Fact Check: भगवा कपड़ा पहने मुस्लिम व्यक्ति के अमित शाह की रैली में पथराव करने का दावा गलत, वायरल वीडियो जमशेदपुर का

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भगवा रंग का बनियान पहने एक व्यक्ति लहू-लुहान नजर आ रहा है। घायल दिख रहे व्यक्ति को स्थानीय पुलिस के जवानों ने पकड़ रखा है। वीडियो में रैपिड एक्शन फोर्स का भी एक जवान नजर आ रहा है, जो पत्थरबाजी का जिक्र कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि घायल व्यक्ति बंगाल का है और बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह की रैली में पत्थरबाजी करते हुए पकड़ा गया। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल हो रहा दावा गलत साबित होता है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक पर ” Sardar Lucky Singh Chowkidar” नाम के पेज से इस वीडियो  को यह कहते हुए शेयर किया गया है,

‘’नाम : मोहम्मद निसार

पहनावा : भगवा टी शर्ट और ललाट पर तिलक।

ये पत्थरबाजी कर रहा था कल अमित शाह जी की रैली में। समझिए कितनी बड़ी साजिश थी, पूरी तरह से पूर्वनियोजित, Earphone लगा के सुनिएफेसबुक।‘’

17 मई को शेयर किए गए इस वीडियो को पड़ताल किए जाने तक करीब 7500 व्यूज मिले हैं, जबकि इसे करीब 300 लोगों ने शेयर किया है।

पड़ताल

वीडियो को देखने पर पता चलता है जिस घायल व्यक्ति को स्थानीय पुलिस के जवानों ने पकड़ रखा है, वह पूछे जाने पर अपना नाम मोहम्मद निसार बता रहा है, जैसा कि वीडियो में दावा किया जा रहा है। इस नाम के साथ जब हमने फेसबुक पर सर्च किया तो हमें समान और मिलते-जुलते दावे के साथ कई पोस्ट नजर आए।

फेसबुक पर शेयर किए गए सभी दावे पिछले एक हफ्ते के दौरान पोस्ट किए गए थे। कई यूजर्स ने इसे कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रेसिडेंट अमित शाह की रैली हुई हिंसा और आगजनी से जुड़े होने का दावा करते हुए बताया कि संबंधित व्यक्ति रैली में कथित रूप से पथराव कर रहा था। वहीं कुछ यूजर्स ने बताया कि यह वीडियो झारखंड के जमशेदपुर का है।

दोनों ही दावों में टाइमिंग की समानता रही। झारखंड के जमशेदपुर के जुगसलाई में जहां 12 मई को छठे चरण के चुनाव के दौरान जमकर उपद्रव हुआ था, वहीं 14 मई को कोलकाता में बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह की रैली में हिंसा हुई।

वीडियो में बात कर रहे सभी व्यक्तियों की भाषा और लहजा किसी भी तरह से बांग्ला से जुड़े होने का एहसास नहीं देता है। बंगाल को लेकर किए गए न्यूज सर्च में भी हमें ऐसा कोई वीडियो या किसी तरह की खबर का लिंक नहीं मिला।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर भी यही वीडियो समान और मिलते-जुलते दावे के साथ वायरल किया गया।

ट्विटर सर्च के दौरान हमें एक यूजर्स ‘’@madhu_ganeriwal’’ की टिप्पणी मिली, जिसमें उन्होंने वीडियो के बंगाल से होने के दावे पर सवाल उठाते हुए लिखा था कि यह वीडियो झारखंड के जमशेदपुर का है।

https://twitter.com/madhu_ganeriwal/status/1129443939079954433

इस दावे की पुष्टि के लिए ‘’Jugsalai violence video’’ कीवर्ड के साथ जब हमने गूगल न्यूज सर्च किया तो हमें न्यूज 18 बिहार झारखंड का एक वीडियो लिंक मिला, जिसे 13 मई 2019 को अपलोड किया गया था।

पांच मिनट पांच सेकेंड के इस वीडियो/Video में 2 मिनट 19 सेकेंड से लेकर 2 मिनट 24 सेकेंड के बीच के फ्रेम में भगवा बनियान पहने उस व्यक्ति को देखा जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, 12 मई को झारखंड के जमशेदपुर के जुगसलाई में सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई थी, जिसके बाद इलाके में 18 मई तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।

जमशेदपुर के सीनियर एसपी अनूप बिरथरे के मुताबिक इस घटना में दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया जबकि और फोटो एवं वीडियो की मदद से 70 लोगों की पहचान की गई है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की जा सकती है।

जुगसलाई हिंसा को लेकर फैलाए गए झूठ का भंडाफोड़ विश्वास न्यूज ने किया था, जिसकी रिपोर्ट यहां पढ़ी जा सकती है।

निष्कर्ष: पश्चिम बंगाल में बीजेपी प्रेसिडेंट की रैली पर पथराव करने के दावे को लेकर वायरल हो रहा वीडियो गलत है। हमारी पड़ताल में यह वीडियो 12 मई को झारखंड के जमशेदपुर के जुगसलाई का है।

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False
Symbols that define nature of fake news
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