Fact Check: बिहार के अररिया जिले में आई बाढ़ के 5 साल पुराने वीडियो को असम का बताकर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वीडियो का असम से कोई संबंध नहीं है, वायरल वीडियो बिहार के अररिया जिले में साल 2017 में आई बाढ़ का है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर बाढ़ का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक परिवार ब्रिज पार करने की कोशिश करता है, इतने में ही ब्रिज टूटकर गिर जाता है और परिवार नीचे गिर जाता है। फिर कुछ लोग उनकी मदद करने की कोशिश करते हैं। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर यूजर्स शेयर करते हुए इसे असम में आई बाढ़ का बता रहे हैं। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वीडियो का असम से कोई संबंध नहीं है, वायरल वीडियो बिहार के अररिया जिले में साल 2017 में आई बाढ़ का है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Dhangal Show ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “असम में आई बाढ़ 2022 ..भारी बारिश।”

इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल –

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने इनविड टूल का इस्तेमाल किया। इस टूल की मदद से हमने वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान वायरल वीडियो हमे दैनिक जागरण के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 18 अगस्त 2017 को अपलोड मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो असम का नहीं, बल्कि बिहार के अररिया जिले में आई बाढ़ का है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी साल 2017 में इस वीडियो को बिहार का बताते हुए शेयर किया था।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट india.com की वेबसाइट पर 18 अगस्त 2017 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो बिहार के अररिया जिले में हुई घटना का है। यह घटना 13 अगस्त को हुई थी, पुल टूटने के कारण तीन लोगों की जान चली गई थी। द क्विंट ने इस घटना को लेकर 18 अगस्त 2017 को एक वीडियो रिपोर्ट अपलोड की थी। रिपोर्ट में बाढ़ में बह गई महिला की बहन और इसे शूट करने वाले व्यक्ति से घटना के बारे में बातचीत की गई है। महिला की बहन ने बताया कि इस घटना में उन्होंने अपने परिवार के तीन सदस्यों को खो दिया।

अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने दैनिक जागरण बिहार के राज्य ब्यूरो प्रमुख अरविंद शर्मा से संपर्क किया। हमने वायरल दावे को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया वायरल दावा गलत है। यह वीडियो तकरीबन 5 साल पहले बिहार के अररिया जिले में हुई घटना का है।

विश्वास न्यूज ने जांच के आखिरी चरण में उस प्रोफाइल की पृष्ठभूमि की जांच की, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। हमने पाया कि यूजर को 587 लोग फॉलो करते हैं। Dhangal Show 14 मई 2022 से सक्रिय हैं। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वीडियो का असम से कोई संबंध नहीं है, वायरल वीडियो बिहार के अररिया जिले में साल 2017 में आई बाढ़ का है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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