Fact Check : संभल में श‍िवलिंग के नाम पर वायरल हुई सांप्रदाय‍िक पोस्‍ट

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में संभल से जुड़ा मैसेज पूरी तरह फर्जी साबित हुआ। जिले में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में एक फर्जी सांप्रदायिक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि यूपी के संभल में 35 साल बाद श‍िवलिंग पर जल चढ़ाया गया। यह मंदिर मुसलमानों ने बंद करवाया हुआ था। इस मामले में 18 लोगों को पकड़ा गया है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की गहन पड़ताल की। हमें पता चला कि वायरल दावा झूठा है। ऐसी कोई घटना संभल में नहीं हुई है। संभल पुलिस ने इसका खंडन किया है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अरुण कुमार स‍िंह ने 20 जुलाई को एक पोस्‍ट में दावा किया : ‘संभल में , 35 साल बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाया गया। 18 जिहादी गिरफ़्तार। मुस्लिमो ने बंद करवाया हुआ था मंदिर। CM योगी ने 20 जिलों से भेजी पुलिस, खुला मंदिर। सोचिए हम हिंदू लोग, अपना देश और पूजा नहीं कर सकते हैं , इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है। 35 साल से मंदिर को बंद कर दिया था मुस्लिमों ने। #योगी जी ने रातों रात 20 जिलों से पुलिस संभल में भेजी और 18 जिहादियों को गिरफ्तार किया गया, और 450 से अधिक जिहादी फरार है। योगी_आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के रूप में नहीं बल्कि ईश्वर के दूत के रूप में पहुंचे है। योगी आदित्यनाथ जी की जय।’

इस पोस्ट में लिखी गई बातों को ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च किया इस्‍तेमाल किया। इंटरनेट पर ओपन सर्च में हमें एक भी ऐसी प्रामाणिक खबर नहीं मिली, जो वायरल दावे की सत्‍यता की पुष्टि करती हो।

ज्‍यादा जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण, संभल के ब्‍यूरो चीफ राघवेंद्र शुक्‍ला से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि यह मैसेज कई दिनों से वायरल है। यह पूरी तरह फर्जी है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने संभल के डीएसपी अरुण कुमार स‍िंह से संपर्क किया। उन्‍होंने हमें फोन पर बताया कि संभल में ऐसी कोई घटना नहीं घटी है। जिले के माहौल को बिगाड़ने के लिए कुछ लोग ऐसी फर्जी खबरों को वायरल कर रहे हैं। इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है।

अब बारी थी फर्जी पोस्‍ट को वायरल करने वाले यूजर की जांच करने की। फेसबुक यूजर अरुण कुमार स‍िंह की सोशल स्‍कैनिंग से हमें पता चला कि इसे 1417 लोग फॉलो करते हैं। इसके अकाउंट पर हमें कई सांप्रदायिक पोस्‍ट मिलीं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में संभल से जुड़ा मैसेज पूरी तरह फर्जी साबित हुआ। जिले में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में संभल से जुड़ा मैसेज पूरी तरह फर्जी साबित हुआ। जिले में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।

False
Symbols that define nature of fake news
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