Fact Check: 2019 में सऊदी अरब में इफ्तार के दौरान हुई झड़प का वीडियो भ्रामक दावे से वायरल

वर्ष 2019 में सऊदी अरब के मदीना स्थित एक मस्जिद के बाहर इफ्तार के दौरान हुई मारपीट के वीडियो को हालिया बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में इफ्तार के दौरान मारपीट के दृश्य को देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर किए जाने की तारीख से इसके मौजूदा रमजान से संबंधित होने का भान होता है और कई भारतीय यूजर्स ने इस वीडियो को अपनी प्रोफाइल से शेयर किया है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि यह वीडियो भारत से संबंधित है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो रमजान में इफ्तार पार्टी के दौरान हुई मारपीट का है, लेकिन यह घटना 2019 की है, जब सऊदी अरब में एक मस्जिद के बाहर इफ्तार के पहले बैठने की व्यवस्था को लेकर लोग आपस में भिड़ गए थे।

क्या है वायरल?

फेसबुक यूजर ‘Jitendra Soni’ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ”*रमज़ान में पूरे दिन भूखे रहने के बाद शाम को खाने के लिए एकदूसरे से आग्रह करते हुए शांतिदूत…।”

सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो में इफ्तार के दौरान लोगों को आपस में मारपीट करते हुए देखा जा सकता है। 25 अप्रैल के बाद भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं, जिससे इस वीडियो के हालिया और भारत से संबंधित होने का भान हो रहा है।

वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर यह वीडियो यूट्यूब चैनल ‘Feroz 4U’ पर अपलोड किया हुआ मिला।

22 मई 2019 को अपलोड किए गए इस वीडियो के साथ दी गई जानकारी में इसे मदीना स्थित मस्जिद-ए-नबी का बताया गया है।

moroccoworldnews.com की वेबसाइट पर 17 मई 2019 को प्रकाशित रिपोर्ट से इस दावे की पुष्टि होती है। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो रमजान के दौरान सऊदी अरब के मदीना स्थित एक मस्जिद के बाहर इफ्तार के दौरान हुई मारपीट से संबंधित है।

moroccoworldnews.com की वेबसाइट पर 17 मई 2019 को प्रकाशित रिपोर्ट

alaraby.co.uk की वेबसाइट पर 16 मई 2019 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, यह वीडियो सऊदी अरब के मदीना स्थित एक मस्जिद के बाहर हुई मारपीट का है, जब इफ्तार के पहले बैठने की व्यवस्था को लेकर मारपीट की शुरुआत हुई।

अब तक की पड़ताल से स्पष्ट है कि इफ्तार के दौरान हो रही मारपीट का वीडियो न तो हाल का है और न ही भारत से संबंधित है। इस वीडियो को लेकर हमने सऊदी अरब में रहने वाले तहजीब मोहम्मद से संपर्क किया। उन्होंने बताया, ‘वीडियो में नजर आ रहा मस्जिद मदीना का है और यह घटना भी पुरानी है।’

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में स्वयं को शिमला का निवासी बताया है।

निष्कर्ष: वर्ष 2019 में सऊदी अरब के मदीना स्थित एक मस्जिद के बाहर इफ्तार के दौरान हुई झड़प के वीडियो को हालिया बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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