Fact Check : तेज प्रताप यादव का एक महीने पुराना वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। जिस वीडियो को तेज प्रताप यादव के मंत्रालय मिलने के बाद का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह जुलाई का है। तेज प्रताप 16 अगस्‍त को मंत्री बने हैं। इसलिए वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित होती है।

Fact Check : तेज प्रताप यादव का एक महीने पुराना वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव का 1:03 मिनट का एक वीडियो वायरल हो रहा है। उसमें उन्‍हें पीली धोती और एक हाफ कुर्ता पहने हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को तेज प्रताप यादव के मंत्री बनने के बाद का बताकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल वीडियो उनके मंत्री बनने से पहले का है। यह वीडियो तेज प्रताप यादव ने अपने इंस्‍टाग्राम अकाउंट पर 15 जुलाई 2022 को पोस्‍ट किया था, जबकि वे 16 अगस्‍त 2022 को मंत्री बने थे। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट का दावा भ्रामक साबित हुआ।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अमित पाठक ने 17 अगस्‍त को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय मिलने के बाद तेजू भईया।’

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट के कंटेंट को यहां हूबहू लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी अभी का मानकर वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच के लिए सबसे पहले तेज प्रताप यादव के वायरल वीडियो के कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। ओरिजनल वीडियो हमें 15 जुलाई 2022 की तारीख को तेज प्रताप यादव के इंटाग्राम अकाउंट पर अपलोड मिला। इसे यहां देखा जा सकता है।

गूगल सर्च के दौरान पता चला कि बिहार की नई महागठबंधन सरकार में मंत्रियों ने 16 अगस्‍त को राजभवन में शपथ लिया था। इसमें तेज प्रताप यादव भी शामिल थे। उन्‍हें वन व पर्यावरण मंत्रालय दिया गया। संबंध‍ित खबर यहां पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, बिहार के डिजिटल प्रभारी अमित आलोक से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो करीब एक महीने पुराना है। उस वक्‍त तेज प्रताप यादव मंत्री नहीं थे।

पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर अमित पाठक बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले हैं। इस अकाउंट को 15 सौ से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इसे मई 2021 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। जिस वीडियो को तेज प्रताप यादव के मंत्रालय मिलने के बाद का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह जुलाई का है। तेज प्रताप 16 अगस्‍त को मंत्री बने हैं। इसलिए वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित होती है।

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