विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि चला कि अंजलि ने यूपीएससी की दोनों परीक्षाओं को पहले ही प्रयास में पास किया था। साथ में इंटरव्यू भी क्लियर किया था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि को लेकर एक बार फिर से सोशल मीडिया में एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि अंजलि बिरला ने बिना परीक्षा दिए यूपीएससी की परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर ली। साथ में मैसेज के माध्यम से यह फैलाने की कोशिश की जा रही है कि ओम बिरला के लोकसभा स्पीकर पद का फायदा उनकी बेटी को मिला है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि चला कि अंजलि ने यूपीएससी की दोनों परीक्षाओं को पहले ही प्रयास में पास किया था। साथ में इंटरव्यू भी क्लियर किया था। विश्वास न्यूज एक बार पहले भी इस दावे की पड़ताल कर चुका है।
फेसबुक यूजर अभिषेक सिंह कुशवाह ने एक अप्रैल को एक पोस्ट करते हुए लिखा, “बधाई हो मोदी है तो सब मुमकिन है आपके बच्चों को कितना भी पढ़ाओ और घर पर बैठा हूं जय जय श्री महाकाल।”
इस पोस्ट में ओम बिरला और उनकी बेटी की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए लिखा गया, “लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिरला जी की बेटी बिना परीक्षा के अंजली IAS बनी। बधाई हो। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला पहले ही प्रयास में बनीं IAS(वो भी बिना परीक्षा दिए।) 90 सीट जो बैकडोर इंट्री के लिये रखा गया था। रुझान आने लगा है। देश के सबसे विश्वसनीय UPSC Exam में बैक डोर इंर्टी ने देश के कठिन परिश्रम करने वाले प्रतियोगी छात्रों, गरीबों एवं ग्रामीण लोगों के बच्चों के लिए यूपीएससी का प्रवेश द्वार बंद करने की तैयारी की शुरुआत हो चुकी है। अब आप सिर्फ अपने बच्चों को नौकर बनाने के लिए तैयार रहिए, अधिकारी नहीं।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का सहारा लिया। इसमें अंजलि बिरला के बारे में सर्च करने पर टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर मिली। 5 जनवरी 2021 को पब्लिश इस खबर में बताया गया कि यूपीएससी की ओर से करवाई जाने वाली सिविल सर्विस परीक्षा को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला ने पहले ही प्रयास में क्लियर कर लिया है। पूरी खबर यहां पढ़ें।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए यूपीएससी की वेबसाइट को स्कैन किया। यहां हमें 4 जनवरी 2021 का एक नोटिफिकेशन मिला। इसमें बताया गया कि सिविल सर्विसेस मुख्य परीक्षा 2019 का रिजल्ट 4 अगस्त 2020 में ही जारी कर दिया गया था, जिसमें 829 उम्मीदार के नाम थे। चूंकि कुल वैकेंसी 927 थी, जिसके कारण कमीशन सिविल सर्विसेस एग्जामिनेशन रूल्स के रूल नंबर 16 (4) & (5) के तहत कंसोलिडेटिड रिजर्व लिस्ट जारी की गई। इस लिस्ट को स्कैन करने पर 67 नंबर पर अंजलि बिरला का नाम हमें मिला। इनका रोल नंबर 0851876 था।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए यूपीएससी के प्रीलिमिनरी एग्जाम 2019 के रिजल्ट को चेक किया तो उसमें अंजलि का रोल नंबर मिल गया। मतलब साफ था कि उन्होंने यह परीक्षा पास की है। जांच को आगे बढ़ाते हुए अंजलि के रोल नंबर को यूपीएससी मेन एग्जाम 2019 के रिजल्ट में भी ढूंढा। यहां भी हमें यह रोल नंबर मिला।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल के दौरान अंजलि बिरला से भी संपर्क किया था। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया, “मैंने 2 जून 2019 को प्रीलिम्स और 20 सितंबर को मेंस की परीक्षा दी थी। इसके बाद 20 मार्च 2020 को इंटरव्यू दिया था। मेन्स की परीक्षा अटल आदर्श विद्यालय नई दिल्ली में दी थी। पढ़ाई में मम्मी और बहन का काफी सपोर्ट मिला था।”
अंजलि बिरला ने विश्वास न्यूज के साथ एप्लीकेशन फॉर्म का विवरण और एडमिट कार्ड की कॉपी भी शेयर की थी। विश्वास न्यूज की पिछली पड़ताल को विस्तार से यहां पढ़ा जा सकता है।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर अभिषेक सिंह कुशवाह की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यह अकाउंट जनवरी 2011 को बनाया गया था।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। यह दावा पूरी तरह से बेबुनियाद है कि अंजलि बिरला ने बिना परीक्षा व इंटरव्यू दिए यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। पड़ताल में साबित हुआ कि अंजलि ने प्रीलिम्स और मेन्स की परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू भी क्लीयर किया था।
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