Fact Check: जयंत चौधरी का 3 साल पुराना वीडियो गलत दावे के साथ हुआ वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किए गए वीडियो की जांच की। यह फर्जी निकला। दरअसल वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि 3 साल पुराना है। जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जितनी तेजी से पास आ रहा है, प्रदेश में उतनी तेजी से हलचल बढ़ रही है। राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। इसी से जुड़ा आरएलडी के अध्यक्ष जयंत चौधरी का 8 सेकेंड का एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में जयंत चौधरी कहते हुए नजर आ रहे हैं कि जाट वोटर क्या करेगा, जाट वोटर का क्या मन है। माफ कीजिएगा, मैंने ये ठेका नहीं लिया है। सोशल मीडिया पर यूजर्स इस वीडियो को हाल का बताते हुए उत्तर प्रदेश चुनाव से जोड़कर शेयर कर रहे हैं। यूजर्स वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि जयंत चौधरी ने चुनाव से पहले जाटों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। वो जाट नेता हैं और उन्होंने जाटों को लेकर कहा है कि मैंने जाटों का ठेका नहीं उठा रखा है। पार्टी के लिए पसीना जाट बहा रहा है और ये उसे ही ऐसा कह रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किए गए वीडियो की जांच की। यह फर्जी निकला। दरअसल वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि 3 साल पुराना है। जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Ashwani Rajput (Bittu) ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि जयंत चौधरी का जाटों के प्रति शर्मनाक बयान.. इनके कहने का मतलब मौलनाओं का ठेका लिया है..#jayantchaudhary

यहां वायरल मैसेज को ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है। ट्विटर पर भी यूजर्स इस दावे को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल –

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले InVID टूल का इस्‍तेमाल किया। वायरल वीडियो के कई ग्रैब्‍स इसके माध्‍यम से निकाले गए। इसके बाद इनकी मदद से गूगल रिवर्स सर्च टूल का इस्‍तेमाल करते हुए ओरिजनल सोर्स तक पहुंचने की कोशिश की गई। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट न्यूज 18 की वेबसाइट पर 31 मार्च 2019 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा था कि मैं किसानों की बात करता हूं, मैं छोटे तबकों की बात करता हूं। मैंने जाटों का ठेका नहीं ले रखा है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें असली वीडियो 31 मार्च 2019 को IndiaTV के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिली। वायरल वीडियो वाले हिस्से को 4 सेकेंड से देखा जा सकता है। 4 सेकेंड से जयंत चौधरी को कहते हुए देखा जा सकता है कि मैं किसानों की बात करता हूं, मैं छोटे तबकों की बात करता हूं। मैंने जाटों का ठेका नहीं ले रखा है।

अधिक जानकारी के लिए आरएलडी के प्रवक्ता जगपाल तेवतिया संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा पूरी तरह से गलत है। उनके 3 साल पुराने बयान को विपक्षी पार्टियां गलत तरीके से शेयर कर रही हैं। उनके कहने का मतलब था कि वो सिर्फ जाटों के लिए नहीं, बल्कि सभी के लिए काम करते हैं। लोग उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर Ashwani Rajput (Bittu) की जांच की। फेसबुक यूजर की सोशल स्‍कैनिंग से पता चला कि यूजर एक खास विचारधारा से प्रभावित है। यूजर के फेसबुक पर तकरीबन पांच सौ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किए गए वीडियो की जांच की। यह फर्जी निकला। दरअसल वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि 3 साल पुराना है। जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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