विश्वास न्यूज की पड़ताल में मोहन भागवत के बयान को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत साबित हुआ। मोहन भागवत ने अभी तक ना ही राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा का समर्थन किया है और ना ही इस तरह का कोई बयान दिया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राहुल गांधी की तारीफ की है। दरअसल यूजर्स आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के नाम से एक बयान शेयर कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं ‘भारत जोड़ो’ यात्रा का असर है कि मोहन भागवत कांग्रेस और राहुल गांधी की तारीफ करने लगे हैं।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। मोहन भागवत ने अभी तक ना ही राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा का समर्थन किया है और ना ही इस तरह का कोई बयान दिया है।
ट्विटर यूजर Being Aashu ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “भारत जोड़ो यात्रा का असर।”
पोस्ट में लिखा हुआ है, “राहुल गांधी भविष्य के नेता हैं, उनको ज़्यादा मज़ाक में लेना महंगा पड़ेगा उनके परिवार का इतिहास बताता है राहुल जी को हल्के में लेना सही नहीं होगा- आरएसएस प्रमुख, मोहन भागवत।”
वायरल पोस्ट के क्लेम को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। लेकिन हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। कांग्रेस और आरएसएस दोनों ही विपरीत विचारधारा वाले संगठन हैं। ऐसे में अगर मोहन भागवत ने सच में ऐसा कोई बयान दिया होता तो वो सुर्खियों में जरूर होता।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने मोहन भागवत और आरएसएस के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया, लेकिन हमें वहां पर दावे से जुड़ी कोई पोस्ट नहीं मिली।
जांच के दौरान हमें 17 अप्रैल 2018 को टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस ने अहम भूमिका निभाई थी। मोहन भागवत की इसी कार्यक्रम के दौरान की तस्वीर को वायरल पोस्ट में इस्तेमाल किया गया है।
पूरी तरह पुष्टि करने के लिए हमने आरएसएस दिल्ली के सदस्य राजीव तुली से सम्पर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। उन्होंने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है।”
पड़ताल के आखिरी चरण में हमने फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर Being Aashu की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर को 904 लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर देहरादून का रहने वाला है। Being Aashu ट्विटर पर जून 2021 से सक्रिय है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में मोहन भागवत के बयान को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत साबित हुआ। मोहन भागवत ने अभी तक ना ही राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा का समर्थन किया है और ना ही इस तरह का कोई बयान दिया है।
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