताल किए जाने तक इस पोस्ट को करीब एक हजार से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं। फेसबुक यूजर ‘Rupesh Kumar Thakur’ ने भी अपनी प्रोफाइल से 13 सेकंड के वीडियो को शेयर किया है, जिसमें उन्हें अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाते हुए देखा और सुना जा सकता है।

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस दावे को सच मानते हुए अपनी प्रोफाइल से शेयर किया है।

पड़ताल

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, पांच सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत हुई थी, जिसे राकेश टिकैत समेत अन्य किसान नेताओं ने संबोधित किया था।

राकेश टिकैत के वेरिफाइड फेसबुक पेज से पांच सितंबर को दोपहर तीन बजे के बाद से महापंचायत के उनको संबोधन को लाइव किया गया था। करीब चौदह मिनट के इस वीडियो में 11.30 मिनट के फ्रेम में हमें वह पूरा बयान मिला, जिसे संदर्भ से अलग कर भ्रामक दावे के साथ साझा किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ”इस तरह की सरकारें अगर देश में होंगी तो यह दंगे करवाने का काम करेगी। पहले भी नारे लगते थे, जब टिकैत साहब थे….अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगते थे। हर-हर महादेव और अल्लाह-हू-अकबर के नारे इसी धरती से लगते थे। ये नारे हमेशा लगते रहेंगे…ये नारे हमेशा लगते रहेंगे। कोई दंगा यहां पर नहीं होगा। ये तोड़ने का काम करेंगे…हम जोड़ने का काम करेंगे।”

राकेश टिकैत के पूरे भाषण को सुनने और देखने के बाद यह स्पष्ट है कि उन्होंने मंच से अल्लाह-हू-अकबर और हर-हर महादेव समेत दोनों ही नारे लगाए थे। इसी वीडियो के एक हिस्से को सांप्रदायिक दुष्प्रचार की मंशा से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है, जिसमें वह केवल अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगवाते हुए देखे जा सकते हैं।

इस किसान महापंचायत के संपूर्ण प्रसारण को राकेश टिकैत के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया गया है।

हमने इस वीडियो को लेकर हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के मुजफ्फरनगर के ब्यूरो चीफ मनीष कुमार से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘वायरल पोस्ट राकेश टिकैत के भाषण का एक हिस्सा है, जिसे जानबूझकर संदर्भ से अलग कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने मंच से अल्लाह-हू-अकबर के साथ हर-हर महादेव के भी नारे लगाए थे।’

यानी यह कहना गलत है कि टिकैत ने मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत के दौरान केवल अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए। वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले पेज को करीब दो लाख लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत के दौरान राकेश टिकैत के अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाए जाने के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। अपने संबोधन के दौरान टिकैत ने अल्लाह-हू-अकबर के साथ हर-हर महादेव का भी नारा लगाया था, लेकिन सोशल मीडिया पर उनके भाषण के केवल उस हिस्से को दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है, जिसमें उन्हें केवल अल्लाह-हू-अकबर कहते हुए सुना और देखा जा सकता है।

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