Fact Check: पेट्रोलियम की कीमतों को लेकर वायरल हो रही यह तस्वीर एडिटेड है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतों के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में एक व्यक्ति को देखा जा सकता है, जिनके हाथ में एक बैनर आ रहा है। बैनर पर लिखे मैसेज में ईंधन की कीमतों में बढ़ोत्तरी के लिए केंद्र की अपेक्षा राज्यों को ज्यादा जिम्मेदार बताया गया है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह तस्वीर फर्जी निकली। वायरल हो रही तस्वीर वास्तव में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के समर्थन से जुड़ी हुई पुरानी तस्वीर है, जिसे एडिट कर गलत दावे के साथ पेट्रोलियम की कीमतों से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर यह तस्वीर अक्सर अलग-अलग संदर्भ में गलत दावे के साथ पहले भी वायरल होती रही है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Alok Narayan Verma’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है, जिसमें लिखा हुआ है- ”पेट्रोल डिजल पर मोदी जी 16 रुपये ले रहे हैं और गहलोत 40 रुपये फिर भी 16 रु लेने वाला मोदी इनका दुश्मन है और गहलोत इनका दोस्त।”

सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल हो रही पोस्ट

पड़ताल किए जाने तक इस तस्वीर को करीब एक हजार लोग शेयर कर चुके हैं। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

तस्वीर के साथ किए दावे की सत्यता को जांचने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें ओरिजिनल तस्वीर कई सोशल मीडिया यूजर्स की प्रोफाइल पर लगी मिली, जिसे उन्होंने वर्ष 2019 के दौरान अपनी टाइमलाइन पर शेयर किया है और इसमें नजर आ रहे व्यक्ति के हाथ में दिख रहे बैनर पर लिखा संदेश वायरल हो रहे संदेश से बिल्कुल अलग है।

ट्विटर हैंडल ‘@Sidd_180’ ने ऑरिजिनल तस्वीर को अपनी प्रोफाइल से 30 दिसंबर 2019 को शेयर करते हुए लिखा है, ”I support #CAA #IndiaSupportsCAA.”

ऑरिजिनल तस्वीर जिसे एडिट कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है

फेसबुक पेज ‘Crime Petrol’ से इसी तस्वीर को एक जनवरी 2020 को शेयर किया गया है। इसके अलावा कई अन्य यूजर्स ने भी इस तस्वीर को करीब एक साल पहले अपनी प्रोफाइल से शेयर किया है।

इन सभी तस्वीरों में नजर आ रहे व्यक्ति के हाथों में दिख रहे बैनर पर लिखा हुआ है, ‘मोदी जी आप चुनौतियों से निपटो…@#@#@ से हम निपट लेंगे!! We Support CAA NRC.’ इसी तस्वीर को एडिट कर उसे पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोत्तरी वाले संदेश के साथ वायरल किया जा रहा है।

नागरिकता संशोधन कानून के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन को कवर करने वाले हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के सीनियर रिपोर्टर शुजाउद्दीन ने बताया, ‘यह तस्वीर सीएए और एनआरसी विरोध प्रदर्शन के दौरान सोशल मीडिया पर काफी व्यापक रूप से वायरल हुई थी।’

सर्च में हमें इस तस्वीर का ओरिजिनल सोर्स नहीं मिला, लेकिन यह तस्वीर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के समर्थन से जुड़ी हुई है, जो सोशल मीडिया पर अक्सर अलग-अलग संदर्भ में गलत दावे के साथ पहले भी वायरल होती रही है। कुछ समय पहले इस तस्वीर को सुशांत सिंह राजपूत मामले में मुंबई पुलिस पर निशाना साधने वाले संदेश के साथ वायरल किया गया था।

https://twitter.com/arnab_goswami66/status/1290654278001078273

वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को झारखंड का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष: पेट्रोलियम की कीमतों को लेकर वायरल हो रही तस्वीर वास्तव में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के समर्थन से जुड़ी हुई पुरानी तस्वीर है, जिसे एडिट कर गलत दावे के साथ हालिया संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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