Fact Check : आजतक न्‍यूज चैनल के नाम पर वायरल हुआ फेक ट्वीट

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में आज तक के नाम पर वायरल ट्वीट फर्जी निकली। इसे एडिट करके बनाया गया है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म पर न्‍यूज चैनल आजतक के नाम पर एक ट्वीट का स्‍क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। इसे सच मानकर सोशल मीडिया यूजर्स वायरल कर रहे हैं। इसमें दावा किया गया कि सीबीआई गांधी परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार का सबूत नहीं ढूंढ पाई है। भाजपा ने कोर्ट में गांधी परिवार से माफी मांगी है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। आज तक की ओर से ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया गया है। यह एडिटेड है। विश्‍वास न्‍यूज एक बार पहले भी इसकी जांच कर चुका है। इसे यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज रोशनी कुशल जायसवाल ने 11 जुलाई को एक न्‍यूज चैनल के फर्जी स्‍क्रीनशॉट को पोस्‍ट करते हुए लिखा : ‘माफीवीर के वंशजों ने फिर माफी मांगी।’

स्‍क्रीनशॉट में आजतक के हवाले से लिखा गया कि गांधी परिवार के खिलाफ सीबीआई नहीं ढूंढ पाई एक भी भ्रष्‍टाचार का सबूत, कोर्ट में गांधी परिवार से भाजपा ने मांगी माफी।

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल सर्च का इस्‍तेमाल किया। संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो वायरल ट्वीट में किए गए दावों की पुष्टि करती हो। वहीं, यदि गांधी परिवार से जुड़ी सीबीआई की ऐसी कोई खबर होती तो वह जरूर मीडिया में आती। सर्च के दौरान हमें कई वेबसाइट पर ऐसी खबरें मिलीं, जिसमें इस ट्वीट को फेक बताया गया था। पड़ताल के दौरान पता चला कि यह ट्वीट पहले भी कई बार वायरल हो चुका है।

सर्च के दौरान आजतक के फेसबुक पेज पर हमें एक पोस्‍ट मिली। इसमें वायरल स्‍क्रीनशॉट को फेक बताते हुए लिखा गया कि यह फ़र्ज़ी ट्वीट की तस्वीर आजतक के ट्वीट के नाम पर सर्कुलेट की जा रही है। आजतक की पोस्‍ट को यहां देखें।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने आजतक की वेबसाइट के एक वरिष्‍ठ संपादक से संपर्क किया। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट करते हुए बताया कि यह पोस्‍ट पहले भी कई बार वायरल हो चुकी है। इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है।

अब बारी थी फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच करने की। फेसबुक यूजर रोशनी जायसवाल के इस पेज को 3.49 लाख लोग फॉलो करते हैं। यूजर एक राजनीतिज्ञ हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में आज तक के नाम पर वायरल ट्वीट फर्जी निकली। इसे एडिट करके बनाया गया है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट