Fact Check : शिवपाल यादव का 5 साल पुराना बयान गलत दावे के साथ हुआ वायरल

विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। शिवपाल यादव का ये बयान हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि तकरीबन 5 साल पुराना है। जिसे सोशल मीडिया यूजर हालिया का बताते हुए शेयर कर रहे हैं। साल 2016 में शिवपाल यादव ने लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए ये बयान दिया था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज की ब्रेकिंग प्लेट का एक स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रही है। ब्रेकिंग प्लेट पर लिखा हुआ है कि अखिलेश यादव खून मांगेंगे तो दे दूंगा-शिवपाल यादव। इस स्क्रीनशॉट को हालिया का बताते हुए दावा किया जा रहा है कि ये बयान शिवपाल यादव ने अखिलेश से मुलकाता के बाद दिया है। दोनों के बीच सुलाह हो गई है। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। शिवपाल यादव का ये बयान हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि तकरीबन 5 साल पुराना है। जिसे सोशल मीडिया यूजर हालिया का बताते हुए शेयर कर रहे हैं। साल 2016 में शिवपाल यादव ने लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए ये बयान दिया था।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Bhupendra Yadav Bhitaura ने वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा है कि यूपी में अब खेला होगा बीजेपी का खदेड़ा होगा। Samajwadi Party.

यहां वायरल मैसेज को ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। ट्विटर पर भी यूजर्स इस दावे को शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल –

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट बीबीसी की वेबसाइट पर 5 नवंबर 2016 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, ये वो समय था जब अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच दूरी आनी शुरू हुई थी और सार्वजनिक तौर पर दोनों के बीच खटास दिखना शुरू हो गई थी। लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान शिवपाल यादव ने कहा था कि मैं अखिलेश यादव से कहना चाहता हूं कि जितना त्याग मांगा जाएगा, करेंगे। यहां तक कि खून मांगेंगे, तो वो भी दे देंगे।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने एबीपी के यूट्यूब अकाउंट को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ा एक वीडियो एबीपी न्यूज के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 5 नंवबर 2016 को अपलोड मिला। साल 2016 में शिवपाल यादव ने ये बयान लखनऊ में आयोजित समाजवादी पार्टी की रजत जयंती के मौके पर हुए एक कार्यक्रम में दिया था। वीडियो में 2 मिनट 24 सेकेंड पर वायरल स्क्रीनशॉट वाले हिस्से को देखा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण के लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार अजय जयसवाल से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया वायरल दावा गलत है। हाल ही में दोनों की मुलाकात हुई है, दोनों के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा चल रही है। लेकिन शिवपाल यादव द्वारा हाल-फिलहाल में ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है। उन्होंने ये बयान तकरीबन 5 साल पहले एक कार्यक्रम के दौरान दिया था।

पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Bhupendra Yadav Bhitaura की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर उत्तर प्रदेश के झांसी शहर के रहने वाले हैं। यूजर के फेसबुक पर तकरीबन 5 हजार फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। शिवपाल यादव का ये बयान हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि तकरीबन 5 साल पुराना है। जिसे सोशल मीडिया यूजर हालिया का बताते हुए शेयर कर रहे हैं। साल 2016 में शिवपाल यादव ने लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए ये बयान दिया था।

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